1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सरहद पारकर उत्तर कोरिया का 'बागी' दक्षिण कोरिया पहुंचा

४ नवम्बर २०२०

उत्तर कोरिया का एक व्यक्ति बेहद कड़ी सैन्य निगरानी वाली सीमा को पार कर दक्षिण कोरिया में पहुंचा है. उसे बागी माना जा रहा है. अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया है और पूछताछ चल रही है.

Südkorea Blick auf die nordkoreanische Stadt Kaesong
तस्वीर: Getty Images/J. Chung

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच चार किलोमीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा विसैन्यीकृत जोन है, जिसके दोनों तरफ दोनों देशों की सेनाओं का कड़ा पहरा रहता है. इसे पार करना एक बड़ी चुनौती कहा जा सकता है. उत्तर कोरिया से भागने वाले कई लोग अपनी जान हथेली पर रखकर यह जोखिम उठाते हैं.

बुधवार को उत्तर कोरिया के एक व्यक्ति को विसैन्यीकृत जोन के पूर्वी छोर पर दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने हिरासत में लिया है.  अनाम सूत्रों के हवाले से न्यूज1 एजेंसी ने खबर दी है कि अधिकारियों ने पहली बार इस व्यक्ति को मंगलवार को तारों वाली बाड़ पर चढ़ते देखा था.

इसके बाद दक्षिण कोरिया की योनहाप समाजार एजेंसी ने खबर दी कि यह व्यक्ति उत्तर कोरिया से भागकर दक्षिण कोरिया में आना चाहता है. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है. हालांकि इस बारे में जांच शुरू कर दी गई है कि इस व्यक्ति ने बेहद खतरनाक सीमा को पार करने की कोशिश क्यों की.

ये भी पढ़िए: उत्तर कोरिया की अजीब जिंदगी

खराब रिश्ते

बीते दो दशकों में 30 हजार से ज्यादा उत्तर कोरियाई लोग भाग कर दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं. इनमें ज्यादातर लोग चीन के जरिए आते हैं. लेकिन कुछ अब भी दोनों देशों की सीमा को पार करने का जोखिम उठाते हैं.

जब शीत युद्ध चरम पर था तो उस समय दोनों ही कोरियाई देश जमीनी सरहद के जरिए एक दूसरे के यहां अपने जासूस भेजा करते थे. लेकिन हाल के सालों में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है.

पिछली बार जुलाई 2019 में उत्तर कोरिया का एक सैनिक विसैन्यीकृत जोन को पार कर दक्षिण कोरिया पहुंचा था. इस बीच, पिछले साल उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया की परमाणु निस्त्रीकरण पर बातचीत में ठहराव आने के बाद दोनों देशों के संबंध फिर तनावपूर्ण हो रहे हैं.

सितंबर में उत्तर कोरिया के सैनिकों ने समुद्र में लापता हुए दक्षिण कोरिया के मछलीपालन विभाग के अधिकारी की गोली मारकर जान ले ली थी. इस घटना पर दक्षिण कोरिया की  जनता में बहुत रोष और राजनीतिक स्तर पर विरोध देखा गया.

एके/एनआर (एपी, रॉयटर्स)

ये भी पढ़िए: कम्युनिस्ट नेता जिनके शव आज तक रखे हैं

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें