लोग घूमने पर पैसा खर्च कर रहे हैं, ट्रेन की तुलना में हवाई यात्राओं को तरजीह दे रहे हैं. आसमान में हवाई ट्रैफिक बढ़ गया है. लेकिन कंपनियों कहती हैं कि उन्हें नुकसान हो रहा है.
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पहली नजर में लग सकता है कि भारत की एयरलाइन कंपनियां मुनाफा पीट रहीं होगी. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. पिछले दिनों आए तिमाही नतीजों ने देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी जेट-एयरवेज का लेखा-जोखा पेश किया. कंपनी के मुताबिक वह नुकसान में हैं. इसके लिए कंपनी ईंधन की बढ़ती कीमतों और कमजोर पड़ते भारतीय रुपये को जिम्मेदार ठहरा रही है.
कंपनी के सीईओ विनय दुबे ने कहा, "ब्रेंट फ्यूल की कीमतों में आ रहा उछाल और रुपये का घटता मूल्य भारतीय विमानन उद्योग को नकारात्मक ढंग से प्रभावित कर रहा है." कंपनी के चैयरमेन नरेश गोयल ने घोषणा की है कि अगले दो सालों में लागत को 24.4 करोड़ यूरो तक कम करने के लिए कदम उठाए जाएंगे. हालांकि जानकार एयरलाइंस के भविष्य पर सवाल उठा रहे हैं.
नुकसान पहुंचाती वृद्धि
भारत के विमानन उद्योग में आए बूम के नकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं. कई जानकार टिकटों की कम कीमतों को लेकर कंपनियों में मची होड़ को इस सेक्टर की सबसे बड़ी समस्या मानते हैं.
दरअसल विमानन कंपनियां कई बार किराया इतना कम कर देती हैं कि एयरलाइंस के लिए परिचालन शुल्क निकालना मुश्किल हो जाता है. इस परेशानी के चलते जेट एयरवेज समेत देश की तमाम विमानन कंपनियां मुनाफा कमाने के लिए जूझ रही हैं. खैर, यह स्थिति तब है जब विमानों की 90 फीसदी सीटें भर जा रहीं हैं और पिछले चार सालों में घरेलू यात्रियों की संख्या में बड़ा उछाल आया है.
रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के मुताबिक, भारत 2025 तक चीन और अमेरिका के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने को तैयार है. बढ़ते बाजार के बावजूद भी कंपनियां नुकसान में है. आईसीआरए ने अपनी एक चेतावनी में कहा था कि भारतीय विमानन उद्योग का नुकसान साल 2018-19 में करीब 43.7 करोड़ डॉलर का होगा, जो पिछले साल 30.3 करोड़ डॉलर था.
बजट एयरलाइंस का हाल
बाजार पूंजीकरण के मामले में एशिया की सबसे बड़ी बजट एयरलाइन इंडिगो का लाभ जून 2018 में समाप्त हुई तिमाही में करीब 97 फीसदी तक गिर गया. इंडिगो घरेलू बाजार में 40 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है. इंडिगो के संस्थापक और प्रमुख कार्यकारी राहुल भाटिया कहते हैं, "जब इनपुट लागत में बढ़ोतरी हो रही है तो यह नहीं माना जा सकता कि किराये की दर स्थायी रहेंगी. लेकिन इन्हें देने के अलावा और कोई विकल्प भी नहीं है."
पायलट जगत पुरी ने डीडब्ल्यू से कहा, "पॉपुलर रूट्स की टिकटों की कीमतें को लेकर हमेशा दबाव रहता है." पुरी मानते हैं कि कुछ कीमतें गलत हैं जिनसे बेवजह एयरलाइंस के बीच होड़ लगी रहती है. उन्होंने कहा कि एयरलाइंस परिचालन पर बढ़ती लागत का बढ़ता बोझ ग्राहकों पर नहीं डाल सकतीं, जो कीमतों को लेकर बहुत संवेदनशील होते हैं.
ऐसे बुक करें सस्ती फ्लाइटें
विमान से सफर करने वालों की संख्या दुनिया भर में बढ़ रही है. लेकिन सस्ती फ्लाइटें कैसे बुक करें? बताते हैं आपको कुछ ऐसी टिप्स जिनसे टिकट भी सस्ता मिल जाए और घूमना फिरना भी अच्छा रहे.
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मंगल को मंगल
मंगलवार और बहुत हद तक बुधवार भी, ये हफ्ते के ऐसे दिन है जब विमानों की टिकट सबसे सस्ती होती है. आम तौर पर लोग गुरुवार, शुक्रवार या फिर वीकेंड पर सफर करना पसंद करते हैं. ऐसे में, इन दिनों के टिकट महंगे होते हैं और मंगलवार और बुधवार के टिकट कुछ सस्ते होते हैं.
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ऑफ सीजन
छुट्टियों के सीजन में हर कोई घूमने जाना चाहता है. इसीलिए इस सीजन में आना जाना और घूमना फिरना, सब महंगा होता है. अगर आप सस्ती फ्लाइट और होटल तलाश रहे हैं तो ऑफ सीजन में घूमने का प्लान बना सकते हैं. सैलानियों की भरमार न होने से आपको सब कुछ सस्ता और अच्छा मिलेगा.
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पहले से प्लान करिए
तौर पर आप फ्लाइट जितना पहले बुक कर लेंगे, आपको उतनी ही सस्ती पड़ेगी. हालांकि कुछ लोगों के घूमने के प्लान तुरत फुरत भी बनते हैं. उसमें कोई हर्ज नहीं है. बस फ्लाइट महंगी मिल सकती है. आप ऑनलाइन बुकिंग वेबसाइट में साइन इन कर सकते हैं जो समय समय आपको फ्लाइट कीमत के अलर्ट भेजती हैं.
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एक से ज्यादा वेबसाइट
आप कोई टिकट बुक करने के बारे में सोचें तो कीमतों को अलग अलग वेबसाइटों पर जरूर चेक करें और देखें कि कहां सबसे सस्ता है. इस मामले में गूगल फ्लाइट्स के अलावा मोमोंडो भी आपके काम आ सकती है. मोमोंडो एक फ्लाइट सर्च इंजन है, जो अलग अलग वेबसाइटों की कीमतें आपके सामने रखती है.
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फ्लेक्सिबल डेट्स
अपना ट्रैवल प्लान ऐसा बनाइए कि एक दो दिन आगे पीछे करने से ज्यादा फर्क ना पड़े. बहुत सी एयरलाइन वेबसाइटों और ट्रैवल वेबसाइटों पर आपको फ्लेक्सिबल डेट्स कैलेंडर मिल जाएंगे. इसके जरिए अलग अलग दिनों पर टिकट की कीमतों की तुलना करना आसान होता है.
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बजट एयरलाइन लीजिए
बड़ी एयरलाइनों की तुलना में बजट एयरलाइन से सफर करके आप अच्छी खासी बचत कर सकते हैं. हो सकता है कि सफर के दौरान उतनी सुविधाएं न मिलें, जितनी बड़ी एयरलाइन देती हैं. आपके पास ले जाने के लिए ज्यादा सामान नहीं है तो बजट एयरलाइन से सफर करने में ही फायदा है.
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एक प्लान, दो डेस्टिनेशन
कई बार लंबी दूरी की सस्ती टिकटों में लंबे स्टॉपओवर होते हैं. ऐसे में अगर आपको किसी एयरपोर्ट पर आठ घंटे से ज्यादा रुकना पड़े तो बेहतर है कि आप उस शहर को भी अपने ट्रैवल प्लान का हिस्सा बना लें. लेकिन इसके लिए आपको वहां का वीजा लेना पड़ सकता है.
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कमरा नहीं मकान
होटल बढ़िया हैं, लेकिन नए ट्रैवलर नई नई चीजें एक्सप्लोर कर रहे हैं. होटल में कमरा बुक करने की बजाय अब लोग एयरबीएनबी और बीआरबीओ जैसी वेबसाइटों के जरिए शॉर्ट टर्म के लिए घर किराए पर ले रहे हैं. कई होम शेयरिंग एप भी आपके काम आ सकते हैं.
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विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय विमानन उद्योग मुश्किल कारोबारी माहौल होने के चलते अब अपने मुश्किल दौर में जा रहा है. खासकर तब जब तेल की कीमतें तेजी से बढ़ रही हों.
सेंटर फॉर एशिया पैसिफिक एविएशन में दक्षिण एशिया क्षेत्र के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी कपिल कौल कहते हैं, "जब आप अगले 18 महीने के लिए तेल की कीमतें 75 से 80 डॉलर प्रति बैरल पर देखते हैं और रुपया गिर रहा है, कब भारत में किसी भी एयरलाइन को सिर्फ किराए से मिलने वाली रकम के दम पर नहीं चलाया जा सकता."
एयर इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक जीतेंद्र भार्गव कहते हैं, "परिचालन लागत बढ़ रही है लेकिन किराये नहीं बढ़ रहे. लागत से नीचे जाकर टिकटों को बेचना सबसे गलत है. यह पागलपन है. हमें संतुलित वृद्धि की जरूरत हैं, वरना परेशानियां बनी रहेंगी. "
कोई खरीददार नहीं
सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया भी करदाताओं के पैसे से अभी तक हवा में उड़ रही है. पिछले कई सालों से यह एयरलाइंस बेलआउट पैकेज पर चल रही है. हालांकि सरकार इसकी कुछ परिसंपत्तियों को बेचने के लिए खरीददार भी ढूंढ रही हैं. लेकिन अब तक कोई मिला नहीं. कोई भी निजी कंपनी एयर एंडिया को लेकर उत्साह नहीं दिखा रही है.
दुनिया की सबसे लंबी विमान यात्राएं
सिंगापुर एयरलाइंस ने सबसे लंबी फ्लाइट का एयर इंडिया का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. देखिए दुनिया की सबसे लंबी नॉन स्टॉप विमान यात्राएं.
तस्वीर: Singapore Airlines
सिंगापुर से नेवार्क
सिंगापुर से अमेरिकी शहर नेवार्क की 16,737 किलोमीटर की उड़ान भरने वाली सिंगापुर एयरलाइंस की यह फ्लाइट दुनिया की सबसे लंबी फ्लाइट है. अक्टूबर में शुरू हुई यह फ्लाइट नॉन स्टॉप 17 घंटे 25 मिनट में यह सफर तय करती है.
तस्वीर: Singapore Airlines
दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को
दूरी के लिहाज से यह दूसरा लंबा एयरलाइन रूट है. 15,140 किलोमीटर लंबा यह रूट एयर इंडिया की फ्लाइट हिंद और प्रशांत महासागर के ऊपर से उड़ते हुए पूरा करती है. 1,000 किलोमीटर एक्स्ट्रा होने के बावजूद एयर इंडिया के पायलट बेहद ऊंचाई पर मिलने वाली जेट स्ट्रीम का फायदा उठाते हुए उड़ान 15-16 घंटे में पूरी कर लेते हैं.
तस्वीर: picture alliance/dpa
दोहा-ऑकलैंड
2017 में कतर की राजधानी दोहा से ऑकलैंड के लिये कतर एयरवेज की फ्लाइट निकली. 14,539 किलोमीटर यह दूरी 16-17.30 घंटे में पूरी होती है.
तस्वीर: Airbus S.A.S. Photo by master films/A. Doumenjou
पर्थ से लंदन
ऑस्ट्रेलियाई एयरलाइन कंपनी क्वांटस ने मार्च 2018 में पर्थ से लंदन की सीधी उड़ान शुरू की. यह सफर कुल 14,498 किलोमीटर लंबा है. दूरी के हिसाब से यह दुनिया की चौथी सबसे लंबी उड़ान है. यात्रा 17 घंटे 20 मिनट में पूरी होती है.
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दुबई से ऑकलैंड
दुबई से न्यूजीलैंड की राजधानी ऑकलैंड की एमिरेट्स की डायरेक्ट फ्लाइट 14,200 किलोमीटर की दूरी तय करती है. यह फ्लाइट 16 से 17.15 घंटे आकाश में रहती है.
तस्वीर: Getty Images/Afp/Behrouz Mehri
लॉस एंजेलेस से सिंगापुर
यूनाइटेड एयरलाइंस को यह 14,114 किलोमीटर का सफर तय करने में 15 घंटे 15 मिट से लेकर 17 घंटे 55 मिनट का समय लग जाता है. 27 अक्टूबर 2017 को शुरु हुआ सफर.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/L. Faerberg
डलास से सिडनी
क्वांटस एयरलाइंस का विमान 13,799 किलोमीटर का सफर तय करने में 16 घंटे 50 मिनट से लेकर 17 घंटे 10 मिनट का समय लेता है. 29 सितंबर 2014 से शुरू हुआ सफर.
