गांव वालों को कभी पंजों के निशान दिखते तो कभी दहाड़ सुनाई पड़ती. उनके दावों की जांच करने अधिकारी और वन्य जीव संरक्षक इलाके में पहुंचे. वहां जो मिला उसे देखकर जांचकर्ता खुशी से झूम उठे.
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इथियोपिया के अलाटस नेशनल पार्क के पास वैज्ञानिकों को शेरों के कई झुंडों का पता चला है. स्थानीय लोगों ने सबसे पहले इलाके में शेर दिखने की सूचना दी. पहले अधिकारियों और वन्य जीव संरक्षकों को इस पर भरोसा नहीं हुआ, क्योंकि इस इलाके में पहले कभी शेर नहीं देखे गए थे.
इस बीच एक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च ग्रुप ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के हंस बॉयर की अगुवाई में एक जांच दल बनाया. जांच दल ने ग्रामीणों से बात की और इलाके का दौरा किया. जांच दल ने वहां कई स्वचालित कैमरे लगा दिए. इन कैमरों को एक सेंसर से जोड़ा जाता है. सेंसर के आस पास दिन या रात में किसी भी तरह की आवाजाही होते ही कैमरा फोटो खींच लेता है. बॉयर की टीम ने वहां कई कैमरा ट्रैप लगाए. कुछ दिनों बाद जब कैमरों की जांच की गई तो रिसर्चर खुशी से झूम उठे.
बॉयर के मुताबिक उस इलाके में करीब 200 शेर हो सकते हैं. करीब 27 से 54 शेर तो सिर्फ अलाटस के इलाके में ही हैं. अब जांच दल को लग रहा है कि शेरों की ऐसी ही अंजानी आबादी पड़ोसी सूडान में भी हो सकती है. वन्य जीव संरक्षण से जुड़े संगठन बॉर्न फ्री ने शेरों की इस खोज को बड़ी सफलता बताया है. बीते दशकों में अफ्रीका में शेरों की संख्या तेजी से गिरी है. 20वीं शताब्दी की शुरुआत में अफ्रीका में पांच लाख शेर थे. आज यह संख्या घटकर करीब 20,000 रह गई है. बिल्ली प्रजाति के ये सबसे बड़े शिकारी अब मुख्य रूप से बोत्स्वाना, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे तक सिमट कर रह गए हैं.
कभी शेर अफ्रीकी महाद्वीप के अलावा मध्य पूर्व एशिया और भारत में भी पाए जाते हैं. मध्य पूर्व में तो अब शेरों का नामो निशान नहीं के बराबर बचा है. भारत में भी शेर गुजरात में गिर के नेशनल पार्क तक सिमट चुके हैं. भारत में शेरों की अलग नस्ल है, ये अफ्रीकी शेरों की तुलना में थोड़ी छोटी है. उन्हें एशियाई शेर कहा जाता है. गिर में करीब 500 से ज्यादा शेर बचे हैं.
दुनिया भर के राष्ट्रीय पशु
दुनिया के कई देशों की पहचान उनके राष्ट्रीय पशुओं से भी होती है. एक नजर अलग अलग देशों के राष्ट्रीय पशुओं पर.
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रॉयल बंगाल टाइगर
ताकत, खूबसूरती, साहस और गुर्राहट के लिए मशहूर रॉयल बंगाल टाइगर, भारत और बांग्लादेश का राष्ट्रीय पशु है. ये बाघ भारत, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश में पाया जाता है. जंगल का ये राजा आज अवैध शिकार से जूझ रहा है.
तस्वीर: picture-alliance/AP/J. Kundu
शेर
यह ग्रेट ब्रिटेन का राष्ट्रीय पशु है. वैसे शेर इस ठंडे यूरोपीय देश का प्राकृतिक निवासी नहीं है. एक जमाना था जब ब्रितानी हूकूमत पूरे विश्व में फैली थी, तब जंगल के सबसे ताकतवर शिकारी शेर को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया.
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जैगुआर
दक्षिण अमेरिका में पाई जाने वाली तेंदुए की एक खास प्रजाति को जैगुआर कहा जाता है. शर्मीला जैगुआर मेक्सिको और ब्राजील का राष्ट्रीय पशु है.
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लिंक्स
यूरोप में पाई जाने वाली ये जंगली बिल्ली रोमानिया और मेसिडोनिया की राष्ट्रीय पशु है. पहली नजर में ये तेंदुए के बच्चे जैसी लगती है. 19वीं शताब्दी में फर के चक्कर में इसका अंधाधुंध शिकार किया गया.
तस्वीर: picture-alliance/WILDLIFE
आडलर
जर्मन भाषा में आडलर कहा जाने वाला बाज जर्मनी का राष्ट्रीय पशु है. इसे जर्मनी के सरकारी दस्तावेजों में आसानी से देखा जा सकता है.
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बाल्ड ईगल
सफेद सिर और गर्दन वाला बाल्ड ईगल अमेरिका का राष्ट्रीय पशु है. यह झीलों के आस पास रहना पसंद करता है. मछली पकड़ने के लिए गोता लगाते वक्त इसकी रफ्तार 120 से 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है.
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ब्राउन बीयर
रूस का राष्ट्रीय पशु रशियन ब्राउन बीयर है. यह यूरोप और एशिया में पाई जाने वाली भूरे भालू की सबसे बड़ी प्रजाति है. सैलमन मछलियों के शौकीन ये भालू आज अवैध शिकार से खतरे में हैं.
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बैल
बैल स्पेन का राष्ट्रीय पशु है. स्पेन में बुल फाइटिंग और बुल रनिंग जैसे कई खेल भी होते हैं.
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गाय
हिमालय की गोद में बसे नेपाल में गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया है. हिन्दू बहुल राष्ट्र नेपाल में गाय को पूज्य माना जाता है.
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पांडा
खूबसूरत, आराम तलब और खूब सोने वाला पांडा चीन का राष्ट्रीय पशु है. बांस की कोमल कोपलें खाने वाला पांडा आज खतरे में है.
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कोमोडो ड्रैगन
14,000 से ज्यादा द्वीपों वाले देश इंडोनेशिया का राष्ट्रीय पशु कोमोडो ड्रैगन है. यह छिपकली की सबसे बड़ी प्रजाति है, जो तीन मीटर लंबी हो सकती है. लेकिन कई प्रचलित कहानियों के विपरीत यह मुंह से आग नहीं फेंकता.
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रेड कंगारू
यह ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय पशु है. वैसे तो कंगारुओं की भी कई प्रजातियां हैं लेकिन रेड कंगारू उनमें सबसे बड़ा है. फुदक फुदककर चलने वाला लाल कंगारू लगभग पूरे ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है.