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सेक्स पर्यटन से जूझता ब्राजील

१९ मई २०१४

रात घिरते ही आद्रियाना डी मोराएस और उनकी टीम नाटाल शहर के क्लबों का चक्कर लगाना शुरू कर देती है. वे वर्ल्ड कप फुटबॉल के दौरान नाबालिग सेक्स वर्करों को शहर से दूर रखना चाहती हैं.

तस्वीर: VANDERLEI ALMEIDA/AFP/Getty Images

12 जून को शुरू हो रहे फुटबॉल वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने दुनिया भर से करीब छह लाख लोग ब्राजील पहुंच रहे हैं और अधिकारियों को चिंता है कि इससे नाबालिग सेक्स वर्करों की संख्या और सेक्स टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. डी मोराएस का कहना है, "यह ऐसा आयोजन है जिसमें शामिल होने कई लोग बाहर से आ रहे हैं और हमें वाकई में सेक्स टूरिज्म को लेकर चिंता है."

ब्राजील में अवयस्क सेक्स वर्करों का कोई आंकड़ा नहीं. लेकिन बच्चों के खिलाफ अपराध की सरकारी हॉटलाइन का कहना है कि पिछले साल उसके पास करीब सवा लाख फोन आए. इनमें 26 फीसदी बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा के मामले थे. ज्यादातर मामले पूर्वोत्तर के थे, जो यूं तो गरीब इलाका है लेकिन समुद्री तटों की वजह से सैलानियों का पसंदीदा हुआ करता है.

नाटाल में भी होंगे वर्ल्ड कप के मैचतस्वीर: Getty Images

कैसे बदले जीवन

ताइना एक साल पहले नाटाल शहर में घूमा करती थी. उसकी कहानी यहां की कई बच्चियों की कहानी है, "हम लोग पोर्ता नेग्रा जाया करते थे. वहां मैं और हमारे दोस्त कारों के रुकने का इंतजार करते थे. वे हमें बुलाते थे और साथ ले जाते थे. ज्यादातर विदेशी थे, ब्राजीली नहीं." अब 18 साल की हो चुकी ताइना नई जिंदगी शुरू करना चाहती है. बाल सेक्स वर्करों के लिए काम करने वाली संस्था उसकी मदद कर रही है और वह होटल मैनेजमेंट पढ़ रही है.

वामपंथी राष्ट्रपति डिल्मा रुसेफ की सरकार ने घरेलू हिंसा, नाबालिगों के यौन उत्पीड़न और मानव तस्करी के खिलाफ पिछले सालों में अभियान छेड़ रखा है. हाल के दिनों में यह लोकप्रिय टीवी धारावाहिक 'साल्वे जोरगे' का भी मुख्य विषय है. सार्वजनिक जगहों पर इस मामले में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं. पर्यटन मंत्रालय में बच्चों की सुरक्षा विभाग के प्रमुख आडेलीनो नेटो का कहना है, "ब्राजील आने वाले हर सैलानी को पता होना चाहिए कि यहां बच्चों और किशोरों का उत्पीड़न अपराध है. वह विमान, होटलों, बसों और ट्रेन स्टेशनों में इसकी सूचना पाता रहेगा."

जोखिम में बच्चे

चाइल्डहुड नाम की संस्था में काम करने वाली तातियाना आकाबाने ने जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका में हुए पिछले विश्व कपों से अनुभव हासिल किया है. उनका कहना है, "एक बड़े आयोजन से नाबालिगों पर जोखिम बढ़ जाता है. जब बच्चों की छुट्टी होती है, तो शराब की खपत और सैलानियों की संख्या अचानक बढ़ जाती है." ब्राजील में 18 साल से ज्यादा उम्र में सेक्स कारोबार जायज है लेकिन सरकार इसे हतोत्साहित करती है.

फरवरी में ब्राजील ने जर्मन खेल कंपनी एडिडास के उस विज्ञापन को हटवा दिया, जिसमें एक टीशर्ट पर फुटबॉल और कम कपड़े पहने महिला थी और लिखा था, "स्कोर करने की जगह.. ब्राजील" राष्ट्रपति रुसेफ ने ट्वीट किया, "फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए आने वाले सैलानियों का ब्राजील स्वागत करता है लेकिन हम सेक्स टूरिज्म के खिलाफ कार्रवाई करेंगे."

दूसरी तरफ सेक्स वर्करों के लिए काम करने वाली संस्था डाविडा के रोबर्तो शातोब्रियों का कहना है, "अगर सैलानी आने वाले हैं और हर कोई पैसे बनाने वाला है, होटल, विमान कंपनियां और कारोबारी, तो फिर सेक्स वर्कर ऐसा क्यों न करें." उनका कहना है, "हम भी नाबालिगों के उत्पीड़न का विरोध करते हैं लेकिन सरकार ने सब कुछ एक ही बास्केट में डाल दिया है, मानव तस्करी, नाबालिगों का उत्पीड़न और वयस्क सेक्स कारोबार."

एजेए/एमजी (एएफपी)

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