तस्वीर: dapd
सैन फ्रांसिस्को से सिंगापुर
सिंगापुर एयरलाइंस और यूनाइटेड एयरलाइंस के विमान इस सफर में 16 घंटे 30 मिनट से लेकर 17 घंटे 20 मिनट का समय लेते हैं. 2016 में शुरू हुई यात्रा.
तस्वीर: Airbus S.A.S. 2016/photo: MasterFilms, H. Gousse
जोहानिसबर्ग से अटलांटा
डेल्टा एयरलाइंस का विमान 13,582 किलोमीटर का सफर 16 घंटे 3 मिनट से 16 घंटे 55 मिनट में पूरी करता है. 1 जून 2009 में शुरू हुआ सफर.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo/D. Goldman
अबू धाबी से लॉस एंजेलेस
एतिहाद एयरवेज का विमान 13,473 किलोमीटर का सफर तय करने में 16 घंटे 35 मिनट से लेकर 16 घंटे 45 मिनट का वक्त लेता है. पहली बार यात्रा 1 जून 2014 को हुई थी.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/K. Jebreili
दुबई से लॉस एंजेलेस
एमिरेट्स एयरलाइंस 13,391 किलोमीटर का सफर 16 घंटे से लेकर 16 घंटे 20 मिनट में पूरी करती है. 26 अक्टूबर 2008 में पहली बार हुई थी यात्रा.
तस्वीर: Karim Sahiba/AFP/Getty Images
जेद्दा से लॉस एंजेलेस
सऊदिया एयर का विमान 13,381 किलोमीटर लंबा सफर पूरा करने में 16 घंटे 10 मिनट से 16 घंटे 40 मिनट का समय लेता है. 31 मार्च 2014 में सेवा की शुरुआत हुई.
तस्वीर: picture alliance/landov
दोहा से लॉस एंजेलेस
कतर एयरवेज का विमान 13,338 किलोमीटर लंबी यात्रा 16 घंटे से लेकर 16 घंटे 20 मिनट में पूरी कर लेता है. 1 जनवरी 2016 से यात्रा की शुरुआत हुई.
तस्वीर: picture alliance/dpa/epa/Stringer
टोरंटो से मनीला
13,230 किलोमीटर लंबी उड़ान भरने में फिलीपींस एयरलाइंस को 15 घंटे 30 मिनट से लेकर 16 घंटे 30 मिनट तक लग जाते हैं. 16 दिसंबर 2017 को सेवा शुरू हुई.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo
वैंकूवर से मेलबर्न
एयर कनाडा का विमान 13,115 किलोमीटर का यह रास्ता 15 घंटे 40 मिनट से लेकर 15 घंटे 50 मिनट में पूरा करता है. 1 दिसंबर 2017 को यह सफर शुरू हुआ.
तस्वीर: Star Alliance
दुबई से ह्यूस्टन
एमिरेट्स एयरलाइंस 13,115 किलोमीटर की दूरी 16 घंटे 15 मिनट से लेकर 16 घंटे 45 मिनट में पूरी कर लेती है. 3 दिसंबर 2007 को यह यात्रा पहली बार की गई.
तस्वीर: picture alliance/dpa/T.Scholz
दुबई से सैन फ्रांसिस्को
12,012 किलोमीटर का यह सफर एमिरेट्स एयरलाइंस का जहाज 15 घंटे 50 मिनट से 16 घंटे 15 मिनट में पूरा करता है. 15 दिसंबर 2008 को यह सेवा पहली बार शुरू हुई.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo/M. Jose Sanchez
डलास से हांग कांग
अमेरिकन एयरलाइंस को 13,044 किलोमीटर का सफर तय करने में 16 घंटे 20 मिनट से 17 घंटे पांच मिनट तक का समय लगता है. यह सेवा 11 जून 2014 को शुरू हुई.
तस्वीर: AP
सबसे लंबी डोमेस्टिक फ्लाइट
जो देश जितना बड़ा होगा उसकी डोमेस्टिक फ्लाइट का रूट भी उतना ही बड़ा होगा. अगर आप भी ऐसा ही सोच रहे हैं तो गलती करेंगे. सबसे लंबी डोमेस्टिक फ्लाइट फ्रांस की है, पेरिस से हिंद महासागर में ला रियूनियन तक. 9,348 किलोमीटर लंबे इस रूट पर कई फ्रांसीसी एयरलाइन कंपनियां नॉन स्टॉप फ्लाइट उड़ाती हैं.