हांगकांग में कई लोग चाह कर भी दूसरे देश में नहीं बस सकते
१३ अगस्त २०२०पैमेला लैम के छह साल के बेटे ने जब पहली बार हांगकांग में विरोध का गीत "ग्लोरी टू हांगकांग" सुना था उसे तब से ही गीत से प्रेम हो गया था. तब से वो उसे हर घड़ी गुनगुनाता रहता है, चाहे वो घर पर किसी कमरे में हो, या नहा रहा हो, या सड़कों पर ही क्यों ना चल रहा हो.
लेकिन हाल ही में चीन द्वारा हांगकांग में लागू किए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अब इस गीत को सार्वजनिक रूप से गाना जोखिम से भरा हुआ है. चीन जैसे जैसे हांगकांग पर अपना नियंत्रण बढ़ाता जा रहा है, इस अर्ध-स्वायत्त इलाके के लोगों को लगता है कि धीरे धीरे उनकी आजादियां छिनती जा रही हैं. कुछ परिवार इस पूर्व ब्रिटिश कॉलोनी को छोड़ने पर भी विचार कर रहे हैं, लेकिन ये सबके लिए मुमकिन नहीं है.
मई में ब्रिटेन ने कहा था कि जिन लोगों के पास ब्रिटिश नेशनल (ओवरसीज) या बीएनओ पासपोर्ट हैं उन्हें ब्रिटेन में लंबी अवधि तक रहने की अनुमति मिल जाएगी और उनके लिए नागरिकता हासिल करना भी आसान किया जाएगा. इसके बाद हांगकांग में हजारों लोगों ने पासपोर्ट के नवीकरण या नया पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया था.
ये तुलनात्मक रूप से समृद्ध कुछ लोगों के लिए एक विकल्प हो सकता है, जिन्होंने विदेश में शिक्षा पाई है और जिनके पास कई पासपोर्ट हैं. लेकिन प्रांत में रहने वाले 70 लाख लोगों में से अधिकतर के लिए ये संभव नहीं है.
हांगकांग भले ही सबसे ज्यादा करोड़पतियों वाले शहरों में से एक हो, लेकिन वहां हर पांच में से एक परिवार गरीबी रेखा के ठीक नीचे है और बस किसी तरह गुजर-बसर कर पाता है. लैम एक फ्रीलांस डिजाइनर हैं और उनके मासिक पारिवारिक आय है लगभग 4,300 डॉलर. उनके पास बीएनओ पासपोर्ट भी है. वो कहती हैं, "मैंने ऑस्ट्रेलिया या यूके चले जाने के बारे में सोचा है लेकिन अभी हम वित्तीय रूप से ऐसा करने पाने के काबिल नहीं हैं. हमें खाने-पीने की या कपड़े खरीदने की चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन इससे ज्यादा कुछ कर पाने की गुंजाइश नहीं है."
ज्यादातर देशों में अधिकांश लोग अपनी सरकारों से बचने के लिए देश छोड़ने की स्थिति में नहीं होते हैं. लेकिन हांगकांग में रहने वाले कई लोग ऐसे हैं जो या तो खुद चीन के मुख्य भू-भाग से भाग कर आए थे या वो ऐसे माता-पिता के संतान हैं जो चीन से भाग आए थे. लैम के माता-पिता 1970 के दशक में चीन से भाग आए थे, एक राजनीतिक उथल-पुथल और गरीबी से मुक्त बेहतर जीवन की तलाश में.
लैम ने पिछले साल से शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में भाग लेना शुरू किया और वो हांगकांग में रहने वाले उन युवाओं में से हैं जो अपने प्रांत की स्वतंत्रताओं पर भरोसा करते हुए बड़े हुए और हमेशा और ज्यादा लोकतंत्र, ना कि और कम, की उम्मीद रखी. बीजिंग ने हांगकांग से 50 साल तक "एक देश, दो प्रणालियां" की व्यवस्था का वचन दिया था और 1997 के हस्तांतरण के बाद शहर को अपना कस्टम्स इलाका और कानूनी व्यवस्था रखने की अनुमति दी थी. इस व्यवस्था के तहत हांगकांग के निवासियों को पश्चिमी देशों के जैसे नागरिक अधिकार मिले जो चीन के मुख्य भू-भाग में दुर्लभ हैं.
