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हमले में छह आतंकियों के होने की संभावनाः मलिक

२३ मई २०११

कराची में नौसेना के एयर बेस पर 16 घंटे चले आतंकी हमले के बाद गृह मंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि इस हमले में छह आतंकियों के शामिल होने की संभावना है. हमले के दौरान 11चीनी और 6 अमेरिकी नागरिक सुरक्षित रहे.

Rehman Malik ,Federal Interior Minster Foto Abdul Sabooh Januar 2010
तस्वीर: Abdul Sabooh

हमले में 10 सैनिक, तीन आतंकी मारे गए हैं.गृह मंत्री रहमान मलिक ने पत्रकारों को बताया, "ऑपरेशन खत्म हो गया है. एक संदिग्ध अब भी बिल्डिंग में छिपा हो सकता है जबकि दो सुरक्षा कर्मियों के साथ हुई गोलीबारी की शुरुआत में ही भाग गए." मलिक ने बताया कि 10 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और 15 घायल हुए हैं.

हमले के दौरान आतंकियों ने अमेरिका के दिए हुए पीसी3 ओरिओन प्लेन को नष्ट कर दिया और एक दूसरे विमान को हानि पहुंचाई है.

रविवार रात से शुरू हुई गोलीबारी सोमवार दोपहर तक जारी रही. पीएनएस मेहरान के आस पास हजारों सैनिक जमा थे और सेना के विशेष दस्ते आतंकियों से लड़ने में लगाए गए थे. मलिक ने कहा कि सैन्य ठिकाने में गोलीबारी के समय 6 अमेरिकी, 11 चीनी मौजूद थे उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. तहरीक ए तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए और हमले करने की धमकी दी है.

रिटायर्ड सैन्य जनरल तलत मसूद ने कहा, "अब सभी यह सवाल पूछेंगे कि ऐसा संभव ही कैसे हुआ कि इतनी कड़ी सुरक्षा वाले ठिकाने में आतंकी घुस गए. पाकिस्तानी सेना के लिए यह बहुत ही असहाय स्थिति है."

16 घंटे चलता रहा अभियानतस्वीर: picture alliance/dpa

पाकिस्तान के गृह मंत्री ने बताया कि हमलावर 20 से 25 साल के थे. उन्होंने सैन्य ठिकाने में घुसने के लिए दो सीढ़ियां इस्तेमाल की और वायर काट कर अंदर कूद गए. हमले के लिए उन्होंने बंदूकें, ग्रेनेड इस्तेमाल किए. पीएनएस मेहरान पांच फुट ऊंची कांक्रीट की दीवार से घिरा हुआ है और इसके ऊपर कंटीला तार लगा हुआ है.

पाकिस्तान में इस आतंकी हमले पर भारत ने गहरा दुख जताया है और सीमाओं पर चौकसी कड़ी कर दी है. भारत के गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि पाकिस्तान के सैन्य ठिकाने पर हमला इस बात का संकेत है कि भारत परेशानी वाले पड़ोस के साथ रहता है. "मैंने हमारे पड़ोस को अशांत बताया.इस घटना से भी यही निषकर्ष निकलता है कि हमारा पड़ोस अशांत है. हमें हर समय चौकस रहना होगा."

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः एस गौड़

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