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सरकार ने श्रीलंका क्रिकेट भंग किया

१ जुलाई २०११

श्रीलंकाई सरकार ने देश के क्रिकेट बोर्ड को भंग कर दिया है. इस फैसले की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई गई है लेकिन श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) पर वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप हैं जो वर्ल्ड कप के दौरान हुईं.

तस्वीर: dapd

बोर्ड को भंग करने के बाद श्रीलंका क्रिकेट की अंतरिम कमेटी का गठन कर दिया गया है. खेल मंत्रालय के प्रवक्ता हर्ष अबेकून ने एक बयान में कहा, "जब नई कमेटी गठित हो गई तो पिछली कमेटी अपने आप ही भंग हो जाती है." पिछले सात साल से एसएलसी को मंत्रालय द्वारा नियुक्त की जाने वाली अंतरिम कमेटियां ही चला रही हैं.

गुरुवार को खेल मंत्रालय ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए दिशानिर्देशों का पालन करेगा जिसके तहत सभी राष्ट्रीय बोर्डों का चुनाव बिना राजनीतिक दखल के होना है. निवर्तमान कमेटी के प्रमुख पूर्व लेग स्पिनर सोमचंद्रन डी सिल्वा थे जिनके दो साल के कार्यकाल में श्रीलंका ने 2011 को वर्ल्ड कप की साझा मेजबानी की.

भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका ने मिल कर कराया 2011 का वर्ल्ड कप जिसे टीम इंडिया ने जीतातस्वीर: AP

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वर्ल्ड कप के आयोजन के चलते श्रीलंका क्रिकेट पर 6.9 करोड़ बकाया हो गया. इसके लिए एसएसली के कुप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. बुधवार को आईसीसी ने वर्ल्ड कप क्रिकेट के टिकटों की कालाबाजारी के आरोपों की जांच शुरू कर दी. यह जांच भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में टिकट बिक्री में धांधलियों की रिपोर्ट मिलने के बाद शुरू की गई है.

डि सिल्वा की जगह करोड़पति उद्योगपति उपाली धर्मदासा लेंगे जो 1996 से 1997 तक श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष रह चुके हैं. नई कमेटी का कार्यकाल सिर्फ छह महीने होगा. आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगले साल जनवरी में चुनाव होंगे. आईसीसी ने सभी सदस्य देशों को नए नियम लागू करने के लिए जून 2012 तक का समय दिया है. किसी तरह के प्रतिबंधों पर विचार करने से पहले और जून 2013 तक का समय दिया जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

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