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सेंचुरियन में कुर्सी बचाने उतरेगी टीम इंडिया

१५ दिसम्बर २०१०

जबानी हमलों के बाद भारत और दक्षिण अफ्रीका कल से मैदान पर मुकाबला करेंगे. पहली और दूसरी नंबर की टेस्ट टीमों में जंग हैं और टीम इंडिया अपनी गद्दी बचाने के लिए पूरा दम लगा देगी. अफ्रीका में टीम का प्रदर्शन खराब रहा है.

तस्वीर: UNI

भारतीय टीम के कोच गैरी कर्स्टन का कहना है कि यह क्रिकेट की दुनिया का सबसे बड़ा मुकाबला होने वाला है और भारत को इसमें कामयाबी हासिल करनी है. कर्स्टन खुद भी दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं. पिछले एक साल में भारत को किसी टेस्ट टीम ने कड़ी चुनौती नहीं दी है और दक्षिण अफ्रीका भी अपने ज्यादातर मैच जीतता आया है. इन दोनों टीमों का आपस में मुकाबला कम हुआ है.

ग्रेम स्मिथ की सेना उछाल लेती गेंदों पर भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी को भुनाने की कोशिश करेगी और दक्षिण अफ्रीका के पिचों पर उसे इसमें मदद भी मिलेगी. दुनिया के पहले नंबर के तेज गेंदबाज डेल स्टेन भी दक्षिण अफ्रीका के ही हैं.

तस्वीर: AP

भारतीयों को इस बात का ख्याल रखना है कि उन्होंने यहां पूरे एक दर्जन टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन जीत सिर्फ एक में ही मिली है. मुकाबले से पहले मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम भी इस बात को खूब उछाल रही है. सीरीज से पहले दोनों तरफ से शब्दों के तीर चले हैं, जिससे मुकाबला और रोचक होने की संभावना बढ़ गई है.

दक्षिण अफ्रीका के कोच कोरी फान जाइल ने दक्षिण अफ्रीका में भारत के खराब प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए कहा है कि रिकॉर्ड गलत नहीं बताते. लेकिन भारतीय कोच ने फौरन इसका जवाब दिया कि वक्त के साथ बहुत कुछ बदलता है.

शायद कर्स्टन ठीक ही कह रहे हैं क्योंकि आखिरी नौ टेस्ट सीरीज में से भारत को सात में जीत मिली है. लेकिन यह बात भी सच है कि इनमें से ज्यादातर भारतीय उप महाद्वीप में खेली गई हैं.

इसके अलावा भारत को अपने खिलाड़ियों की चोट से भी जूझना है. तेज गेंदबाज जहीर खान पूरी तरह फिट नहीं हैं, जबकि ट्रेनिंग के दौरान श्रीसंत को भी चोट लग चुकी है. अगर ये दोनों खिलाड़ी बाहर हो जाते हैं, तो भारत को बड़ा झटका लग सकता है.

चोटिल खानतस्वीर: AP

मौसम भी भारत के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. हालांकि कप्तान धोनी का कहना है कि टीम में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है और वे पहली बार दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के लिए दम लगा देंगे. धोनी का कहना है, "हमारे लिए जरूरी होगा कि हम यहां कि परिस्थितियों के अनुकूल खुद को ढाल लें. लेकिन हमें लगता है कि इस बार हम पहले से ज्यादा तैयार हैं. टीम के लड़कों ने यहां आईपीएल में खेला है. उन्होंने चैंपियंस लीग में खेला है और यह देश हमारे लिए कोई नया नहीं है."

धोनी ने कहा कि मैच खेलते वक्त वे इतिहास का ध्यान नहीं रखेंगे और न ही रिकॉर्ड बुक से प्रभावित होंगे. टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और गौतम गंभीर के रहते धोनी की यह बात ठीक लगती है.

इन सबके बीच सबसे बड़ी बाधा मौसम की हो सकती है, जिसने सेंचुरियन में बारिश की भविष्यवाणी कर रखी है.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः आभा एम

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