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हैमिल्टन और पोडियम का रिश्ता

२० नवम्बर २०१२

ब्रिटेन के फॉर्मूला वन रेसर लुइस हैमिल्टन ने भले ही जर्मनी के सेबास्टियन फेटल को हरा कर पिछली रेस जीती हो. लेकिन अगर ब्राजील की रेस में वह पहले तीन स्थान पर नहीं आ पाए तो पोडियम से उनकी दूरी कुछ दिनों तक बनी रहेगी.

तस्वीर: Reuters

हैमिल्टन अपने करियर की शुरुआत से छह साल तक मैकलैरेन की टीम में रहने के बाद जर्मनी की मर्सिडीज टीम में शामिल हो रहे हैं. वहां वह 2013 से 2015 तक के लिए तीन साल के करार पर काम करेंगे. लेकिन 27 साल के हैमिल्टन को वैसी हालत में विजेताओं से दूर रहना पड़ सकता है क्योंकि मर्सिडीज ने रेस में अब तक कोई धमाका नहीं किया है. इस साल निको रोसबर्ग नौवें और मिषाएल शूमाखर 15वें स्थान पर हैं.

मैकलारेन की टीम को इंजन अब भी मर्सिडीज ही सप्लाई करता है लेकिन ट्रैक के अंदर इसकी टीम ने कोई बड़ा कारनामा नहीं किया है. मैकलारेन के प्रिंसिपल मार्टिन व्हाइटमार्श का कहना है कि हो सकता है कि हैमिल्टन को अभी से अफसोस हो रहा हो कि वह जर्मन टीम में क्यों जा रहे हैं. हालांकि हैमिल्टन का कहना है कि यह फैसला तो सितंबर में ही हो चुका है. शूमाखर ने अपने संन्यास को तोड़ते हुए जर्मनी की मर्सिडीज टीम से जुड़ने का फैसला किया और लगातार तीन साल तक इसकी कार चलाई. लेकिन इस दौरान वह एक बार भी चैंपियन नहीं बन पाए. फॉर्मूला वन के इतिहास में सबसे ज्यादा चैंपियनशिप का रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है.

हैमिल्टन का कहना है, "अब मेरे पास नई चुनौती है और मैं मर्सिडीज के साथ जुड़ कर बहुत खुश महसूस कर रहा हूं. इस नई चुनौती को हम मिल कर उठा सकते हैं." उन्होंने 2008 में चैंपियनशिप जीती है, जबकि कुल 21 रेसों में वह अव्वल रहे हैं. हैमिल्टन 13 साल की उम्र से ही मैकलारेन के साथ जुड़े हैं. अगर वह अपने गुस्से पर काबू रखते तो शायद मौजूदा कामयाबी से ज्यादा हासिल कर सकते थे. कई बार तो तकनीकी खामी की वजह से वह रेस बीच में ही छोड़ देते हैं. इस सीजन में भी दो बार वह ऐसा कर चुके हैं.

तस्वीर: Getty Images

रविवार को उन्होंने अमेरिकी ग्रां प्री जीत कर सबको हैरान कर दिया था. यहां सबसे तेज कार चला रहे जर्मन ड्राइवर सेबास्टियन फेटल को उन्होंने दूसरे नंबर पर पछाड़ दिया और चैंपियनशिप को आखिरी रेस तक धकेल दिया. अब ब्राजील में होने वाली रेस से ही इस साल के चैंपियन का पता लग पाएगा. फर्नांडो ओलोंजो और फेटल के बीच पहले नंबर की बाजी लगी है, जबकि हैमिल्टन ने अच्छा प्रदर्शन किया तो वह तीसरा नंबर हासिल कर सकते हैं.

आने वाले साल में उन्हें निको रोसबर्ग के साथ मिल कर मर्सिडीज की टीम संभालनी है. रोजबर्ग का कहना है कि उन्होंने "नए साल के लिए बहुत से सबक सीखे हैं."

एजेए/एएम (डीपीए)

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