जनरल कीथ एलेक्जैंडर इस साल मार्च में ही रिटायर हुए हैं. ऑस्ट्रेलियन फाइनैंशियल रिव्यू से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि स्नोडेन के खुलासों से अमेरिका को जो नुकसान पहुंच रहा है, रूस उसका फायदा उठाना चाहता है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि रूस स्नोडेन का चालाकी से इस्तेमाल कर रहा है. मैं नहीं जानता कि इस सब की शुरुआत कब हुई और इसके तार कितने गहरे हैं. लेकिन मुझे इस बात का शक है कि वह जो भी कर रहा है, वह रूस ही उससे करवा रहा है."
एलेक्जैंडर ने कहा कि रूस बहुत ही चालाकी से स्नोडेन से केवल वैसी ही बातें कहलवा रहा है जिसका अमेरिका को नुकसान हो, "वे ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे उन्हें खुद नुकसान झेलना पड़े." एनएसए का कॉन्ट्रैक्टर रह चुका स्नोडेन पिछले साल अगस्त से रूस में रह रहा है. अमेरिकी खुफिया एजेंसी के गुप्त कामों का पर्दाफाश करने के बाद स्नोडेन को रूस में शरण लेनी पड़ी. एलेक्जैंडर का कहना है कि स्नोडेन के कारण दोनों ही देशों की खुफिया प्रणाली पर बुरा असर पड़ा है, "इतना बड़ा धक्का हमें कभी नहीं पहुंचा. और इसका असर देशों को सुरक्षित बनाने और निवासियों को खतरों से बचाने के हमारे प्रयासों पर पड़ रहा है."
सरकारी राजों का पर्दाफाश करने वाले हीरो कई हैं. उनका अपना ही देश उनके लिए मुसीबत बन उठता है. अमेरिका के एडवर्ड स्नोडेन का मामला उठने के बाद फिर से चर्चा गर्म है.
तस्वीर: Getty Imagesकई लोगों के लिए अमेरिका के एडवर्ड स्नोडेन एक हीरो हैं. हालांकि अमेरिकी सरकार उन्हें विद्रोही के तरह देख रही है क्योंकि उन्होंने अमेरिकी खुफिया विभाग एनएसए की कई इंटरनेट जानकारियों को लीक कर दिया है. अब वे अपने लिए एक आशियाना तलाश रहे हैं क्योंकि दुनिया में ऐसे लोगों को जगह नहीं मिलती.
तस्वीर: Getty Imagesअमेरिकी सैनिक ब्रैडली मैनिंग एडवर्ड (दाएं) को मई 2010 में गिरफ्तार कर लिया. उन पर विकिलीक्स को हजारों खुफिया जानकारी देने का आरोप है. उन्होंने ऐसे दस्तावेज भी उजागर किए हैं, जिनमें अमेरिका ने मित्र देशों पर सवाल उठाया है. अब वह उम्र कैद काट रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpaएफबीआई के पूर्व उप प्रमुख मार्क फेल्ट को पर्दाफाश करने वालों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखा जाता है. उन्होंने 1974 में वॉशिंगटन पोस्ट के दो रिपोर्टरों को बारीकी से बताया था कि किस तरह रिचर्ड निक्सन ने विपक्षी डेमोक्रैट नेता के दफ्तर की जासूसी कराई. राष्ट्रपति निक्सन को इस्तीफा देना पड़ा लेकिन फेल्ट भी 33 साल तक छिपे रहे.
तस्वीर: APवॉशिंगटन पोस्ट के दोनों रिपोर्टरों बॉब वूलवर्ड और कार्ल बर्नश्टाइन के हिस्से वाटरगेट स्कैंडल का राजफाश करने का सेहरा बांधा जाता है. लेकिन इन्होंने खास तौर पर जानकारी देने वाले मार्क फेल्ट की पहचान भी छिपाए रखी. आखिरकार 2005 में फेल्ट खुद सबके सामने आ गए और तीन साल बाद उनकी मौत हो गई.
