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हमला आतंकवादी नहीं: बेल्जियम

१४ दिसम्बर २०११

बेल्जियम के शहर लिएज में मंगलवार को हुए हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और कम से कम 120 घायल हैं. हमलावर ने बाजार में हथगोले फेंकने के बाद खुद को गोली मार ली. प्रधानमंत्री के मुताबिक हमला आतंकवादी नहीं था.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

हमलावर की पहचान हो गई है. अधिकारियों का कहना है कि वे अब तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि हमले का कारण क्या था. बेल्जियम के प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि यह आतंकवादी हमला नहीं था. हमलावर 33 साल का नॉर्डिन अमरानी हथियार और नशीले पदार्थ रखने के मामलों में कई बार जेल जा चुका था. मंगलवार को पुलिस ने उसे यौन उत्पीडन के एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. नॉर्डिन थाने के लिए रवाना हुआ, लेकिन हथगोलों, पिस्तौल और बंदूक के साथ. अधिकारियों का कहना है कि वह एक बैगपैक के साथ शहर के मुख्य चौक पर पहुंचा जहां क्रिसमस की खरीदारी के कारण काफी भीड़ थी. उसने शहर के मुख्य बस अड्डे पर तीन हथगोले दागे और फिर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगा. इस बस अड्डे से हर दिन 1,800 बसें चलती हैं.

बच्चों की मौत

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मैंने एक जोरदार धमाका सुना. मुझे लगा मेरी कार में कुछ हुआ है. फिर कुछ सेकंड बाद दूसरा धमाका हुआ और मैंने आस पास कांच टूटते देखे. मैंने देखा कि लोग भाग रहे हैं, चिल्ला रहे हैं." अधिकारियों का कहना है कि हमलावर की मौत पुलिस कार्रवाई में नहीं हुई, लेकिन यह बात अभी साफ नहीं है कि उसने खुदकुशी की या हमला करते दौरान उसकी किसी गलती के कारण उसकी जान गई. एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार नॉर्डिन ने हमला करने के बाद खुद को गोली मार ली.

पुलिस की कार्रवाई के दौरान लोगों को घरों और दफ्तरों से बाहर न निकलने को कहा गया और सड़क पर मौजूद लोगों को दुकानों या अन्य इमारतों में छुपने की सलाह दी गई. हमले के दौरान बाजार में अधिकतर बच्चे थे जो परीक्षा खत्म होने के बाद वहां घूम रहे थे. 15 और 17 साल के दो स्कूली छात्र भी मौके पर ही मारे गए. उनके अलावा एक 18 महीने की बच्ची और 75 साल की महिला की भी जान गई. बुधवार सुबह एक और बच्चे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

आतंकवादी हमला नहीं

लिएज में मौजूद पत्रकार निकोलास गिलेन ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "मैंने एक आदमी को अपना हाथ उठा कर बस पर कुछ फेंकते हुए देखा. फिर मैंने एक धमाका सुना. वह पलटा, उसने कुछ और उठाया और उसका पिन निकाला. तब मैंने वहां से भागना शुरू किया. वह अकेला था और जानता था कि वह क्या कर रहा है. वह चाहता था कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचा सके. मैंने 10 सेकंड के अंदर चार धमाके सुने."

यूरोप में इस समय त्योहार का माहौल है. जिस जगह हमला हुआ वहां शहर का क्रिसमस बाजार लगता है जिसमे खास 200 दुकानें लगाई जाती हैं. इस बाजार में हर साल 15 लाख लोग आते हैं. हमले के बाद कुछ देर तक आस पास का इलाका सील कर दिया गया और बाजार को बंद रखा गया, लेकिन शाम को क्रिसमस की चकाचौंध एक बार फिर लौट आई. बेल्जियम के राजा एल्बर्ट द्वितीय और रानी पाओला वारदात की जगह पर पहुंचे. प्रधानमंत्री एलियो दी रूपो ने भी घटनास्थल का जायजा लिया. प्रधानमंत्री ने हादसे की निंदा की और कहा, "पूरा देश इस दर्द को बांट रहा है. लेकिन यह एक अलग मामला है, इसका आतंकवाद से कोई लेना देना नहीं है."

इटली में भी हमला

शांति के लिए जाने जाने वाले यूरोप में इस तरह के हमले कम ही देखे जाते हैं, खास तौर से क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान. लेकिन मंगलवार को यूरोप में एक साथ दो वारदातें हुईं. इटली में भी एक व्यक्ति ने अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर खुद की भी जान ले ली. यह हादसा इटली के शहर फ्लोरेंस में हुआ. हमलावर के अलावा इसमें सेनेगल के दो लोगों की जान चली गई और तीन जख्मी हुए. हमलावर की पहचान 50 साल के गियानलुका कासेरी के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार इस व्यक्ति ने कई बार उग्रदक्षिणपंथियों द्वारा आयोजित किए गए नस्लवाद से जुड़े मोर्चों में हिस्सा लिया था.

रिपोर्ट: एएफपी/ ईशा भाटिया

संपादन: ओ सिंह

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