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सीरियाई सेना पर नरंसहार के आरोप

२६ अगस्त २०१२

सीरिया में दमिश्क के पास एक शहर में सैकड़ों लाशें मिली हैं. सीरिया की हालत पर नजर रख रही एजेंसी का दावा है कि सीरियाई सेना के भारी हमले के बाद लाशें मिलीं. विरोधियों ने सरकारी सेना पर एक और नरसंहार का आरोप लगाया है.

तस्वीर: dapd

विरोधी लड़ाकों की तरफ से जारी वीडियो फुटेज में करीब दर्जन भर जली और खून में डूबी लाशें एक कब्रिस्तान में दिन के उजाले में नजर आ रही हैं. बाकी लाशें दारया की एक मस्जिद के कमरे में भरी हुई हैं. दारया में पांच दिनों तक चली जंग के बाद 320 लोगों के मरने की बात कही जा रही है. दारया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सेना ने विद्रोहियों पर पुरजोर धावा बोला है. स्थानीय सहयोग समिति नाम के कार्यकर्ताओं के दल ने इसे "नरंसहार" करार दिया है. इन लोगों के मुताबिक ज्यादातर लोगों को सीधे सीधे मारा गया और फिर उनकी लाशों में आग लगा दी गई. समिति ने कहा, "शबीहा (सरकारी सेना) को मौत की मशीन में बदल दिया गया है जो सीरियाई लोगों और हमारे भविष्य के लिए खतरा बन गई है."

यूट्यूब पर विरोधी लड़ाकों की तरफ से लगाए गए वीडियो में कहा गया है, "अबू स्लाइमान आदरानी मस्जिद में असद सरकार के गैंग ने घिनौना नरसंहार किया है." इस कमेंटरी के साथ एक वीडियो क्लिप भी है, जिसमें कम रोशनी वाले एक कमरे में लाशों की कतार दिख रही है. दारया में हुई मौतों के बारे में स्थानीय सहयोग समिति, एलसीसी के लगाए एक दूसरे वीडियो में कम से कम दो बच्चे नजर आ रहे हैं. इन लोगों को सामूहिक कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी वीडियो में नजर आ रही है. शवों को कंबल से ढंक कर उन पर ताड़ की पत्तियां बिछाई गई हैं.

तस्वीर: Reuters

सरकारी मीडिया ने कहा है कि करीब दो लाख की आबादी वाले मुख्य रूप से सुन्नियों के शहर को "बचे खुचे आतंकवादी तत्वों से मुक्त" किया जा रहा है. निगरानी एजेंसी का दावा है कि शनिवार को देश भर में कम से कम 183 लोग मारे गए हैं. 17 महीने से चली आर रही जंग के थमने के अब तक कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. एलसीसी ने आरोप लगाया है कि सरकारी सेना ने दारया की घेरेबंदी कर रसद का रास्ता रोक दिया और उसके बाद भारी हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की. कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट को स्वतंत्र रूप से पुष्ट नहीं किया जा सका है क्योंकि वहां मौजूद मीडिया पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. असद की सरकार का दावा है कि वह देश में विदेशी आतंकवादियों से लड़ रही है जिसे इलाके के प्रतिद्वंद्वी सुन्नी मुसलमानों और पश्चिमी देशों का समर्थन है.

रविवार को देश के उप राष्ट्रपति फारुक अल शारा करीब महीने भर के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए. ऐसी अफवाहें थीं कि उन्होंने सरकार से अलग होने की कोशिश की जिसके बाद उन्हें नजरबंद कर दिया गया. शारा असद की सरकार में सबसे बड़े अधिकारी हैं जो सुन्नी हैं.

उन्होंने असद के साथ ईरान की संसद की विदेश नीति कमेटी के प्रमुख अलादिन बोरुजेदी के साथ मुलाकात की. ईरान की सरकारी मीडिया ईरना के मुताबिक बोरुजेदी ने कहा है, "हम सीरिया की सुरक्षा को अपनी सुरक्षा के रूप में देखते हैं. इस आधार पर हम अपने सीरियाई भाइयों के साथ बने रहेंगे."

ईरान सीरिया का सबसे मजबूत सहयोगी है. ईरान ने कहा है कि वह गुट निरपेक्ष आंदोलन के सम्मेलन में सीरिया की जंग खत्म करने के लिए एक योजना रखेगा. ईरान की राजधानी तेहरान में इसी हफ्ते गुरुवार और शुक्रवार को यह सम्मेलन होगा.

एनआर/ एजेए (एएफपी)

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