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हैकरों की पसंद बन रहे हैं मोबाइल फोन

२७ फ़रवरी २०११

साइबर हैकर अब कंप्यूटरों से ज्यादा नए मोबाइल फोनों पर हमले करने लगे हैं. जर्मनी की सूचना तकनीक की संघीय एजेंसी के मुताबिक मोबाइल फोनों में इंटरनेट की तेजी से फैलती सुविधा की वजह हैकर इस ओर ध्यान लगा रहे हैं.

तस्वीर: picture-alliance / KPA

संघीय एजेंसी के मुताबिक मोबाइल फोन हैक करना हैकरों के लिए कहीं ज्यादा फायदेमंद है. इसके जरिए मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले का पूरा डाटा चुराया जा सकता है. बड़ा खतरा इस बात का है कि हैकर आपके फोन के सारे कॉन्टेक्ट चुरा सकते हैं और फिर यूजर्स की फोनबुक का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर सकते हैं.

एजेंसी के प्रमुख माइकल हांगे का कहना है, ''यह नए फोनों की संख्या बढ़ने की वजह से नहीं हो रहा है, ऐसा करने की वजह यह है कि सभी प्रकार के अपराधी इसका फायदा उठा सकते हैं. हमें सुरक्षा के बारे में मौजूदा सोच से कहीं आगे बढ़कर काम करना होगा.''

हांगे के मुताबिक मोबाइल फोन के हैक करने के बाद कॉल डिटेल्स, मैसेज और सारी एप्लीकेशन चुराई जा सकती हैं. जबरदस्त किस्म का हैकिंग प्रोग्राम के जरिए दूसरे के फोन नंबर का इस्तेमाल कर फोन भी किए जा सकते हैं. फोन में ब्लू टुथ के जरिए डाटा के साथ वायरस भी दूसरे फोन पर चला जाता है. इस लिहाज से फोन हैकिंग का बाजार ज्यादा बड़ा और संवेदनशील बन गया है.

जर्मन अधिकारी ने इंटरनेट यूजर्स को एक और अहम सलाह दी है. हांगे का कहना है कि अक्सर विश्वसनीय सी दिखने वाली वेबसाइटों पर यूजर्स अपना नाम और पासवर्ड डाल रहे हैं. इस वक्त इंटरनेट की दुनिया में कई फर्जी वेबसाइट्स चल रही है. ऐसी वेबसाइट्स यूजरनेम और पासवर्ड स्टोर करके यूजर्स की ऑनलाइन बैंकिंग पर असर डाल सकती हैं और कंप्यूटर का पूरा डाटा चुरा सकती हैं.

रिपोर्ट: डीपीए/ओ सिंह

संपादन: ईशा भाटिया

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