स्पेन की सरकार ने कहा है कि वह संसद की एक विशेष बैठक में कैटेलोनिया की सरकार को निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. स्पेन ने स्वतंत्रता की मांग को छो़ड़ने के लिए कैटेलोनिया को 19 अक्टूबर तक का वक्त दिया था.
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स्पेन ने घोषणा की है कि वह कैटेलोनिया पर सीधा शासन करेगा. स्पेन से आजादी की मांग छोड़ने के लिए कैटेलोनिया के तय समय में जवाब न देने पर स्पेन ने यह फैसला लिया है. स्पेन द्वारा जारी किये गये एक बयान के मुताबिक स्पेन के प्रधानमंत्री मारियानो राखोय की सरकार संविधान का अनुच्छेद 155 लागू करेंगे, जिसके तहत कैटेलोनिया के स्वशासन करने के अधिकार निलंबित किये जायेंगे.
स्पेन की सरकार ने कैटेलोनिया के राष्ट्रपति पुजदेमोन के एक पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि वह एक विशेष संसदीय बैठक में कैटेलोनिया पर थोड़ा या पूरा नियंत्रण लेने के बारे में फैसला करेंगे. पुजदेमोन ने स्पेन की सरकार को लिखे इस पत्र में चेतावनी दी थी कि अगर स्पेन कैटेलोनिया से कोई बातचीत नहीं करेगा तो कैटेलोनिया खुद को स्पेन से आजाद देश घोषित कर देगा. पुजदेमोन ने इस पत्र में लिखा था कि अगर स्पेन की सरकार, "बातचीत रोकेगी और अपना दबाव जारी रखेगी" तो कैटेलोनिया की संसद स्पेन से खुद को आजाद करने को लेकर वोट करेगी.
इस मुद्दे पर स्पेन और कैटेलोनिया के मध्य लगातार गतिरोध बना हुआ था. स्पेन ने कैटेलोनिया को 19 अक्टूबर की सुबह से पहले आजादी की मांग को छोड़ने की बात कही थी. वहीं कैटेलोनिया लगातार स्पेन से बातचीत की मांग कर रहा था. दोनों सरकारों के बीच कोई सामंजस्य स्थापित न होने और समय सीमा पार होने के बाद स्पेन ने कहा है कि वह कैटेलोनिया पर सीधे शासन करेगा.
सही साबित हुए विश्लेषक
विश्लेषकों ने पहले इसी स्थिति की आशंका जताई थी. उन्होंने कहा था कि यह तय नहीं है कि कैटेलोनिया स्पेन की सरकार का जवाब देगी या नहीं. विश्लेषकों ने यह जरूर कहा था कि कैटेलोनिया एक गंभीर समस्या में फंस गया है, क्योंकि इस बात का अंदेशा हमेशा था कि अगर पुजदेमोन कहते हैं कि उन्होंने आजादी की घोषणा की थी तो केंद्र सरकार स्थिति में दखल देगी. अगर वे कहते हैं कि उन्होंने आजादी की घोषणा नहीं की तो धुर वामपंथी पार्टी सीयूपी अल्पसंख्यक मत वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेगी. स्पेन ने कैटेलोनिया के नेता से पूछा था कि वह बतायें कि उन्होंने स्पेन से अलग होने को लेकर कैटेलोनिया में घोषणा की है या नहीं.
इस स्थिति को लेकर लोगों में भी लगातार असमंजस बना हुआ था कि कैटेलोनिया के नेता स्पेन को क्या जवाब देते हैं? क्योंकि जनमत संग्रह के बाद 31 अक्टूबर को जब पुजदेमोन को औपचारिक रूप से संसद में स्पेन से कैटेलोनिया की आजादी की घोषणा करनी थी तो उन्होंने घोषणा करने के बजाय कहा था कि वे अगले दो सप्ताह कैटेलोनिया के बेहतर भविष्य को लेकर स्पेन से बातचीत करने की कोशिश करेंगे. 31 अक्टूबर के पुजदेमोन के भाषण के बाद लोगों के मन में यह डर भी था कि जैसी स्थिति बन रही है उसके हिसाब से हर स्थिति में स्पेन उनके विरोध में सामने खड़ा होगा.
राखोय की कूटनीति
इस मामले में लंदन की एक रिसर्च फर्म टेनेओ इंटेलिजेंस के उप निदेशक अंटोनियो बरोसो का कहना था कि स्पेन के प्रधानमंत्री राखोय के दो लक्ष्य हैं. पहला, अगर पुजदेमोन अस्पष्ट रहते हैं, तो उनका स्वतंत्रता समर्थित आंदोलन एकदम कमजोर पड़ जाएगा. दूसरा, अगर कैटेलोनिया स्वतंत्रता की घोषणा करता है तो वे अनुच्छेद 155 लागू कर देंगे.
