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सोशल मीडिया को अलविदा नहीं कहेंगे मोदी

चारु कार्तिकेय
३ मार्च २०२०

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विट्टर दुनिया भर में सबसे ज्यादा सोशल मीडिया फॉलोवर वाले राजनेताओं की सूची में दूसरे नंबर पर हैं. ऐसे में वे क्यों छोड़ना चाहते हैं सोशल मीडिया?

Screenshot Twitter Narendra Modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक सोशल मीडिया पावरहाउस के रूप में जाना जाता है, जो ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब के जरिए करोड़ों लोगों से नियमित रूप से जुड़ते हैं. ऐसे में उनकी रविवार को अपने सभी सोशल मीडिया खाते त्यागने की घोषणा ने सबको चौंका दिया था. उन्होंने 2 मार्च की शाम करीब 4.30 बजे ट्वीट किया कि वे रविवार को अपने ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब खाते त्याग देने के बारे में सोच रहे हैं और वे बाद में इस बारे में और विस्तार से बताएंगे.

मंगलवार तीन मार्च को उन्होंने रहस्य से पर्दा उठाते हुए एक दूसरे ट्वीट में जानकारी दी कि इस रविवार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर वे अपने सोशल मीडिया खाते ऐसी महिलाओं को सौंप देंगे जिनका जीवन और उनके काम सबके लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं. इस के लिए प्रधानमंत्री ने एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत उन्होंने लोगों को इस तरह की प्रेरणा देने वाली महिलाओं के बारे में #SheInspiresUs हैशटैग के साथ ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पोस्ट करने के लिए कहा. इनमें से जो जिन के पोस्ट चुने जाएंगे उन्हें प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया खातों को एक दिन के लिए चलाने का मौका दिया जाएगा.

इस से पहले जब प्रधानमंत्री ने यह नहीं बताया था कि वो क्यों अपने सोशल मीडिया खाते छोड़ने वाले हैं, तब उनके ट्वीट पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया की थी और कई तरह की अटकलें लगीं थीं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनकी घोषणा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें, सोशल मीडिया की जगह नफरत का त्याग करना चाहिए. 

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अटकल लगाई कि कहीं प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया छोड़ने का मतलब यह तो नहीं कि देश में इन सेवाओं पर प्रतिबंध लगने वाला है?

लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने यह घोषणा देश की समस्याओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए की.

कई लोगों का यह भी मानना था कि ऐसा करके प्रधानमंत्री किसी नई भारतीय सोशल मीडिया सेवा का आरम्भ करने वाले हैं.

हालांकि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और हिंसा फैलाने का आरोप अक्सर प्रधानमंत्री की पार्टी के आईटी सेल के कार्यकर्ताओं पर ही लगता है. इसके अलावा खुद प्रधानमंत्री पर कई बार ऐसे लोगों को फॉलो करने का आरोप लगा है जो ट्विटर पर बीजेपी के आलोचकों के खिलाफ भद्दी भाषा का इस्तेमाल करते हैं और सुनियोजित ढंग से आलोचकों को तंग करते हैं. 

तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने डॉयचे वेले को यह भी बताया था कि रविवार आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है और उस दिन हो सकता है कि प्रधानमंत्री एक दिन के लिए अपने सोशल मीडिया खातों को कुछ महिलाओं को सौंप दें और उन्हें उनके खाते चलाने की इजाजत दे दें.

ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी के दो खाते हैं, जिनमें उनके निजी खाते @नरेन्द्रमोदी के पांच करोड़ से अधिक फॉलोवर हैं और उनकी निजी वेबसाइट के खाते @नरेन्द्रमोदी_इन के 23 लाख फॉलोवर हैं. इसके अलावा वे प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक खाते @पीएमओइंडिया के जरिए तीन करोड़ से भी ज्यादा फॉलोवर से जुड़ते हैं.

तस्वीर: Twitter

वे ट्विटर पर हिन्दुस्तान के सबसे ज्यादा फॉलोवर वाले व्यक्ति तो हैं ही, लेकिन ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोवरों की संख्या को जोड़ कर देखा जाए (13 करोड़ से ज्यादा) तो वे दुनिया भर में सबसे ज्यादा फॉलोवर वाले राजनेताओं की सूची में दूसरे नंबर पर हैं. उनके आगे सिर्फ पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैं, जिनके तीनों सोशल मीडिया सेवाओं को मिलाकर कुल 19.5 करोड़ फॉलोवर हैं. इस सूची में मोदी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से आगे हैं, जिनके सिर्फ 11.7 फॉलोवर हैं.

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