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सवालों में मस्कट का भारतीय दूतावास

१२ अक्टूबर २०१०

एयरपोर्ट पर महिला की मौत के बाद मस्कट का भारतीय दूतावास सवालों में. एयरलाइन अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने भारतीय दूतावास को मामले की जानकारी दी लेकिन वहां से कोई अधिकारी मुश्किल में घिरी महिला की मदद के लिए नहीं आया.

तस्वीर: UNI

भारतीय विदेश मंत्रालय मामले की जांच के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को मस्कट भेज रहा है. अधिकारी मस्कट एयरपोर्ट पर दम तोड़ने वाली भारतीय महिला के केस की जांच करेंगे. महिला को मस्कट से चेन्नई आना था. लेकिन बीच यात्रा के दौरान उसका पासपोर्ट खो गया. ट्राजिंट फ्लाइट के दौरान दोहा में कतर एयरवेज का विमान उतरा और वहां से पीड़ित महिला को चेन्नई की फ्लाइट पर सवार होना था. लेकिन पासपोर्ट खोने की वजह से महिला को दोहा से वापस मस्कट भेज दिया गया.

मस्कट एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने महिला को बाहर नहीं जाने दिया. अधिकारियों ने कहा कि उनके पास ओमान का रेजीडेंस परमिट नहीं है, लिहाजा उन्हें मस्कट में उनके घर नहीं जाने दिया सकता. इस तरह के हालात में वह महिला पांच दिन तक फंसी रहीं. इस दौरान वह एयरपोर्ट पर ही थीं. पांचवें दिन उन्हें दिल का दौरा पड़ा और अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

एयरलाइन अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने भारतीय दूतावास को मामले की जानकारी दी. मस्कट एयरपोर्ट की पुलिस ने भी भारतीय दूतावास से संपर्क किया. लेकिन भारतीय दूतावास का कोई अधिकारी पांच दिन तक मुश्किल में घिरी महिला की मदद करने के लिए नहीं आया. एयरलाइन अधिकारियों के मुताबिक भारतीय दूतावास के अधिकारी यह कहते रहे कि वो आएंगे, आएंगे, लेकिन आया कोई नहीं. आखिरकार केरल की 40 साल की महिला ने दम तोड़ दिया. भारतीय अधिकारी अब हरकत में आए हैं.

रिपोर्ट: पीटीआई/ ओ सिंह

संपादन: उभ

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