आरव अप्पुकुट्टन का जन्म एक लड़की के रूप में हुआ जबकि सुकन्या कृष्णा का जन्म एक लड़के के तौर पर. दोनों अपना सेक्स बदलवाना चाहते थे. तीन साल पहले मुंबई के एक क्लीनिक में दोनों डॉक्टरों से मिलने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. ये उन दोनों की पहली मुलाकात थी. दोनों ने एक दूसरे को अपना नंबर दिया और यहीं से उनके प्यार की शुरुआत हुई. अप्पुकुट्टन का कहना है, "हमने महसूस किया कि हमें एक दूसरे की चिंता थी, हमें एक दूसरे की परवाह थी."
46 वर्षीय अप्पकुट्टन का कहना है, "मेरी तमन्ना है कि सुकन्या के साथ कानूनी तौर पर शादी करके मैं अपना पूरा जीवन बिताऊं." लगभग तीन दशक की कशमकश के बाद अप्पुकुट्टन सेक्स चेंज कराकर एक महिला से पुरूष बने. वह कहते हैं, "हम अपने आधिकारिक दस्तावेजों में बदलाव का इंताजार कर रहे हैं. उसके बाद हम केरल में जाकर शादी करेंगे."
इस जोड़े को अपनी शादी में कोई कानूनी अड़चन तो दिखायी नहीं देती, लेकिन वे इस बात को लेकर चिंतित जरूर हैं कि समाज उन्हें किस नजर से देखेगा. कृष्णा का कहना है, "ट्रासंजेंडर समुदाय में हिजड़ा समेत सभी लोगों के साथ गालीगलौज होता है और हर दिन उन पर हमले होते हैं. परिवारों को चिंता लगी रहती है कि समाज उनके ट्रांस बच्चों के साथ कैसा सलूक करेगा. लेकिन समाज को बदलना होगा."
भारत समेत कई देशों में समलैंगिक अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहे हैं. लेकिन जिन्हें हम एक शब्द "समलैंगिक" में समेट देते हैं, वे खुद को एलजीबीटीक्यू कम्यूनिटी कहते हैं. आखिर क्या है LGBTQ?
तस्वीर: Reuters/O. Teofilovskiलेस्बियन यानी वे महिलाएं जो महिलाओं की ओर आकर्षित होती हैं. 1996 में आई फिल्म फायर ने जब इस मुद्दे को उठाया तब काफी बवाल हुआ. आज 20 साल बाद भी यह मुद्दा उतना ही संवेदनशील है.
तस्वीर: Reutersगे यानी वे पुरुष जो पुरुषों की ओर आकर्षित होते हैं. दोस्ताना और कल हो ना हो जैसी फिल्मों में हंसी मजाक में समलैंगिक पुरुषों के मुद्दे को उठाया गया, तो हाल ही में आई अलीगढ़ में इसकी संजीदगी देखने को मिली.
तस्वीर: picture-alliance/dpaबायसेक्शुअल एक ऐसा व्यक्ति है जो महिला और पुरुष दोनों की ओर आकर्षित महसूस करे. ऐंजेलिना जोली और लेडी गागा खुल कर अपने बायसेक्शुअल होने की बात कह चुकी हैं.
तस्वीर: picture alliance/AP Photoएल, जी और बी से अलग ट्रांसजेंडर को उनके लैंगिक रुझान के अनुसार नहीं देखा जाता. भारत में जिन्हें हिजड़े या किन्नर कहा जाता है, वे भी ट्रांसजेंडर हैं और बॉलीवुड में जानेमाने बॉबी डार्लिंग जैसे वे लोग भी जो खुद अपना सेक्स बदलवाते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Muheisenइस शब्द का मतलब होता है अजीब. इसके जरिये हर उस व्यक्ति की बात की जा सकती है जो "सामान्य" नहीं है. चाहे जन्म से उस व्यक्ति में महिला और पुरुष दोनों के गुण हों और चाहे वह किसी की भी ओर आकर्षित हो.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Brunaयह सूची यहां खत्म नहीं होती. कई बार एलजीबीटीक्यू के आगे ए भी लगा दिखता है. इसका मतलब है एसेक्शुअल यानी ऐसा व्यक्ति जिसकी सेक्स में कोई रुचि ना हो. इनके अलावा क्रॉसड्रेसर भी होते हैं यानी वे लोग जो विपरीत लिंग की तरह कपड़े पहनना पसंद करते हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Hitij भारत में आम तौर पर ट्रांसजेंडर लोगों को हाशिये पर रखा जाता है. ऐसे बहुत से लोगों को या तो भीख मांगकर गुजारा करना पड़ता है या फिर उन्हें वेश्यावृत्ति करनी पड़ती है. अप्पुकुट्टन को अपनी सर्जरी के बाद काम तलाशने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. उन्हें दुबई जाने के लिए वीजा नहीं दिया गया.
कृष्णा की उम्र 21 साल है. जब उन्होंने महिला बनने की इच्छा जतायी तो उनके परिवार ने उन्हें हॉर्मोन के इंजेक्शन दिये. उनका कहना है कि अप्पुकुट्टन के साथ उनके रिश्ते को लेकर काफी कुछ बुरा भला कहा गया लेकिन उनका इससे पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है. कृष्णा का कहना है, "लोग हमारे बारे में अच्छी बातें नहीं करते हैं. वे हमें खरी खोटी सुनाते हैं. इसलिए हम समाज और युवा ट्रांसजेंडर लोगों के लिए अपनी कहानियों से एक मिसाल कायम करने जा रहे हैं."
यह जोड़ा शादी के बाद एक बच्चे को कानूनी रूप से गोद भी लेना चाहता है. अप्पुकुट्टन कहते हैं, "अपनी शारीरिक सीमाओं के बावजूद हम अपनी जिंदगी में एक बच्चा चाहते हैं, तो हम उसे गोद लेंगे. हमारी जिंदगी बेहतर होगी और हम एक संपूर्ण परिवार बनेंगे."
एके/आरपी (एएफपी)
समलैंगिक और ट्रांसजेंडर लोग दुनिया भर में अभी भी किसी न किसी तरह के भेदभाव का शिकार हैं. वे अपनी लैंगिक पसंद और पहचान के कारण न सिर्फ कानूनी भेदभाव के शिकार होते हैं बल्कि हिंसा, उत्पीड़न और मौत का भी सामना करते हैं.
तस्वीर: C. Alvarez/Getty Imagesसंयुक्त राष्ट्र ने पहली बार 2011 में समलैंगिकों के मानवाधिकारों की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की थी. महासचिव बान की मून का कहना है कि उनकी पीढ़ी में भी इसे संवेदनशील मुद्दा माना जाता था, लेकिन उन्होंने बोलना सीखा है क्योंकि लोगों की जानें दाव पर हैं.
तस्वीर: picture-alliance/Photoshotजर्मनी में समलैंगिक संबंध 1969 से ही कानूनी हैं. 2001 से समलैंगिक जोड़े पार्टनरशिप का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. पिछले सालों में भेदभाव कम हुए हैं और लोग खुलकर सामने आए हैं. जर्मनी के पूर्व विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले भी समलैंगिक हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaप्राचीन भारत में समलैंगिक संबंधों के उदाहरण तो नहीं हैं लेकिन लिंगों के मेल के उदाहरण हैं. प्राचीन पुस्तकों में मोहिनी और अर्धनारीश्वर के रूप में ट्रांस सेक्सुअल चरित्रों का वर्णन भी मिलता है. कामसूत्र में समलैंगिक भावनाओं की चर्चा है.
तस्वीर: imago/Indiapictureरूस में 1993 से समलैंगिक संबंध कानूनी हैं लेकिन व्लादीमिर पुतिन की सरकार में उनके खिलाफ भेदभाव बढ़ा है. हाल ही में परिवहन सुरक्षा कानून में बदलाव कर समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों को ड्राइविंग लाइसेंस देने पर रोक लगा दी गई है.
तस्वीर: Getty Imagesअमेरिका में 32 प्रांतों में समलैंगिक विवाहों को कानूनी मान्यता है. 2014 में अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंधों को खत्म करने की निचली अदालत के एक फैसले पर अपील सुनने से इंकार कर दिया था और समलैंगिक विवाहों को कानूनी बनाने का रास्ता साफ कर दिया.
तस्वीर: Getty Imagesपिछले साल फीफा की सर्वोत्तम महिला फुटबॉल खिलाड़ी चुनी गई नदीन आंगेरर निजता की सुरक्षा पर खासा ध्यान देती हैं. उन्होंने विश्व फुटबॉलर 2013 के चुनाव के दौरान अपनी मित्र माग्दा का परिचय दुनिया से कराया. वे बाईसेक्सुअल हैं और माग्दा के साथ रहती हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaप्रसिद्ध फिल्म निदेशक अलेखांद्रो अमीनाबार ने 2004 में पहली बार बताया कि वे समलैंगिक हैं. चिली के पिता और स्पेन की मां के बेटे अमीनाबार ने एक ऑस्कर, 8 स्पेनी फिल्म पुरस्कार (गोया) और एक यूरोपीय फिल्म पुरस्कार जीता है.
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