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सिंगापुर में फट्टे चकने को तैयार फेटल

२१ सितम्बर २०११

सेबास्टियान फेटल अगर सिंगापुर की ग्रां प्री जीत जाते हैं तो यह साल की उनकी नौवीं जीत होगी. इसके साथ ही वह लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने वाले सबसे कम उम्र के फॉर्मूला वन ड्राइवर बन जाएंगे.

तस्वीर: dapd

24 साल के जर्मन ड्राइवर इस जीत के साथ ही अपनी हैट-ट्रिक बनाने की कोशिश भी करेंगे. रेड बुल के इस ड्राइवर ने बेल्जियम और इटली में हुईं पिछली दोनों ग्रां प्री जीती हैं. अब रविवार को वह मरीना बे सर्किट में रात को होने वाली रेस पर निशाना साधे बैठे हैं.

इतना आसान भी नहीं

सिंगापुर ग्रां प्री के हालात आसान नहीं होते. यहां मौसम बहुत गर्म और उमस भरा होता है. और फेटल अच्छी तरह जानते हैं कि उनके लिए अपनी विश्व चैंपियनशिप की रक्षा करना आसान काम नहीं होगा क्योंकि उनके प्रतिद्वन्द्वियों के पास भी यह आखिरी मौका होगा उन्हें बादशाह बनने से रोकने का, लिहाजा वे जान लड़ा देंगे.

सेबास्टियान फेटलतस्वीर: dapd

वैसे फेटल के 284 अंक हो चुके हैं. उनके पास 112 अंकों की बढ़त है. दूसरे नंबर पर दो बार के चैंपियन फरारी के फर्नान्डो अलोंसो हैं. अभी इस साल की पांच रेस बाकी हैं. विश्वकप पक्का करने के लिए फेटल को अलोंसो से अपना अंतर कम से कम 125 अंक का कर लेना है. यानी उन्हें बस एक अदद जीत की जरूरत है. लेकिन अलोंसो अगर दूसरे या तीसरे नंबर पर रहते हैं, तो फैसला अगली रेस तक के लिए टल जाएगा. इस साल अलोंसो सात बार पोडियम तक पहुंच चुके हैं, इसलिए उन्हें इतनी आसानी से खारिज नहीं किया जा सकता.

ब्रिटेन के जेन्सन बटन और रेड बुल के ही ड्राइवर मार्क वेबर 167 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर हैं, यानी अलोंसो से भी पांच अंक कम.

हकदार बनकर जीतना

यानी अगर फेटल थोड़ा सावधान रहें तो आराम से खिताब हासिल कर सकते हैं. बस रिस्क न लें और धीरे धीरे अंक जुटा लें. लेकिन उनकी टीम के तकनीकी प्रमुख आड्रियान न्यूई कहते हैं यह फेटल का अंदाज नहीं है. वह कहते हैं, "सेबास्टियान घिसट घिसट कर जीत तक नहीं पहुंचते. वह खुद को जीत का हकदार साबित करना चाहते हैं. मोंजा में उन्होंने दिखा भी दिया." मोंजा में अलोंसो को पछाड़ने के लिए फेटल ने बहुत खतरनाक मोड़ काटा था.

लुइस हैमिल्टनतस्वीर: dapd

न्यूई कहते हैं, "उनके बारे में सबसे प्रभावशाली बात यही है कि वह एक ही गलती दो बार नहीं करते. वह सीखते जाते हैं और आलोचकों को चुप कराते जाते हैं. पिछले साल लोग कह रहे थे कि अगर वह बढ़त पा लेंगे तो वह महान हैं. लेकिन वह लोगों से आगे नहीं निकल सकते. हाल की कुछ रेस देखने के बाद वे ऐसा नहीं कहेंगे."

जान लड़ाने वाले मुकाबिल

अलोंसो ने सिंगापुर ग्रां प्री दो बार जीती है. पिछले साल भी वही यहां जीते थे. उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि वह इस रेस में रेड बुल विश्व चैंपियनशिप का खिताबी जश्न मनाने से रोकने के लिए कुछ भी करेंगे.

मैकलॉरेन के बटन और लुइस हैमिल्टन भी इस कोशिश में अलोंसो का साथ देंगे. हैमिल्टन ने दो साल पहले सिंगापुर ग्रां प्री जीत थी. मैकलॉरेन के प्रमुख मार्टिन विटमार्श का कहना है कि सिंगापुर में बेहद रोमांचक रेस देखने को मिलेगी.

पिछले साल भी ऐसा ही हुआ था कि फेटल खिताबी जीत की ओर बढ़ रहे थे लेकिन अलोंसो उन्हें काफी देर तक रोके रहे. हालांकि विटमार्श कहते हैं कि इस बार वैसा नहीं होगा. वह कहते हैं, "हमारे पास दो ऐसे ड्राइवर हैं जो पीछे रहने को तैयार नहीं हैं. यहां ट्रैक काफी चौड़ा है और चक्के से चक्का भिड़ाने वाली रेस देखने को मिलेगी."

बटन और हैमिल्टन कह चुके हैं कि उन्हें यकीन है कि वे जीत सकते हैं और वे जीतने के लिए ही ट्रैक पर उतरेंगे. हैमिल्टन ने कहा, "मैं कभी हार नहीं मानता और मैं ड्राइव करूंगा तो जीतने के लिए."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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