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सहवाग सबसे बड़ा रोड़ाः समरवीरा

५ अगस्त २०१०

ओपनर वीरेन्द्र सहवाग श्रीलंका को अभी सबसे बड़ा रोड़ा दिखाई दे रहे हैं. थिलान समरवीरा मानते हैं कि गुरुवार सुबह उन्हें आउट करना सबसे बड़ी चुनौती होगी. बुधवार का खेल खत्म होने तक वीरू 97 रनों पर खेल रहे हैं.

तस्वीर: AP

समरवीरा ने श्रीलंका की पहली पारी में 137 रनों का योगदान दिया. श्रीलंका ने 425 रन बनाए हैं. थिलान समरवीरा ने कहा, "पूरी पारी में ओझा ने बहुत अच्छी बॉलिंग की और इशांत ने भी. लेकिन सहवाग अभी हमारी सबसे बड़ी अड़चन हैं. अगर वे आउट हो जाते हैं तो बहुत चीज़ें बदल जाएंगी. एसएससी से अलग इस विकेट (पिच) पर वो हमारे लिए सबसे मुश्किल खिलाड़ी हैं."

ओझा की तारीफ में समरवीरातस्वीर: AP

पी सारा ओवेल स्टेडियम पर पत्रकारों से बातचीत में समरवीरा ने कहा, "हम अब भी ढाई सौ रनों से आगे हैं. अगर हम एक दो विकेट ले सकें तो हम खेल में लौट आएंगे. सूरज अच्छी बॉल फेंक रहे हैं. कई बार उन्हें खेलना बहुत मुश्किल होता है. किसे पता, 250 रन लंबा रास्ता है."

बुधवार को सहवाग ने 87 गेदों में शानदार 97 रन बनाए. उन्हें 52 पनों पर एक जीवनदान भी मिला जब एजेंलो मैथ्यूज से कैच छूट गया. समरवीरा का कहना है कि ये सब तो खेल में होता रहता है. "ये सब खेल का हिस्सा है. इस पिच पर आप कभी भी विकेट ले सकते हैं. तेज गेंदबाजों के लिए अच्छी है."

समरवीरा ने कहा कि बुधवार का शतक उनके लिए खास था. "भारत के खिलाफ मैंने तीन बार 70 रन बनाए हैं लेकिन आज पहले एक घंटे मुझे बहुत ध्यान से खेलना पड़ा, नई गेंद से उनकी बॉलिंग बहुत अच्छी थी. लेकिन फिर स्पिनर्स के साथ मैं अपने शॉट्स खेलने के लिए फ्री था. इस मैदान पर शतक मेरे लिए अहम था."

ओझा की गेंदे खेलना समरवीरा को मुश्किल लगा. "मैं सोच रहा था कि मुझे ओझा की गेंदे खेलनी है. उन्हें खेलना थोड़ा मुश्किल हो रहा था."

रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम

संपादनः एस गौड़

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