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सहवाग के शतकीय तूफान में उड़े डेक्कन चार्जर्स

६ मई २०११

कप्तान सहवाग के तूफानी शतक पर सवार दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने गुरुवार शाम डेक्कन चार्जर्स को चार विकेट से हराया. 176 रनों का विराट लक्ष्य 56 गेंदों पर सहवाग के बनाए 119 रनों के आगे बौना साबित हुआ.

तस्वीर: UNI

इतना बड़ा स्कोर बना कर डेक्कन चार्जर्स ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वे हार जाएंगे पर आखिरकार यही हुआ. सहवाग की आतिशी बल्लेबाजी उनके दुश्मनों पर भारी पड़ी और चार विकेट हाथ में रहते ही दिल्ली ने विजय पताका लहरा दिया. इस जीत के साथ दिल्ली डेयरडेविल्स के आठ अंक हो गए हैं और उसने आईपीएल मुकाबले में वापसी कर ली है. सहवाग ने नामुमकिन दिख रहे लक्ष्य को भी आसान बना दिया और अंत में जब 17वें ओवर में वह आउट हुए तो डेक्कन चार्जर्स के खिलाड़ी भी उन्हें बधाई देने उनके पास आए. गुरुवार को किस्मत भी उनके साथ थी और डेक्कन चार्जर्स के खिलाड़ियों ने उनके कैच छोड़ कर इसे साबित किया.

दिल्ली के पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही. डेल स्टेन ने एरन फिन्श को अपनी दूसरी ही गेंद पर बिना कोई रन बनाए पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. इसके तुरंत बाद ईशांत शर्मा ने नमन ओझा और वेणुगोपाल राव को आउट किया नतीजा ये कि दिल्ली की टीम के तीन सूरमा महज 25 रन के कुल स्कोर पर ही वापस लौट गए. उसके बाद जो हुआ उसकी कल्पना किसी को नहीं थी.

तस्वीर: AP

सहवाग शुरू के सात ओवरों तक तो शांत रहे मानो हवा और वक्त का जायजा ले रहे हों. कम अनुभवी ईशान मल्होत्रा उनके पहले शिकार बने. ईशान की पहली ही गेंद पर सहवाग ने फाइन लेग की तरफ छक्का जड़ा और फिर उसके बाद की अगली गेंद पर दूसरा छक्का डीप मिड विकेट की ओर. इसके बाद लगातार चौके और फिर कुछ रन दौड़ कर. ओवर खत्म हुआ तो दिल्ली के खाते में 23 रन जुड़ चुके थे. इसके बाद बारी आई डैनियल क्रिस्चियन की. उन्होंने भी अपने गेंदो को सहवाग के बल्ले से भिड़कर सीमा पार करते देखा. इसके बाद आए अमित मिश्रा. उनकी पहली ही गेंद पर छक्का जड़ कर सहवाग ने महज 27 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. इस अर्धशतक के साथ ही सहवाग टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बटोरने वाले खिलाड़ी के रूप में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ गए.

इस पड़ाव पर डेक्कन को एक मौका मिला था, जब अमित मिश्रा की गेंद पर सहवाग कैच आउट हो सकते थे, लेकिन अंकित शर्मा यहां चूके और सहवाग का बल्ला बोलता रहा. ओवर दर ओवर अमित मिश्रा की ठुकाई होती रही आठवें ओवर से 12वें ओवर के बीच में ही दिल्ली के खाते में 75 रन जुड़ गए. सहवाग बेरहमी से गेंदबाजों को कुचलते रहे.

तस्वीर: AP

सब नाकाम रहे तो संगकारा अपने सबसे बेहतरीन गेंदबाज स्टेन को लाए पर सहवाग ने उन्हें भी नहीं बख्शा और दो चौके मारे. मिश्रा की गेंद पर छक्का मार कर उन्होंने 90 का आंकड़ा पार किया और जब भरत चिपली गेंबदाजी करने आए तो दो रन लेकर अपना शतक पूरा किया. सहवाग ने इस आतिशी शतक को पूरा करने के लिए महज 48 गेंदों का सामना किया. इसके बाद चिपली को दो छक्के और एक चौका नवाज कर सहवाग आउट हुए लेकिन तब तक दिल्ली की टीम जीत की दहलीज तक पहुंच चुकी थी.

इससे पहले ड्युमिनी के बनाए शानदार 55 रनों की बदौलत डेक्कन चार्जर्स ने पांच विकेट खोकर 175 रन बनाए. ये ड्युमिनी की शानदार बल्लेबाजी ही थी जिसके दम पर डेक्कन चार्जर्स ने हैदराबाद की घरेलू पिच पर आखिरी दस ओवरों में 108 रन बना लिए. दिल्ली की तरफ से योगेश नागर ने ड्यूमिनी और डैनियल को आउट तो किया लेकिन एक ही ओवर में 20 रन देकर उन्होंने इसकी बड़ी कीमत चुकाई. इरफान पठान ने तीन ओवरों में रन तो 18 दिए लेकिन विकेट कोई हासिल न कर सके. वेणुगोपाल भी 12 रन देकर कोई विकेट हासिल नही कर सके. जेम्स होप्स ने 29 रन दे कर एक विकेट लिया. मोर्ने मोर्कल का प्रदर्शन भी काफी निराशाजनक रहा. चार ओवरों में 38 रन देकर भी उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. अगरकर ने 29 रन देकर दो विकेट जरूर लिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः उभ

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