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सीआईए के मददगार पाक डॉक्टर को भ्रष्ट बताया

२९ मई २०१२

पाक अधिकारियों ने सीआईए की मदद करने वाले पाकिस्तानी डॉक्टर शकील अफरीदी को पियक्कड़ और लालची बताया है. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, यौन दुर्व्यवहार और दूसरे आरोप लगते रहे हैं.

डॉक्टर शकील अफरीदीतस्वीर: dapd

ओसामा बिन लादेन को पकड़ने में मदद करने वाले डॉक्टर अफरीदी इस समय पाकिस्तान में देशद्रोह के आरोप में 33 साल जेल की सजा काट रहे हैं. हाल में किए गए कई इंटरव्यू में पाकिस्तान के अधिकारियों ने डॉक्टर को न केवल शराबी और औरतों का शौकीन बताया बल्कि उन पर यौन दुर्व्यवहार, उत्पीड़न और चोरी करने के कई आरोप लगे हैं. आधिकारियों का दावा है कि डॉक्टर की मुख्य सनक किसी भी तरह तेजी से पैसे कमाना था.

पाकिस्तानी स्वास्थ्य विभाग के 2002 के दस्तावेजों में अफरीदी को भ्रष्ट, गैर जिम्मेदार और सरकारी नौकरी के लिए अनुपयुक्त बताया गया है. वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने अफरीदी को बिन लादेन का ठिकाना ढूंढने में मदद करने के कारण हीरो करार दिया है. मार्च 2002 में क्षेत्रीय स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट कहती है, "पैसे कमाने का उनका हद से ज्यादा लालच देखते हुए मुझे उन्हें डॉक्टर कहते हुए शर्म आती है. वह भ्रष्ट, गैरजिम्मेदार और निम्न श्रेणी के अधिकारी हैं. एक डॉक्टर के तौर पर अगर उन्हें देखा जाए तो मैं कहूंगा कि वह किसी भी सरकारी काम या पद के लायक नहीं हैं, जहां पैसा जुड़ा हुआ है." इन दस्तावेजों में उन्हें निर्दय, अमानवीय बताया गया है.

तारिक हयात पाकिस्तान के खैबर कबायली इलाके में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी रहे हैं. उनके हवाले से रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने लिखा है कि हयात डॉक्टर अफरीदी को उस समय से जानते हैं जब डॉक्टर अस्पताल में काम करते थे. हयात ने उन से एक नर्स के साथ यौन दुर्व्यवहार के बारे में और प्राइवेट प्रैक्टिस के लिए सरकारी इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ मशीन चुराने के आरोपों के बारे में सवाल किए थे.

अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईएतस्वीर: picture-alliance/Landov

वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच के बाद यौन दुर्व्यवहार की शिकायत सही पाई थी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई नर्सों ने उनके बारे में शिकायत की थी कि वह बुरा सलूक करते हैं. हालांकि इन मामलों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है. वहीं एक नर्स नसीम बीबी कहती हैं, "वह सभी लोगों से अच्छा व्यवहार करते थे और अपना काम भी बहुत मेहनत से करते थे." बिन लादेन के घर के बारे में नसीम बीबी ने बताया. "हां वह उस घर पर उस दिन खास ध्यान दे रहे थे. लेकिन मुझे नहीं पता था कि क्यों."

पाकिस्तान सरकार ने अधिकारिक तौर पर अफरीदी के बारे में इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा है कि उसे जेल की सजा दिए जाने के अदालती फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए. लेकिन अफरीदी के चरित्र के बारे में ताजा आरोप पाकिस्तान और अमेरिका के बीच तनाव का एक और कारण बन सकते हैं.

अफरीदी के चाल चलन पर पाकिस्तानी अधिकारियों का शक भले ही स्वास्थ्य विभाग के दस्तावेजों से पुष्ट होता हो. लेकिन पाकिस्तान में इन आरोपों को अमेरिकी मदद के विरोध के तौर पर देखने वालों की कमी नहीं है.

अमेरिका ने इन आरोपों का विरोध किया है. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी का कहना है, अफरीदी के बारे में मिली जानकारी बताती है कि वह पाकिस्तान के मेडिकल समुदाय के सम्माननीय व्यक्ति थे. डॉक्टर अफरीदी की गिरफ्तारी के बाद उनके चरित्र पर अंगुली उठाने की कोशिश के बारे में हम जानते हैं.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

वहीं अफरीदी के पारिवारिक वकील रजा साफी ने इस विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. मैं उन पर पहले लगाए गए किसी भी आरोप के बारे में टिप्पणी नहीं दे सकता.

अफरीदी ने एबटाबाद में टीकाकरण अभियान चलाया. इसके तहत वह और उनके साथ तीन स्वास्थ्य कर्मी बिन लादेन के घर गए और बच्चों को ड्रॉप्स देने के बारे में कहा. इस दौरान उन्होंने रुई के फाहे का इस्तेमाल किया जिससे डीएनए के बारे में पता चला.

अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पैनेटा ने रविवार को कहा था, "अफरीदी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं अल कायदा के खिलाफ काम कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान इसे आखिरकार समझेगा. क्योंकि उन्होंने जो किया है वह पाक अमेरिकी कोशिशों को बेहतर करने वाला कदम तो नहीं है."

पिछले सप्ताह एक कबायली अदालत ने विदेशी खुफिया एजेंसी की मदद करने का दोषी करार देते हुए उन्हें 33 साल जेल की सजा दी. अफरीदी को पेशावर की जेल में एक अलग कमरे में रखा गया है. डर है कि इस्लामी चरमपंथी उन पर हमला कर सकते हैं.

पाकिस्तान अधिकारियों का दावा है कि अफरीदी काफी समय से सीआईए के साथ काम कर रहे हैं और उन्हें पाकिस्तान के कबायली इलाके में चरमपंथियों, उग्रवादियों के बारे में जानकारी देते थे. वहीं पाकिस्तान के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है, अफरीदी कई बार ऑपरेशन भी करते थे जबकि उन्हें सर्जरी करने की अनुमति नहीं थी क्योंकि उनके पास इसका सर्टिफिकेट नहीं था. उन पर आंखों, नाक, कान और किडनी के ऑपरेशन करने के आरोप हैं. एक सुरक्षाकर्मी ने तो यहां तक कहा कि अफरीदी तालिबानी गुटों के साथ भी संपर्क में थे और घायल लड़ाकों का इलाज करते थे.

अफरीदी के भाई जमील इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहते हैं कि उनके भाई को मोहरा बनाया जा रहा है. "अगर मेरे भाई ने कुछ गलत किया होता तो उनके पास अमेरिकी वीजा है, वह कभी भी जा सकते थे. मैं छिपा हुआ हूं क्योंकि मेरी जिंदगी खतरे में है. हम सभी की है. हमारा परिवार फिलहाल सुरक्षित है, लेकिन मीडिया कैंपेन से हम पर खतरा बढ़ रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिकी सरकार ने उन्हें मदद का कोई वादा नहीं किया. भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार के आरोपों का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया."

एएम/एमजे (रॉयटर्स)

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