तस्वीर: APसर्गेई मैगनित्स्की की मौत 2009 में रहस्यमय हालात में पुलिस की हिरासत में हो गई थी. वह सिर्फ 37 साल के थे. उन्होंने सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर करने का दावा किया था. इस तस्वीर में उनके वकील मुकदमे की सुनवाई में शामिल हो रहे हैं और मैगनित्स्की की जगह एक खाली बाड़ा है.
तस्वीर: Reutersपूर्व बैंक मैनेजर रूडोल्फ एल्मर की यह तस्वीर 2011 की है, जिसमें वह विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को 2000 के संभावित टैक्स चोरों के दस्तावेज सौंप रहे हैं. असांज ने पता नहीं कितने मामलों को उजागर किया और उनके खिलाफ स्वीडन में सेक्स से जुड़े मामले में वारंट जारी किया गया है.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesयूरोपीय संघ के अधिकारी पॉल फैन बाइटेनेन ने 1998 में वित्तीय गड़बड़ियों से भरी जानकारी का खुलासा किया, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. उनके बॉस चाहते थे कि मामले को दबा दिया जाए. लेकिन उन्होंने दबाव बनाए रखा और आखिर में यूरोपीय संघ के पूरे कमीशन को इस्तीफा देना पड़ा. साल 2000 में संघ ने ऐसे लोगों की सुरक्षा के लिए कानून बना दिया है.
तस्वीर: Getty Imagesओकलाहामा के एक प्लांट में काम करने वाली कैरन सिल्कवुड के हाथ सुरक्षा में खामियों से जुड़े कुछ दस्तावेज लग गए थे. उन्होंने इसे प्रेस के हवाले करने का फैसला किया लेकिन रास्ते में ही उनकी कार का हादसा हो गया और इसमें उनकी मौत हो गई.
तस्वीर: picture-alliance/UPIइस्राएली सामाजिक कार्यकर्ता मोरदेशाई वानुनू की जानकारी पर लंदन की संडे टाइम्स ने 1986 में इस्राएल के परमाणु कार्यक्रम के बारे में छापा भी नहीं था कि इस्राएली खुफिया विभाग मोसाद ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन पर देशद्रोह का मुकदमा चला और उन्हें 18 साल की जेल की सजा मिली. 2004 में जेल से छूटने पर वानुनू ने कहा कि वह शांति के लिए लड़ते रहेंगे. उनके इस्राएल छोड़ने पर पाबंदी है.
तस्वीर: AFP/Getty Imagesन्यू यॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग के साथ खड़ा शख्स जेफरी वाइगंड हैं, जिन्हें 1993 में ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको ने बर्खास्त कर दिया था. वाइगंड ने राजफाश किया था कि किस तरह तंबाकू कंपनियां सिगरेट में ऐसी चीजें मिलाती हैं, जिससे लोगों को इसकी लत लगे और वे इसके बिना न रह सकें.
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बिन लादेन से तुलना
इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि एनएसए के कामों में सेंध लगने का नतीजा कई लोगों की जिंदगियों पर पड़ेगा, "मुझे लगता है कि आखिरकार बहुत सी जानें जाएंगी क्योंकि हम लोगों को बचा नहीं पाएंगे. और इसकी वजह यही है कि सुरक्षा के जिन तरीकों को हम अब तक कारगर माना करते थे, अब उन्हें अनैतिक करार दिया गया है."
स्नोडेन के लीक किए गए दस्तावेजों की तुलना बिन लादेन की जानकारी से करते हुए उन्होंने कहा, "1998 के बारे में सोचिए. उस समय किसी ने यह जानकारी लीक कर दी थी कि हम ओसामा बिन लादेन का फोन टैप कर रहे हैं. उसके बाद हम कभी उसकी बातें नहीं सुन पाए और वह आजाद हो गया और उसने 9/11 की साजिश रच डाली."
उन्होंने कहा कि एनएसए का मुख्य काम लोगों को आतंकवाद और साइबर हमलों से बचाना है और जिस तरह से गुप्त दस्तावेज सामने आ रहे हैं, उससे सुरक्षा कमजोर होती जा रही है.
आईबी/एमजे (एएफपी)