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'सीरिया में युद्ध के हालात'

२७ जून २०१२

सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने कहा है कि उनका देश युद्ध के हालात झेल रहा है. असद ने कैबिनेट को आदेश दिया कि सरकार विरोधी विद्रोह को पूरी ताकत के साथ कुचल दिया जाए.

तस्वीर: AP

राष्ट्रपति के कड़े फैसलों के दरमियान ही दमिश्क के पास सरकार समर्थक एक टीवी स्टेशन पर कुछ बंदूकधारियों ने हमला किया जिसमें तीन कर्मचारी मारे गए. टीवी स्टेशन में काम करने वाले लोगों ने बताया कि बंदूकधारियों ने दो इमारतों में विस्फोटक रख दिए थे. सना न्यूज एजेंसी ने लिखा है, "आतंकियों ने अल इखबारिया के मुख्यालय में विस्फोटक रखे. लूट पाट की और चैनल स्टूडियो को नष्ट कर दिया जिसमें न्यूजरूम का स्टूडियो भी शामिल है."

अल इखबारिया वैसे तो निजी टीवी चैनल है लेकिन वह राष्ट्रपति असद का समर्थन करता है. सीरिया में वैसे भी समाचार चैनलों पर सरकार का कड़ा नियंत्रण है. बुधवार को ही सीरियाई राष्ट्रपति असद ने नई कैबिनेट को संबोधित करते हुए कहा कि विद्रोहियों को हराने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.

इससे पहले तुर्की ने सीरिया को चेतावनी दी थी. प्रधानमंत्री रेसेप तैयब एर्दोआन ने कहा था कि उनके विमान को गिराना योजनाबद्ध शत्रुतापूर्ण कार्रवाई थी जिसके लिए सीरिया ने कोई चेतावनी नहीं दी. 16 महीने से जारी अस्थिरता के बाद सीरिया ने मंगलवार को कहा कि देश में सच में युद्ध जैसी स्थिति है. राष्ट्रपति ने कहा, "जब युद्ध के हालात में हो तो हमारी सभी नीतियां और क्षमताओं का इस्तेमाल जीतने के लिए किया जाना चाहिए."

मंगलवार को हुई हिंसा में सीरिया में करीब 115 लोग मारे गए हैं. मानवाधिकार ऑबजरवेटरी का कहना है कि मारे गए लोगों में 68 नागरिक और 41 सैनिक हैं. मंगलवार को ही राजधानी दमिश्क के पास मुठभेड़ शुरू हुई हैं. ऑबजरवेटरी के प्रमुख रामी अब्देल रहमान के मुताबिक, "कुदसाया और अल हमा में रिपब्लिकन गार्ड की पोजिशन के आस पास काफी हिंसक झड़पें हुई हैं. उनके मुताबिक राजधानी के इतने नजदीक पहली बार हथियारों का इस्तेमाल हुआ."

तस्वीर: REUTERS

सरकारी समाचार एजेंसी सना के मुताबिक सैनिकों की हथियारबद्ध आतंकी गुटों से झड़प हुई.

उधर तुर्क प्रधानमंत्री एर्दोआन ने कहा है कि तुर्की सीमा पर सीरिया के कारण पैदा हुई असुरक्षा या अस्थिरता का जवाब दिया जाएगा. इसे खतरा माना जाएगा.

रूस ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की है. रूसी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "हम इसे जरूरी मानते हैं कि घटना को उकसाऊ और जानबूझ कर की गई नहीं मानना चाहिए और यह भी देखा जाए कि इससे हालात और अस्थिर नहीं हों." रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जॉर्डन में पत्रकारों से कहा कि सीरियाई संकट के हल के लिए ईरान को बातचीत में शामिल करना चाहिए. वॉशिंगटन ने तुरंत इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने तीन चिकित्साकर्मियों को दी यातना और उनकी मौत के लिए सीरियाई सरकार की आलोचना की है.

एएम/(एमजे (डीपीए, एएफपी)

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