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हत्यारे से बोलती रही इनग्रिड

२३ मई २०१३

जैसे उसे पता चला कि सैनिक का सिर कलम करने वाले पुलिस पर गोली चलाना चाहते हैं. 48 साल की इनग्रिड लोयाऊ केनेट हमलावरों से बात करती रही. उधर ब्रिटिश प्रधानमंधी इस घटना पर आपात बैठक कर रहे हैं.

तस्वीर: Reuters

48 साल की इनग्रिड कोई अपहर्ताओं में मध्यस्थता करने वाली एक्सपर्ट तो नहीं लेकिन एक स्काउट लीडर हैं. इस घटना के दौरान वह बस से उतरीं. पहले तो उन्होंने सड़क पर पड़े आदमी की मदद की कोशिश की और फिर उन्होंने हमलावरों से बात करनी शुरू की.

इनग्रिड लोयाऊ केनेट ने बताया, "उसके पास जो हथियार था वह कसाई के औजार जैसा दिख रहा था, जो हड्डियां काटने के काम आता है. साथ ही दो बड़े चाकू भी थे. उससे दूर हो, उसने मुझे कहा. उसने बोला मैंने हत्या की क्योंकि वह मुसलमानों को मारता था. मैं उन लोगों से आजिज आ चुका हूं जो अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मार रहे हैं."

उधर ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने खुफिया अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाई है. दक्षिण लंदन में दो कट्टरपंथियों ने एक व्यक्ति को चाकू से हमला कर मार दिया. वूलविच इलाके में मारा गया यह व्यक्ति सैनिक था. ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक हमलावरों ने हमले के बाद भागने की बिलकुल कोशिश नहीं की बल्कि लोगों को अपना फोटो लेने दिया.

मौके पर मौजूद एक व्यक्ति के वीडियो में देखा जा सकता है कि बुधवार को हुए हमले के बाद हमलावर खून से सने हाथ लेकर धार्मिक नारे लगाता हुआ आया और कहा कि मुस्लिम दुनिया में ब्रिटिश सैनिकों के शामिल होने का यह बदला है. "हम कसम खाते हैं कि हम कभी तुम्हारे खिलाफ लड़ना नहीं छोड़ेंगे. हमने यह किया है क्योंकि हर दिन लोग मर रहे हैं." 20 से 30 साल की उम्र के अफ्रीकी दिखने वाले आदमी ने यह कहा.

बोस्टन मैराथन हमले के एक ही महीने बाद लंदन में यह घटना हुई है.

वीडियो से लिया गया फोटोतस्वीर: Reuters

पुलिस ने दोनों संदिग्धों को गिरफ्तार करने की कोशिश में गोली मारी. घायलों को फिर हिरासत में ले जाया गया. इनकी पहचान के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. माना जा रहा है कि इनका संबंध नाइजीरिया से हो सकता है. वीडियो में एक हमलावर ने सड़क पार करने से पहले वीडियो के सामने कहा, "मैं माफी चाहता हूं कि महिलाओं को ये सब देखना पड़ रहा है लेकिन हमारे देशों में भी महिलाएं ये सब देखने को मजबूर हैं. आप लोग कभी सुरक्षित नहीं रहोगे. सरकार गिरा दो, वे आपकी परवाह नहीं करते."

कैमरन फ्रांस का दौरा जल्दी खत्म करके ब्रिटेन लौट आए, उन्होंने कहा, "पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन ऐसे मजबूत संकेत हैं कि यह आतंकी घटना है. हमारे देश में ऐसे हमले पहले भी हुए हैं लेकिन हम उनके सामने हार नहीं मानेंगे."

हमले के बाद दक्षिणपंथी गुट इंग्लिश डिफेंस लीग के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया. उधर लंदन में भी अलग घटनाओं में मस्जिदों के बाहर हमले की खबरें आई हैं. लेकिन किसी के घायल होने की खबर नहीं है.

मारे गए व्यक्ति ने टीशर्ट पहन रखी थी जिस पर लिखा था, हेल्प फॉर द हीरो. घायल ब्रिटिश सैनिकों की मदद के लिए बनाया गया यह संगठन है. अफगानिस्तान में ब्रिटिश सैनिक 2001 से तैनात हैं और इससे पहले वह इराक में 2002 से 09 के बीच थे.

सैनिक के लिएतस्वीर: Reuters

2005 की जुलाई में लंदन आतंकी हमले का शिकार हुआ था. जब एक व्यक्ति ने अंडरग्राउंड ट्रेन में बम रख दिए थेय. इसमें 52 लोगों की मौत हुई थी. दो सप्ताह बाद फिर इसी तरह के हमले को नाकाम कर दिया गया था.

एएम/एजेए (एएफपी, रॉयटर्स)

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