"सौ साल तक नहीं आएगा कोई मुरली जैसा"
९ जुलाई २०१०महान उनके चाहने वाले प्यार से उन्हें मुरली कहते हैं, लेकिन मैदान पर उनका सामना करने वाले बल्लेबाजों के लिए वह किसी आतिश से कम नहीं. मुरली के मुताबिक वह गाले में 18 जुलाई से भारत के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे.
अपने समय के बेहतरीन ऑफ स्पिनर रहे सकलैन कहते हैं, "मुझे इस बारे में कोई शक नहीं है कि वह अपने दौर के बेहतरीन स्पिनर हैं. भले ही कई लोग कुछ भी सोचें लेकिन वह एक चैंपियन गेंदबाज हैं. मेरा विश्वास है कि बहुत सारे बल्लेबाजों ने यह सुनकर राहत की सांस ली होगी कि वह अब रिटायर हो रहे हैं. आप उनसे देख कर ही बहुत कुछ सीख सकते हैं. नए स्पिनरों को मुरली के विडियो जरूर देखने चाहिए."
18 साल के शानदार करियर के बाद मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. 132 टेस्ट मैचों में मुरली ने 792 विकेट लिए हैं और 337 वनडे में 515 विकेट चटकाए हैं. जल्द ही भारत के खिलाफ होने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ के पहले मैच के बाद मुरली नहीं खेलेंगे लेकिन उन्होंने 2011 के वनडे वर्ल्ड कप का विकल्प खुला रखा है.
मुरली का कहना है कि वह 37 साल के हो चुके हैं और अब ज़्यादा बॉलिंग नहीं कर सकते क्योंकि वह 16-17 ओवर के बाद थक जाते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार