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स्पेन के पास इतिहास रचने का मौका

१ जुलाई २०१२

रविवार शाम यूरोकप के फाइनल में इटली का मुकाबला दो बार लगातार विजेता रह चुके स्पेन से होगा. स्पेन के लिए यह मौका है लगातार दूसरी बार यूरोकप जीतने वाली पहली टीम बनने का.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

यूरो कप 2012 के फाइनल में ज्यादातर लोगों ने दांव स्पेन की जीत पर लगा रखा है. लेकिन इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि इटली पूरी प्रतियोगिता में अब तक लगातार चौंकाता आया है.

फाइनल तक का सफर

गुरुवार की रात इटली ने जर्मनी के दर्शकों को हक्का बक्का छोड़ते हुए फाइनल में एंट्री ली. इटली ने जर्मनी को 2-1 से हराकर विश्व कप फुटबॉल के फाइनल की तरह एक बार फिर स्पेन के साथ भिड़ने के उनके सपने को चकनाचूर कर दिया. इटैलियन पत्रकार तांचरेदी पालमेरी ने डॉयचे वेले से कहा, "इटली के फुटबॉल इतिहास का यह एक बेहतरीन मैच था. किसी को शक ही नहीं था कि फाइनल में जगह मिलने का हक किसका है."

इटली के कोच सेजारे प्रान्देली ने इसे अपने कोचिंग करियर की सबसे बड़ी जीत बताया. उन्होंने कहा, "मुझे इस टीम पर नाज है. वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं. लेकिन हमारे पास अभी जश्न का वक्त नहीं है. हमें अगले मैच पर ध्यान देना है, जो पूरे टूर्नामेंट का सबसे महत्वपूर्ण मैच है."

स्पेन पुर्तगाल को हराकर फाइनल में पहुंचा है. इस जीत के लिए उसे खासी मशक्कत करनी पड़ी. 120 मिनट के मैच में कोई गोल नहीं हुआ. फैसला पेनल्टी से हुआ. आयरिश अखबार एग्जैमिनर में काम करने वाले मैड्रिड के पत्रकार डर्मोट कॉरिगन ने बताया कि इस जीत ने स्पेन में जोश भर दिया था, "स्पेन उत्साह से भरा हुआ है और टीम इतिहास रचने को बेकरार है."

तस्वीर: picture-alliance/dpa

इटली या स्पेन

स्पेन के खिलाड़ी कुछ हद तक इटली से चौकस हैं. हालांकि पिछले नौ मैचों में उनका रिकॉर्ड एकदम चकाचक रहा है. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बस एक गोल खाया है. लेकिन यह गोल ग्रुप स्टेज में था और वह भी इटली के खिलाफ. इसलिए इटली से हो रही चिंता जायज है. कॉरिगन कहते हैं कि स्पेन की टीम को चाहने वाले इटली से थोड़ा डरे हुए हैं. स्पेन ने यूरो कप 2008 के क्वॉर्टर फाइनल में इटली को हराया था. लेकिन ऐसा 1920 के बाद पहली बार हुआ था. 1920 के ओलंपिक में इटली को हराने के बाद स्पेन सालों तक ऐसा नहीं कर सका.

2008 के बाद से स्थिति बदली हैं. स्पेन के नौजवानों को अपनी टीम पर ज्यादा भरोसा है. कॉरिगन कहते हैं, "स्पेन में इटली को लेकर एक तरह का कमतरी का भाव रहा है. लेकिन अब उन्हें भरोसा है कि वे इटली को हरा सकते हैं."

उधर जर्मनी को हराकर इटली जोश से भर गया है. पालमेरी कहते हैं, "जब आप उस जगह पहुंच जाते हैं तो उसके बाद जोश को कम करना नामुमकिन है. बस उन्हें एक बात का ही ध्यान रखना है, स्पेन को वक्त नहीं देना है. स्पेन को वक्त मिल गया तो वह जीत जाएगा."

सारी संभावनाओं में स्पेन को भारी बताया जा रहा है. स्पेन  के खिलाड़ियों का नियंत्रण और लगातार जीत के बाद भी कायम होश उनका साथ दे रहा है. यानी मुकाबला जोश और होश का है.

रिपोर्ट: डेविड रेश/आईबी

संपादन: महेश झा

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