1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

हरारे में हार, टीम इंडिया फिर बाहर

५ जून २०१०

टी-20 वर्ल्ड कप के बाद श्रीलंका ने ट्राई सीरीज से भी टीम इंडिया को बाहर किया. चंडीमल के सामने भारतीय गेंदबाज़ों की एक न चली. 269 रन के लक्ष्य को आसानी से पार कर गई दिलशान की टीम. असरहीन साबित हुई युवाओं से भरी टीम.

तस्वीर: AP

श्रीलंका को बड़े अंतर से हराने का टीम इंडिया का ख्वाब टॉस के साथ ही टूटा. विपक्षी कप्तान ने भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया और 268 रन पर रोक दिया. यहीं तय हो गया था कि अब बड़ी जीत की उम्मीद करना बेकार है. श्रीलंका ने टी-20 वर्ल्ड कप की तरह एक बार फिर पहले भारत की बड़ी जीत की उम्मीद तोड़ी और फिर मैच भी जीत लिया.

लक्ष्य का पीछा कर रही श्रीलंकाई टीम के कप्तान तिलकरत्ने दिलशान जल्दी आउट हुए लेकिन दिनेश चंडीमल ने भारत के अनुभवहीन गेंदबाजों का खूब फायदा उठाया. उन्होंने 111 रन ठोंके और दूसरे और तीसरे विकेट के लिए बढ़िया साझेदारियां निभाई. चमारा कपुगेदेरा, जीवान मेंडिंस और समरवीरा को भी रन बनाने में कोई मुश्किल न हुई.

समरवीरा और मेंडिंस की जोड़ी ने 8 गेंदें शेष रहते हुए मैच अपनी टीम के नाम कर लिया. इस मुकाबले में भारत के तीन खिलाड़ियों ने अपने वनडे करियर की शुरूआत की. नमन ओझा, पंकज सिंह के अलावा रविचंद्रन अश्विन ही कुछ कमाल दिखा पाए.

इससे पहले शनिवार को कप्तान सुरेश रैना ने मुरली विजय की छुट्टी करते हुए नमन ओझा को ओपनिंग का मौका दिया. आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से बढ़िया बल्लेबाज़ी करने वाले ओझा अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाए. तीसरे ओवर में कुलशेखरा ने उनके पैड पर गेंद मारी और एक रन बनाने वाले ओझा को पैवेलियन लौटा दिया.

नमन ओझातस्वीर: UNI

दूसरे छोर पर खेल रहे दिनेश कार्तिक ने टीम को फिर मायूस किया. अपना 44वां वनडे खेल रहे कार्तिक 27 से ज्यादा रन नहीं बना सके. 41 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद क्रीज पर विराट कोहली और यूसुफ पठान आए. शानदार फॉर्म में चल रहे विराट ने पठान के साथ तीसरे विकेट के लिए 84 रन जोड़े. पठान 44 रन पर आउट हुए. जोड़ी टूटने के बाद कोहली भी पैवेलियन लौट गए, उन्होंने 68 रन बनाए.

35वें ओवर तक 171 रन पर चार विकेट खोने के बाद लग रहा था कि भारतीय पारी सम्मानजक स्कोर तक पहुंच ही जाएगी. मैदान पर रोहित शर्मा और कप्तान सुरेश रैना थे. रोहित का बल्ला लय में दिखाई पड़ रहा था लेकिन तभी एक लंबे हिट के चक्कर में रणदिव ने उन्हें पैवेलियन भेज दिया. शर्मा ने 32 रन बनाए. इसके बाद कप्तान रैना 19 रन पर आउट हुए. रन लेने के अति उत्साह में दिख रहे रवींद्र जडेजा की गिल्लियां विपक्षी कप्तान ने सटीक थ्रो से बिखेर दी.

आखिर में तेजी से सिमटती दिख रही टीम को सहारा दिया नए इंजीनियर खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने. 23 साल के अश्विन ने अपने पहले ही वनडे में आतिशी बल्लेबाजी का नमूना दिखाया. आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अश्विन ने एक छक्के और चार चौकों की मदद से फटाफट 38 रन बनाए. उनकी पारी की बदौलत ही टीम इंडिया 268 रन बना सकी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: आभा मोंढे

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें