सीरियाई विद्रोहियों की जेब खाली
२९ जनवरी २०१३![](https://static.dw.com/image/16513966_800.webp)
सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही गुटों ने पैरिस में मदद की मांग की है. सीरिया के मुद्दे पर पैरिस में हुई बैठक में 50 देशों और कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. फ्रांस ने देशों से सीरियाई विद्रोहियों की मदद करने की मांग की. इससे पहले दिसम्बर में मोरक्को में 'फ्रेंड्स ऑफ सीरिया' कॉन्फ्रेंस में जिस मदद का वादा किया गया था वो भी अब तक नहीं पहुंची है. इसी तरह की मदद के लिए एक और कॉन्फ्रेंस बुधवार को कुवैत में होनी है.
दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि सीरियाई शरणार्थियों की मदद में खर्च हो रही रकम की बढ़ती ही जा रही है. संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी के अनुसार इसी साल जनवरी में अब तक सवा लाख से ज्यादा सीरियाई शरणार्थी पड़ोसी देशों में जा चुके हैं. मार्च 2011 में संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक यह सबसे बड़ी संख्या है. सीरिया के पड़ोसी जॉर्डन का कहना है कि सिर्फ जनवरी में ही उसके यहां 52,000 शरणार्थियों ने पनाह ली.
खाली हाथ
राहत कार्य में लगे अधिकारियों का कहना है शरणार्थियों के लिए कंबल, टेंट और खाने जैसे जरूरी सामान के लिए उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पैसे की कमी के चलते जॉर्डन में दूसरा शरणार्थी कैंप खोलने में भी दिक्कतें आई हैं जहां 30,000 शरणार्थियों के लिए बंदोबस्त किया जाना था.
ब्रिटेन की गैर सरकारी संस्था ऑक्सफैम हजारों सीरियाई शरणार्थियों की मदद के लिए करीब सवा करोड़ पाउंड की मदद जुटाने की कोशिश में लगी है. अमेरिका भी उत्तरी सीरिया में एक करोड़ डॉलर की मदद भेजने की तैयारी में है. सीरिया में विरोधियों के गठबंधन समूह के उपाध्यक्ष रियाद सैफ ने देशों से आर्थिक और राजनैतिक मदद की मांग की है. रियाद ने कहा कि हर बार खाली हाथ लौटना हताशा भरा है.
छूटता नियंत्रण
फाबिउस ने आशंका जताई है कि अगर सही समय पर मदद नहीं पहुंचीं तो विद्रोही कट्टरपंथी समूहों से मदद ले सकते हैं. उन्होंने कहा, "ऐसे में गिरते पड़ते समाज का फायदा उठाने में कट्टरपंथियों को जरा भी देर नहीं लगेगी. वह क्रांति जो लोकतांत्रिक लड़ाई की तरह शुरू हुई थी उसे हम नागरिक सेना मतभेदों की भेंट नहीं चढ़ने दे सकते."
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक उत्तर पश्चिमी सीरिया के इडलिब सैन्य हवाई अड्डे पर विद्रोहियों के हमले का सरकारी सेना ने जमकर मुकाबला किया है. इस बीच सीरिया के आर्थिक गढ़ अलेप्पो में असद की सेना के हमले जारी हैं. सीरियाई सेना ने राजधानी दमिश्क के पास मुख्य सैन्य चेक प्वाइंट पर अपना नियंत्रण बनाए रखा है. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार सीरिया के संघर्ष में अब तक 60,000 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं.
रिपोर्ट: एएफपी/डीपीए