यूरोप में कहां-कहां अलगाववाद
स्पेन का स्वायत्त प्रदेश कैटेलोनिया आजादी की मांग करता रहा है. स्पेन के इतर यूरोप के दूसरे देशों में भी ऐसे कई हिस्से हैं जो स्वतंत्र होने की चाह रखते हैं. डालते हैं एक नजर कुछ ऐसे ही विवादों पर.
तस्वीर: picture-alliance/Zumapress/M. Oesterle
पश्चिमी यूरोप
सोवियत संघ के विघटन और यूगोस्लाविया के टूटने के बाद पूर्वी यूरोप में तमाम नये देशों का उदय हुआ. पूर्वी यूरोप में ऐसे बिखराव नजर आते हैं लेकिन पूर्व की तुलना में पश्चिमी यूरोप को हमेशा से मजबूत और अधिक ठोस माना जाता रहा. अब कैटेलोनिया समेत पश्चिमी यूरोप के अनेक देशों में स्वतंत्रता के ये आंदोलन जोर पकड़ रहे हैं. इनमें से कुछ आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से हो रहे हैं तो कुछ में बल प्रयोग भी हो रहा है.
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कैटेलोनिया, स्पेन
आजादी की जो आवाज कैटेलोनिया में उठ रही है वो पश्चिमी यूरोप के अन्य हिस्सों के मुकाबले अधिक तेज है. तानाशाह फ्रांकों के शासनकाल में यहां की भाषा और संस्कृति को दबाया गया लेकिन प्रदेश की राजनीतिक स्वायत्तता बनी रही. अब यह क्षेत्र वित्तीय कारणों से अलग होना चाहता है. यहां के नेताओं और लोगों को लगता है कि स्पेन उनकी धन-दौलत का लाभ उठा रहा है. स्पेन की जीडीपी में कैटेलोनिया का 20 फीसदी योगदान है.
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बास्क कंट्री, स्पेन
स्पेन में कैटेलोनिया का पड़ोसी प्रदेश बास्क कंट्री भी आजादी की मांग उठाता रहा है. यह इकलौता ऐसा इलाका है जो स्पेन सरकार को कर राजस्व नहीं देता. बास्क कंट्री अपनी कर वसूली के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र है. कैटेलोनिया की ही तरह इस क्षेत्र को तानाशाह फांक्रों के शासन में बहुत दबाया गया लेकिन आजादी आंदोलन ने अलगावादी समूह को जन्म दिया. इस संघर्ष में पिछले 50 सालों के दौरान अब तक 800 लोग मारे गए हैं.
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स्कॉटलैंड
स्कॉटलैंड पिछले 300 सालों से ब्रिटेन का हिस्सा है. स्कॉटलैंड की अपनी संसद भी है और यहां की स्कॉटिश नेशनल पार्टी स्कॉटलैंड की आजादी का समर्थन करती है. 2014 में आजादी को लेकर यहां एक जनमत संग्रह भी हुआ, जो विफल रहा. लेकिन ब्रेक्जिट के बाद स्कॉटलैंड में आजादी की भावनायें एक बार फिर चरम पर पहुंच गईं. स्कॉटलैंड अगले साल एक बार फिर जनमत संग्रह कराने की कोशिशों में जुटा है.
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फ्लैंडर्स, बेल्जियम
न्यू फ्लेमिश एलायंस के आजादी समर्थक नेता बार्ट डी वेवर वर्तमान में बेल्जियम के चैंबर ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स का नेतृत्व करते हैं. वेवर को विश्वास है कि बेल्जियम एक दिन जरूर टूटेगा और और यहां रहने वाले फ्लेमिश भाषियों का फ्लैंडर्स क्षेत्र आर्थिक रूप से मजबूत बनेगा. अगर ऐसा कभी होता है तो बेल्जियम के पास बेहद ही छोटा हिस्सा रह जायेगा.
तस्वीर: dapd
पडानिया, इटली
उत्तरी इटली का यह अलगाववादी आंदोलन आर्थिक हितों से प्रेरित है. पो नदी घाटी वाला यह इलाका इटली का औद्योगिक केंद्र हैं. उत्तर के लोगों को लगता है कि वे दक्षिणी इलाके की तुलना में अधिक मेहनत कर पैसा कमाते हैं. 1990 के दशक में इस पडानिया क्षेत्र की लीगा नॉर्ड पार्टी ने इटली से पूरी तरह से अलग होने की मांग उठाई थी हालांकि अब आजादी से अधिक जोर वित्तीय स्वतंत्रता पर हो गया है
दक्षिणी टिरोल
इटली का ही एक अन्य उत्तरी क्षेत्र दक्षिणी टिरोल प्रथम विश्व युद्ध के अंत तक ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य का हिस्सा था. दूसरे विश्व युद्ध के बाद इस क्षेत्र को अधिक राजनीतिक और भाषाई स्वतंत्रता मिली और समृद्ध क्षेत्र को अपना राजस्व नियंत्रित करने की आज भी अनुमति है. अब तक यह क्षेत्र इस व्यवस्था से संतुष्ट भी था लेकिन ऋण संकट के बाद यहां अलगाववादी भावनाओं में उभार आया है.