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सीमा को लेकर कंबोडिया थाइलैंड की तकरार जारी

२७ अप्रैल २०११

थाइलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर हुई झड़पों के बाद युद्धविराम के आसार और भी कम हो गए हैं. थाइलैंड के रक्षा मंत्री ने शांति वार्ता से इनकार कर दिया है.

मंदिर को लेकर झगड़ातस्वीर: AP

दोनों देशों के बीच सीमा पर हिंसा लगातार छठे दिन जारी है. झड़पों में अब तक 14 लोग मारे गए हैं और हजारों लोग संघर्ष वाले इलाके छोड़ कर जाने पर मजबूर हो गए हैं. कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने हिंसा को रोकने की मांग की है, लेकिन थाइलैंड के रक्षा मंत्री प्रवित वोंगसुवोन ने कंबोडियाई रक्षा मंत्री के साथ अपनी बैठक को टाल दिया है. थाइलैंड के कर्नल सुनसेम केउकुमनेर्ड ने कहा कि थाइलैंड के रक्षा मंत्री की यात्रा को टाल दिया गया है क्योंकि कंबोडिया की मीडिया में खबरे आईं हैं कि थाइलैंड की सरकार सीमा को लेकर युद्ध पर हार मान चुकी है. उन्होंने कहा, "मैं कंबोडिया के साथ जरूर बात करूंगा, लेकिन मैं नहीं चाहता कि लोग सोचें कि थाइलैंड हार मान रहा है."

प्रिय विहार मंदिरतस्वीर: picture alliance/dpa

थाइलैंड शांति के लिए तैयार नहीं

वहीं कंबोडिया का कहना है कि थाइलैंड यु्द्धविराम को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा. कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन ने कहा है कि वे संघर्ष को खत्म करना चाहते हैं. नॉमपेन्ह में उन्होंने कहा, "कंबोडिया युद्धविराम की अपील कर रहा है." साथ ही उनका कहना है कि मई में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में वे थाइलैंड के प्रधानमंत्री से मामले पर बात करने को तैयार हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने दोनों देशों से मामले पर नियंत्रण रखने को कहा और बताया कि वॉशिंगटन में अमेरिकी सरकार इस संघर्ष को करीब से देख रही है.

लड़ाई से भाग रहे आम लोगतस्वीर: dapd

पिछले पांच दिनों में कंबोडिया के आठ और थाइलैंड के पांच सैनिक आपसी झड़पों में मारे गए हैं. फरवरी में सीमा झड़पों में दस लोग मारे गए थे जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने भी दोनों देशों से शांति की अपील की थी और युद्धविराम समझौते का सुझाव दिया था. फरवरी में दोनों देश इस बात पर सहमत हुए थे कि वे सीमा पर इंडोनेशियाई पर्यवेक्षकों को तैनात करेंगे. लेकिन थाइलैंड की सेना ने इस पर आपत्ति जताई जिसकी वजह से ऐसा हो नहीं सका.

मंदिर पर किसका हक?

कंबोडिया और थाइलैंड की सीमा पर प्रिय विहार मंदिर को लेकर ऐतिहासिक झगड़ा है. 1962 में अंतरराष्ट्रीय अदालत ने फैसला किया कि यह मंदिर कंबोडिया का है लेकिन लगभग पांच किलोमीटर तक फैली हुई मंदिर की सीमा और आसपास के इलाकों पर दोनों देश अपना हक जताते हैं. कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन का कहना है कि मामले को सुलझाने के लिए वे द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन साथ ही कहा है कि इसमें एक निष्पक्ष मध्यस्थ को भी रखना होगा. मामला अब संयुक्त राष्ट्र के अलावा पूर्वी दक्षिण एशियाई देशों की संस्था आसियान तक पहुंच गई है. कंबोडिया का कहना है कि थाइलैंड की सेना झड़पों में जहरीली गैसों और खुफिया विमानों का इस्तेमाल करता है. थाइलैंड ने इस आरोप को खारिज किया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी

संपादनः उभ

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