सीआईए के एक रिटायर्ड जासूस ने बताया है कि 1962 में नेल्सन मंडेला को गिरफ्तार करवाने के पीछे अमेरिकी जासूसी एजेंसी का ही हाथ था. सोवियत संघ के साथ मंडेला की करीबी के कारण अमेरिका उन्हें खतरे के तौर पर देखता था.
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ब्रिटेन के अखबार "द संडे टाइम्स" की एक रिपोर्ट में एक पूर्व सीआईए जासूस डॉनल्ड रिकार्ड के इंटरव्यू के कुछ अंश छपे हैं. दक्षिण अफ्रीका में रंग भेद के खिलाफ जंग के मसीहा मंडेला की गिरफ्तारी के समय सीआईए की ओर से डॉनल्ड रिकार्ड दक्षिण अफ्रीका में तैनात थे. यह इंटरव्यू जॉन इरविन की डॉक्यूमेंट्री से लिया गया है.
एक जासूस ने सीआईए को मंडेला के बारे में आगाह किया, जिसके बाद 1962 में उनकी गिरफ्तारी हुई. जून 1964 में राजद्रोह और साजिश के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई गई. इस कैद के 27 में से 18 साल मंडेला ने रोबेन आइलैंड जेल में बिताए, जो बाद में स्वतंत्रता का प्रतीक बनी.
मंडेला की वह जेल
दक्षिण अफ्रीका के महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला ने अपनी कैद के 27 में से 18 साल खूंखार रोबेन आइलैंड जेल में बिताए. बाद में यह जेल स्वतंत्रता का प्रतीक बना. देखते हैं इतिहास से जुड़ी इस जेल की कुछ यादगार तस्वीरें...
तस्वीर: J. Schadeberg
टापू पर जेल
केपटाउन से कुछ किलोमीटर पर समुद्र के बीच एक टापू पर बनी यह जेल कैदियों को दुनिया से अलग थलग कर देती है. मंडेला ने अपनी जीवनी में इसे "देश से बाहर जाने की यात्रा" बताया है.
कड़ी मेहनत की सजा
भले ही मंडेला एक राजनीतिक कैदी की हैसियत से जेल में गए. लेकिन वहां उनसे दूसरे कैदियों जैसा ही व्यवहार किया गया. उनसे 10 से 14 घंटे तक मेहनत कराई गई. पत्थर तुड़वाए गए और इसकी वजह से उनकी आंखें हमेशा के लिए खराब हो गईं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
पति को छोड़ कर
यह तस्वीर 1964 में उस वक्त की है, जब विनी मंडेला अपने पति को जेल में छोड़ कर लौट रही थीं. मंडेला का कैदी नंबर 466 और साल 1964. बाद में उनकी पहचान 466/64 या 46664 से हुई.
तस्वीर: OFF/AFP/Getty Images
काल कोठरी
मंडेला की आत्मकथा में इस बात का जिक्र है कि अपनी कोठरी में लेटते हुए उनके पैर और सिर दोनों दीवारों को छूते थे. यही वह कोठरी है और इसे देख कर लगता है कि मंडेला की बात बिलकुल सही है.
तस्वीर: Getty Images
जेल से रिहाई
शायद यह दुनिया का इकलौता मामला हो, जहां संघर्ष कर रहा शख्स जेल में हो और उसकी बातें सुनने, समझने और मानने के लिए लाखों लोग सड़कों पर उतरें. दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद विरोधी आंदोलन के चरम पर मंडेला जेल में थे. उन्हें 12 फरवरी, 1990 को रिहा किया गया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
उफ, वो यादें
रिहाई के चार साल बाद नेल्सन मंडेला ने एक बार फिर रोबेन आइलैंड जेल का रुख किया. देश की तस्वीर बदल चुकी थी. यह जेल स्वतंत्रता की निशानी बन चुकी थी. मंडेला अपनी कोठरी की खिड़की से जेल के गलियारे को निहारते हुए.
तस्वीर: J. Schadeberg
सब कुछ वैसा ही
भले ही वक्त बदल गया हो लेकिन जेल के अंदर की वह कोठरी अब भी वैसी ही थी. कुर्सी लग गई थी, एक पौधा रख दिया गया था. और इस ऐतिहासिक क्षण को कैद करने सारे कैमरामैन बेताब थे.
तस्वीर: Getty Images/Afp/Guy Tillim
संघर्ष का तीर्थ
फिर तो मंडेला कई बार इस जेल में आए. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को भी दिखाया कि वे कैसे यातना भरे साल थे. 1998 की इस तस्वीर में क्लिंटन का चेहरा बहुत कुछ कह जाता है.
तस्वीर: Reuters
गुरु की जेल में
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने नेल्सन मंडेला से बहुत कुछ सीखा है. जून, 2013 में उन्होंने भी इस जेल का दौरा किया. साथ में पत्नी मिशेल ओबामा हैं. लेकिन मंडेला बीमार थे.
तस्वीर: Reuters
हतप्रभ और निशब्द
ओबामा जिस वक्त मंडेला की कोठरी में आए, अपने चेहरे के भाव को छिपा नहीं पाए. ओंठ भींचे निर्विकार ओबामा के चेहरे का हर एक निशान बता रहा है कि मंडेला के दिनों को याद करके वह कितने दुखी हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP
आजादी की मुट्ठी
चेहरे पर जोश और हवा में तनी दाहिने हाथ की मुट्ठी. मंडेला की यह पहचान थी. उनकी ऐसी ही मूर्ति जेल में लगाई गई है.
तस्वीर: Gianluigi Guercia/AFP/Getty Images
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डॉनल्ड रिकार्ड दक्षिण अफ्रीकी शहर डरबन में अमेरिका के उपकंसुल रह चुके हैं और सीआईए के लिए भी काम किया है. एक डॉक्यूमेंट्री के लिए इंटरव्यू देने वाले रिकार्ड ने ब्रिटिश फिल्म निर्माता जॉन इरविन को बताया कि वह खुद मंडेला के 1962 में हुई गिरफ्तारी से जुड़े थे. उन्होंने बताया कि उस समय अमेरिका को लगता था कि मंडेला "पूरी तरह से सोवियत संघ के नियंत्रण में" थे.
रिकार्ड ने कहा, "वे दक्षिण अफ्रीका में युद्ध छिड़वा सकते थे, फिर अमेरिका को भी बेमन से ही सही लेकिन युद्ध में कूदना पड़ता, और चीजें बहुत खराब हो सकती थीं." इरविन की फिल्म "मंडेलाज गन" में मंडेला की गिरफ्तारी के पहले के महीनों के बारे में विस्तार से बताते हुए रिटार्ड ने बताया, "हम उस कगार पर पहुंच चुके थे, जहां ये सब रोकना ही था, इसका मतलब था कि मंडेला को रोकना था. और ये सब मैंने रोका."
इस फिल्म की फ्रांस के कान फिल्म महोत्सव में स्क्रीनिंग होनी है. 1990 में जेल से रिहा किए गए मंडेला 1994 में दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति चुने गए. उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर एक कार्यकाल पूरा किया और इसके बाद पद छोड़ दिया. दक्षिण अफ्रीका के महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला का 95 साल की उम्र में 2013 में निधन हो गया था.
दुनिया को कहा अलविदा
साल 2013 में दुनिया ने अनेक शख्सियतों को खो दिया. महान नेता से लेकर कई कलाकार अब हमारे बीच नहीं हैं.
तस्वीर: Reuters
नेल्सन मंडेला (1918-2013)
रंगभेद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले और नस्ली एकता के महान नेता नेल्सन मंडेला का 94 साल की उम्र में निधन. मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे.
तस्वीर: Reuters
मार्गरेट थैचर (1925-2013)
मार्गरेट हिल्डा थैचर 1979 में ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी थीं. 8 अप्रैल 2013 को 87 साल की उम्र में निधन. जीवन की तरह मृत्यु में भी वह विवादों में रहीं.
तस्वीर: AFP/Getty Images
विल्फ्रीड मार्टेंस (1936-2013)
बेल्जियम में 9 गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री रहे विल्फ्रीड मार्टेंस का 77 वर्ष की आयु में निधन.
तस्वीर: picture-alliance/ dpa
ओत्तावियो क्वात्रोकी (1938-2013)
इतालवी व्यापारी और बोफोर्स घोटाले में आरोपी ओत्तावियो क्वात्रोकी का निधन. सीबीआई ने इस मामले को बंद कर दिया था. किसी भी आरोपी के खिलाफ दोष साबित नहीं हो पाया.
तस्वीर: AP
मिखाइल कलाश्निकोव (1919-2013)
एके-47 राइफल का आविष्कार करने वाले मिखाइल क्लाशनिकोव का 94 साल की उम्र में निधन. उन्हें राष्ट्रीय सम्मान के साथ मॉस्को में वीरों के कब्रगाह में दफनाया गया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
सरबजीत सिंह (1962-2013)
भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह का पाकिस्तान के अस्पताल में निधन. सरबजीत पर लाहौर की जेल में जानलेवा हमला हुआ था. उन्हें पाकिस्तान में बम धमाके के आरोप में फांसी की सजा हुई थी.
