हेडली से सीधी पूछताछ का आश्वासन- मनमोहन सिंह
१४ अप्रैल २०१०प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मैंने यह मामला राष्ट्रपति के सामने उठाया और उन्होंने कहा कि वे क़ानूनी स्थिति से पूरी तरह अवगत हैं और हमें हेडली से सीधे पूछताछ करने दी जाएगी."
प्रधानमंत्री से सवाल पूछा गया था कि क्या भारत लश्कर ए तैयबा के सदस्य से पूछताछ कर सकेगा जिसने मुंबई हमलों के बारे में सभी आरोप कबूल लिए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मुलाक़ात हुई थी जिसमें उन्होंने डेविड हेडली का मुद्दा उठाया था. भारत डेविड कोलमैन हेडली से सीधे पूछताछ करना चाहता है.
इसके पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन और अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार जेम्स जोन्स ने भी इस बारे में चर्चा की कि किस तरह से हेडली से सीधे पूछताछ की जा सकेगी. अमेरिकी सरकार के साथ सौदे में हेडली ने कहा है कि पत्र व्यवहार, वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के ज़रिए उससे पूछताछ की जा सकेगी.
साथ ही पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि जब तक पाकिस्तान मुंबई हमलों में शामिल आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करेगा तब तक भारत समग्र वार्ता की बहाली नहीं करेगा. "यह सबसे कम है जिसकी हमें पाकिस्तान से अपेक्षा है और अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो हमें उससे बात करने में बहुत ख़ुशी होगी. तब हम उनसे हर मुद्दे पर बात करेंगे."
जब इस बारे में संकेत दिया गया कि पाकिस्तान में पहले से सात आतंकियों से पूछताछ की जा रही है. तो प्रधानमंत्री का कहना था कि मुंबई हमलों के षडयंत्र के मामले में 'अन्य लोगों' के भी नाम थे जो पाकिस्तान में 'खुले घूम' रहे हैं. "यह सच्चाई है और ये तथ्य सिर्फ़ हमारी ख़ुफ़िया एजेंसी ने नहीं बल्कि साथी देशों की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने दिए हैं. हम चाहते हैं कि पाकिस्तान प्रभावशाली ढंग से कम कम इन लोगों को कटघरे में लाए."
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ़ रज़ा गिलानी से मुलाकात के बारे में सिंह का कहना था कि "हमारे बीच किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई." क्या सार्क बैठक के दौरान भूटान में गिलानी से बातचीत होगी इस बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे लगता है अभी भूटान में बैठक करना है या नहीं इसके लिए वक्त है. जब हम वहां पहुंचेंगे तो सोचेंगे की पुल पार करना है या नहीं."
इस बारे में सवाल पूछे जाने पर कि क्या ओबामा ने उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए कहा है. मनमोहन सिंह का कहना था, "मुझे लगता है कि दक्षिण एशिया के मुद्दे बातचीत से हल हो सकते हैं और उन्हें अर्थपूर्ण द्विपक्षीय बातचीत से ही सुलझाया जाना चाहिए. मुझे नहीं लगता कि बाहरी ताकतों को इसमें शामिल होने की ज़रूरत है."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादन: महेश झा