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सागर के भीतर सोना ही सोना

एमएस/ओएसजे२० मई २०१६

समुद्र के भीतर बहुमूल्य धातुओं का भी विशाल भंडार है. लेकिन इसके दोहन के लिए जरूरी तकनीक अभी किसी के पास नहीं है. लाल सागर में करीब 30 से 40 टन सोना दबा है.

तस्वीर: BORIS HORVAT/AFP/GettyImages

धरती का 75 प्रतिशत हिस्सा पानी में डूबा है. आकार के हिसाब से यह बहुत बड़ा हिस्सा है. तेल के अलावा इसके नीचे और भी बहुत सारी मूल्यवान सामग्री दबी पड़ी है. लेकिन अभी भी उन्हें निकालने के लिए जरूरी तकनीक हमारे पास नहीं है. जर्मन शहर कील के हेल्महोल्त्स समुद्री रिसर्च सेंटर में वैज्ञानिकों की नजर एक खास इलाके पर है, लाल सागर.

टनों सोना

उनके आर्काइव में लाल सागर की गहराई से लिए गए बहुत से सैंपल रखे हुए हैं. वैज्ञानिकों को इन सैंपल से यह पता चला है कि समुद्र तल के नीचे तांबे और चांदी जैसी मूल्यवान धातुएं हैं. उनके नीचे टनों सोना भी दबा है. हेल्महोल्त्स समुद्री रिसर्च सेंटर के समुद्रविज्ञानी डॉक्टर वार्नर ब्रुकमन के मुताबिक, "अटलांटिस 2 हमारी जानकारी में सबसे बड़ा समुद्री भंडार है और उसे इस समय के हिसाब से गोदाम समझा जाना चाहिए. मौजूदा कीमतों को देखते हुए उसकी कीमत 14 से 16 अरब डॉलर है. हमारे सैंपल दिखाते हैं कि वहां 30 से 40 टन सोना दबा है."

समुद्र के भीतर संवेदनशील जीवनतस्वीर: picture-alliance/dpa/MARUM Universität Bremen/LMU München

सोना और चांदी, जिंक और तांबा दबा है समुद्र के कीचड़ के नीचे. समुद्र तल से लाए गए सैंपल इस बात का पता बताते हैं कि उनमें क्या क्या है. लाल सागर की मिट्टी में सचमुच का खजाना छुपा है. सऊदी अरब के जेद्दाह यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर जर्मन भूगर्भविज्ञानियों ने लाल सागर के खजाने की जांच की है. इसके लिए समुद्र की गहराइयों से 16 मीटर तक लंबा जमीन का टुकड़ा काटकर ऊपर लाया गया है. इसका मकसद था समुद्र तल के खनन की रणनीति तैयार करना.

ईको सिस्टम की चिंता

लेकिन ऐसा करना आसान नहीं. डॉक्टर ब्रुकमन के मुताबिक इस काम में कई चुनौतियां हैं, "लाल सागर में धातु वाले कीचड़ को निकालने में सबसे बड़ी समस्या कचरे की होगी. ये कोई परंपरागत कचरा नहीं है, न राख न पत्थर के छोटे टुकड़े बल्कि कीचड़ और वह भी महीन पिसा हुआ कीचड़ जिसे जहाज से सीधे समुद्र में नहीं फेंका जा सकेगा. ऐसा करने पर वह लाल सागर में धूल की चादर की तरह फैल जाएगा और उसके नीचे मौजूद जीवन को तबाह कर देगा. इसके लिए सावधानी से योजना बनानी होगी क्योंकि यह खतरनाक होगा."

गहराई में नायाब जीवतस्वीर: picture-alliance/dpa/MARUM Universität Bremen

सऊदी अरब के 8 समुद्रविज्ञानियों के लिए समुद्र के अंदर खनना जल्द ही हकीकत बन सकता है. जर्मनी में जेद्दाह के स्टूडेंट रिसर्च शिप आल्कोर पर काम सीख रहे हैं. जर्मन वैज्ञानिकों के साथ मिलकर वे अलग अलग जगहों पर पानी के सैंपल जमा कर रहे हैं. एक विशेष उपकरण की मदद से रिसर्चर जमीन का सैंपल निकाल रहे हैं. नर्म कीचड़ वैक्यूम की मदद से गोलाकर फ्लास्क में खींच लिया जाता है. बोर्ड पर छात्रों को सैंपल की समीक्षा करना सिखाया जाता है. लाल सागर के विपरीत पूर्वी सागर का कीचड़ काला है. यहां की मिट्टी में लोहे की भारी मात्रा है.

सऊदी अरब के युवा रिसर्चर सारा काम खुद कर रहे हैं. यहां सीखी बातों का इस्तेमाल वे अपने देश में कच्चे माल को जमीन के अंदर से बाहर निकालने में करेंगे.

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