तस्वीर: AP
रॉनी बिग्स (1929-2013)
ब्रिटेन के कुख्यात लुटेरे रॉनी बिग्स का 84 साल की उम्र में निधन. लंदन में बिग्स के गिरोह ने ट्रेन से 26 लाख पाउंड लूटे थे.
तस्वीर: Reuters
प्राण (1920-2013)
बालीवुड फिल्मों के जाने माने अभिनेता प्राण कृष्ण सिकंद का 93 साल की उम्र में निधन. प्राण ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था.
तस्वीर: STRDEL/AFP/Getty Images
मन्ना डे (1919-2013)
हिन्दी फिल्म संगीत को नई उंचाइयों पर पहुंचाने वाले मन्ना डे का 94 साल की उम्र में निधन. मन्ना डे ने हिन्दी और बांग्ला समेत अनेक भाषाओं में 3,500 से अधिक गाने गाए.
तस्वीर: AP
जिया खान (1988-2013)
बॉलीवुड की युवा अभिनेत्री जिया खान ने 3 जून 2013 को फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया. जिया ने अपने करियर की शुरुआत अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म निःशब्द से किया था.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
रेशमा (1947-2013)
भारत में जन्मी और पाकिस्तान की मशहूर लोक गायिका रेशमा का कैंसर की बीमारी के बाद निधन. रेशमा के गाए गाने लंबी जुदाई और दमादम मस्त कलंदर आज भी लोकप्रिय हैं.
तस्वीर: NARINDER NANU/AFP/Getty Images
रितपुर्णो घोष (1963-2013)
रितपुर्णो घोष बंगला फिल्मों के महान निर्देशकों में से एक थे. 49 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन. उन्हें 12 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था. उनिशे अप्रैल और चोखेर बाली उनकी मशहूर फिल्में हैं.
तस्वीर: DW/S. Bandopadhyay
पॉल वॉकर (1973-2013)
'फास्ट एंड फ्यूरियस' के स्टार पॉल वॉकर की कार दुर्घटना में मौत. 40 साल के पॉल ने करीब 25 फिल्मों में काम किया था.
तस्वीर: Yasuyoshi Chiba/AFP/Getty Images
पीटर ओ टूल (1932-2013)
लॉरेंस ऑफ अरेबिया के स्टार पीटर ओ टूल का लंबी बीमारी के बाद 81 वर्ष की उम्र में निधन.
तस्वीर: imago/AD
रे डॉल्बी (1933-2013)
डॉल्बी प्रयोगशालाओं के संस्थापक और अमेरिकी इंजीनियर रे डॉल्बी का 12 सितंबर 2013 को निधन. ऑडियो रिकॉर्डिंग में शोर खत्मकर उनकी कंपनी ऑडियो तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बन गई थी.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo
डगलस एंगलबर्ट (1925-2013)
कंप्यूटर माउस के जनक डगलस एंगलबर्ट का 88 साल की उम्र में अमेरिका में निधन. 1963 में उन्होंने दुनिया को कंप्यूटर माउस से रूबरू कराया.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
फारूख शेख
दुबई में दिल का दौरा पड़ने से फारूख शेख का निधन. चश्मे बद्दूर और शतरंज के खिलाड़ियों जैसी फिल्मों के लिए मशहूर शेख टीवी शो मेजबान थे और नाटकों में भी नजर आते थे.
तस्वीर: DW/A. Misra
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मंडेला की पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) की राष्ट्रीय प्रवक्ता जीजी कोडवा ने इन खुलासों को "गंभीर अभियोग" बताते हुए कहा है कि "हमें हमेशा से मालूम था कि रंगभेदी सरकार कुछ पश्चिमी देशों के साथ मिली हुई थी." कोडवा ने कहा कि ये मामला कई दशक पुराना हो चुका है, लेकिन सीआईए आज भी दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में दखलअंदाजी करता है. कोडवा ने बताया, "हमें हाल ही में लगा है कि लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई एएनसी की सरकार को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे हैं."
कोडवा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "यह अब भी जारी है -- सीआईए अब भी उन लोगों के साथ मिलकर काम कर रही है जो यहां सत्ता परिवर्तन करना चाहते हैं." रिकार्ड ने सीआईए को सन 1978 तक अपनी सेवाएं दीं. इरविन को इंटरव्यू देने के मात्र दो हफ्तों के बाद ही इसी साल मार्च में उनका निधन हो गया. सीआईए ने इस मामले पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.