लैम कहती हैं कि उनके लिए ताइवान तक जाना भी वित्तीय रूप से आसान नहीं होगा. जुलाई में ताइवान ने हांगकांग के निवासियों के लिए ताइवान में पढ़ने, काम करने या व्यापार शुरू कर द्वीप पर बसने में मदद करने के लिए एक दफ्तर खोल दिया था. दफ्तर का कहना है कि उसे 27 जुलाई तक 1,000 से ज्यादा पूछताछ के आवेदन आए जिनमें से अधिकांश प्रवास से संबंधित थे.
हांगकांग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पॉल यिप का कहना है कि हांगकांग में कई परिवारियों के लिए "जीवन बहुत कठिन है", विशेष रूप से अगर वो लोन चुका रहे हों. उनके अनुसार हांगकांग में पश्चिमी देशों जैसी मध्यम वर्गीय जीवन शैली जीने वाले और प्रवास का खर्चा उठा सकने वाले लोगों की आबादी करीब 10 प्रतिशत ही होगी. ये स्पष्ट नहीं है कि कितने लोग हांगकांग छोड़ देने का विचार कर रहे हैं.
यूके के अनुसार दिसंबर 2019 में 3,14,779 लोगों के पास बीएनओ पासपोर्ट थे, जो कि चार साल पहले की संख्या के मुकाबले दोगुने थे. हांगकांग की आबादी में लगभग 7,32,000 प्रवासी भी हैं. दुनिया भर में भ्रमण करने वाले कर्मचारियों के पास आमतौर पर वापस घर जाने के या और कहीं चले जाने के टिकट पहले से मौजूद हैं. फिलीपींस और इंडोनेशिया जैसे देशों से आए शहर के 4,00,000 से भी ज्यादा प्रवासी श्रमिकों के पास भी घर वापस लौट जाने के वादों वाले अनुबंध होते हैं.
लेकिन सामान बांध कर निकल जाने और कहीं और एक नई जिंदगी शुरू करने के लिए जितना धन चाहिए उतना कमाना और बचाना शहर में अधिकांश लोगों के लिए लगभग असंभव ही है. हांगकांग में एक अपार्टमेंट की कीमत औसतन लगभग 32,000 डॉलर प्रति वर्ग मीटर होती है और मासिक मध्यम आय 2,348 डॉलर होती है. ब्रिटेन में आप्रवासन कानून के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी मैन'स सॉल्यूशन्स के प्रबंध निदेशक एवगेनी पावलोव का कहना है कि एक तीन सदस्यीय परिवार के लिए ब्रिटेन पुनर्स्थापित होने के लिए 13,000 से 19,000 डॉलर के बीच खर्च आएगा. इसमें वीजा, फ्लाइट, यातायात और एक अपार्टमेंट किराए पर लेने का खर्च शामिल है.
पावलोव की कंपनी के पास आने वाले पुनर्वासन से संबंधित पूछताछ पिछले दो महीनों में पांच से छह गुना बढ़ गइ हैं, और यह वृद्धि सुरक्षा कानून के लागू होने के साथ ही हुई है. लैम को चिंता है कि लोकतंत्र के हक में बोलना, यहां तक कि उनके बेटे का उस गीत को गाना क्रांतिकारी माना जा सकता है और उसकी सजा दी जा सकती है. वो कहती हैं कि वो अपने बेटे को इन मुद्दों के बारे में समझाएंगी.
वो कहती हैं, "मेरा मानना है कि सोच स्वच्छंद होती है. वो भले ही एक बच्चा है, लेकिन वो सही और गलत के बीच का फर्क जानता है. हम सरकार से पहले खुद ही अपने आप पर पाबंदियां नहीं लगा सकते."
सीके/एए (एपी)
__________________________
हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore