1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सरकारी सिस्टम पर बरसे सलमान खान

१० अगस्त २०१०

भारतीय पर्यटन मंत्रालय के 'इंडिया.. इक्रेडबल इंडिया' के नारे पर भड़के सलमान खान. आम आदमी की तकलीफों का जिक्र करते हुए सलमान ने कहा, हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां पिज्जा जल्दी आ जाता है लेकिन एंबुलेंस देर में आती है.

तस्वीर: AP

अकसर विवादों में रहने वाले बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने इस बार आम आदमी की बात कही है. सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर सलमान ने भारतीय व्यवस्था को लेकर अपनी भड़ास निकाली और लिखा, ''भारत क्या है, एक ऐसा देश जहां पिज्जा एंबुलेंस और पुलिस से पहले पहुंच जाता है. जहां आपको कार लोन पांच फीसदी ब्याज पर मिलता है लेकिन एजुकेशन लोन 12 परसेंट के रेट पर मिलता है.'' भारत में पिज्जा बेचने वाली कंपनी डोमिनोस आधे घंटे में पिज्जा घर पर पहुंचा देती है.

सलमान सरकार की नीतियों पर भी बरसे. बाजारीकरण की मानसिकता और सामाजिक ढांचे की अनदेखी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ''चावल 40 रुपये किलो है और सिम कॉर्ड फ्री मिल रहा है.'' भारत में बीते एक साल से महंगाई परवान चढ़ी हुई है. सरकार आकंड़े जारी कर रही है और महंगाई कम होने का दिलासा दे रही है. बीते साल चीनी के गोदाम भरे रहने के बावजूद चीनी माफियाओं ने दाम बढ़ावा दिए. विवाद हुआ और खत्म हो गया लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

रिलीज के लिए तैयार सलमान की दबंगतस्वीर: AP

सैनिकों की अनदेखी पर भी सलमान झल्लाए दिखे. उन्होंने लिखा, ''ओलंपिक शूटर अगर गोल्ड मेडल जीतता है तो सरकार उसे तीन करोड़ रुपये देती है. दूसरा शूटर अगर आतंकवादियों से लड़ते हुए मारा जाता है तो सरकार उसे एक लाख रुपये देती है. वाकई इंक्रेडेबल इंडिया.''

लड़कियों की हत्या पर उन्होंने लिखा, ''देश में देवी दुर्गा की पूजा होती है लेकिन लोग अपनी नवजात बेटी को मारना चाहते हैं.''

हालांकि बाद में 44 साल का यह अभिनेता अपनी बात से पलटता दिखा. विवाद की आशंका से बचने के लिए सलमान ने कहा कि यह मैसेज उन्हें अन्य लोगों ने भेजे हैं. वह तो बस इन्हें सबके सामने ला रहे हैं. वैसे सलमान भी मानते होंगे कि उन्होंने जो कहा है, सच कहा है. लेकिन उनकी पलटी ने साबित कर दिया है कि मुसीबत से बचने के लिए आम आदमी से लेकर बड़े बड़े भारतीय पल भर में क्या क्या कर देते हैं, वाकई इंक्रेडेबल इंडिया.

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें