दवा की दुकान में सैनिटरी नैपकिन खरीदने पर पैकेट को काली पन्नी में डाल कर दिया जाता है. सवाल है कि ऐसा क्यों?
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इस वीडियो के माध्यम से भारत में कुछ युवाओं की एक टीम ने देखना चाहा कि लोग मासिक धर्म को ले कर किस तरह से बात करते हैं. वीडियो में एक लड़की कई दुकानों पर जा कर सैनिटरी पैड खरीदती है और हर दुकानदार से पूछती है कि इसे काली पन्नी में क्यों लपेटा है, बाकी सामान की तरह ही क्यों नहीं दिया गया. जवाब में अधिकतर उसे यही सुनने को मिलता है कि बिना काले थैले के ले जाने में लड़की को ही परेशानी होगी क्योंकि लोगों को पैकेट दिखेगा. लेकिन क्या लोगों को काला थैला देख कर ही नहीं समझ आ जाएगा कि उसमें क्या हो सकता है? और अगर लोग जान भी जाएं, तो उसमें हर्ज क्या है? एक दुकानदार को यह भी कहते देखा जा सकता है कि लोग "बुरी बात करेंगे कि उस लड़की की डेट चल रही है". वह मासिक चक्र, जो हर महिला के लिए स्वाभाविक है, जिसके चलते वह संतान को जन्म देती है, क्या उसके बारे में बात करना इतना "बुरा" और गलत समझा जाना चाहिए?
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महिलाएं कभी अनदेखी ना करें ये 5 बातें
कई बार आपका शरीर ही आपका ध्यान भीतर की किसी बड़ी तकलीफ की ओर खींच रहा होता है लेकिन समय रहते बात समझ नहीं आती. अगर ऐसे कुछ लक्षण दिखाई दें तो इन्हें हल्के में ना लें.
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चक्कर आना
अगर आपने खूब खेलकूद या फिर काफी कड़ी ट्रेनिंग की तो हो सकता है कि इसके बाद आपका सिर थोड़ा घूम जाए. लेकिन अगर आपने पानी पिया है और सामान्य तापमान पर व्यायाम कर रहे थे, लेकिन फिर भी चक्कर आए तो यह दिल की बीमारी का लक्षण हो सकता है. कई बार साइनस या कान में किसी परेशानी के कारण भी ऐसा होता है.
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आधी रात को दस्त
कभी कभार कुछ गड़बड़ या खराब हो चुका खाना खा लेने से रात को टॉयलेट के चक्कर लगाने पड़ जाते हैं. लेकिन चिंता की बात तब है अगर अक्सर आपको देर रात दस्त जैसा हो. इसका कारण कोई संक्रमण या फिर आंतों में सूजन की परेशानी हो सकती है.
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पीरियड में बहुत अधिक रक्तस्राव
अगर मासिक रक्तस्राव के दौरान आपको सामान्य से काफी अधिक ब्लीडिंग हो तो ध्यान दें. इसका कारण फाइब्रॉइड या गर्भाशय का अघातक किस्म का ट्यूमर भी हो सकता है. अघातक यानि बिनाइन होने के बावजूद ऐसे ट्यूमर के कारण एनीमिया, थकान, गर्भ ठहरने में परेशानी और गर्भावस्था के दौरान भी कई बुरे नतीजे हो सकते हैं.
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बिना डायटिंग घटता जाए वजन
यह क्रोह्न डिजीज का लक्षण हो सकता है. इस स्थिति में आप जो भी खाएं शरीर उस भोजन के पोषक तत्व को सोख नहीं पाता है. अगर बिना डायटिंग के वजन 5 किलोग्राम से भी कम हो जाए तो यह कैंसर के शुरुआती लक्षण भी हो सकते हैं. यह पैंक्रियाज, पेट, ग्रासनली या फिर फेफड़ों के कैंसर की ओर इशारा करते हैं.
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नजर कमजोर होती जाए
ऑप्थेल्मोलॉजी विशेषज्ञ एमिली ग्राउबर्ट बताती हैं कि अगर बिना किसी दर्द के अचानक आंखों की शक्ति कम होने लगे तो यह स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है. पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है. स्ट्रोक की संभावना केवल बुढ़ापे में ही नहीं बल्कि 35 से 50 की उम्र की महिलाओं में भी होती है.