स्पेन और चिली भी अंतिम सोलह में
२६ जून २०१०ग्रुप के पहले ही मैच में स्विट्ज़रलैंड से 1-0 से हारने के बाद मायूस समर्थकों के लिए चिली के ख़िलाफ़ जीत जश्न मनाने का मौक़ा था. राजधानी मैड्रिड में हज़ारों लोगों ने वर्ल्डकप के नॉकआउट चरण में पहुंचने का जश्न वीवा एस्पानिया के नारे लगाकर और सड़कों पर नाचकर मनाया.
आज के मैच पर सब कुछ टिका था. स्पेन जीतने के लिए मैदान पर उतरा और शुरू से ही आक्रामक खेल खेलना शुरू किया. स्पेन को मौक़े भी मिले लेकिन उसका सही इस्तेमाल डाविड विया ने 24 वें मिनट में किया जब एक लम्बा शॉट लगाकर उन्होंने गेंद को सीधे गोल में पहुंचा दिया. चिली के ख़िलाड़ी उसे रोक नहीं पाए.
37वें मिनट में विया ने एक बार फिर गोल करने की कोशिश की लेकिन मौका न पाकर उन्होंने आंद्रेस इनिएस्ता को पास दिया. इनिएस्ता ने उसे चिली के खिलाड़ियों से बचाकर गोल में डाल दिया. बाद में इनिएस्ता को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया. उनका गोल टूर्नामेंट का 100वां गोल था.
ग्रुप का दूसरा मैच स्विट्ज़रलैंड और होंडुरास के बीच था. पहले ही मैच में यूरोपीय चैंपियन को मात देने वाले स्विस खिलाड़ी इस मैच में कोई करिश्मा नहीं दिखा सके. मैच 0-0 पर बराबर रहा और दोनों ही टीमें अगले राउंड में नहीं पहुंच पाईं.
क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए अब स्पेन का मुक़ाबला पुर्तगाल से होगा, जबकि चिली को ब्राज़ील से टक्कर लेनी होगी. यूरोपीय चैंपियन स्पेन की टीम को इस साल वर्ल्ड चैंपियन का गंभीर दावेदार माना जा रहा है. वह पाँच बार की विजेता ब्राज़ील के बाद दूसरे नंबर पर है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन