1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

होटल प्राइस वार से बर्लिन की उभरती नई तस्वीर

१६ सितम्बर २०१०

जर्मनी की राजधानी बर्लिन को यूरोप में सबसे सस्ती होटल सुविधाओं के लिए जाना जाता है. लग्जरी होटल इंडस्ट्री के लगातार होते विस्तार से बर्लिन भी अछूता नहीं है.लेकिन इसके बावजूद सस्ती होटल सुविधाएं प्राइस वार से अछूती है.

तस्वीर: AP

सस्ते होटलों के कारण बर्लिन की ओर खिंचे चले आने वाले सैलानियों की संख्या पर शहर में पनपती पांच सितारा संस्कृति कोई खास असर नहीं डाल पाई है. फाइव स्टार होटल हर तरह की सुविधाओं से लोगों को अपनी ओर खींचना चाह रहे हैं लेकिन कीमत के मसले में उन्हें चिंता का सामना करना पड़ रहा है. कई बड़े होटल चाहते हैं कि वह बीमारी से जूझ रहे अपने ग्राहकों हेल्थ केयर जैसा माहौल दें. कुछ होटल खास तरह की रुचि रखने वालों अपने अपने होटल में शौक पूरा करने का न्योता देकर लुभा रहे हैं. लेकिन सस्ते होटल अब भी सीना तान कर खड़े हैं.

इसका दोहरा फायदा हो रहा है. एक ओर शहर का पर्यटन उद्योग तरक्की की राह पर हैं वहीं दूसरी ओर प्राइस वार के कारण सैलानियों को सस्ती कीमत पर पांच सितारा होटल का लुत्फ उठाना भी मुमकिन हुआ है. इतना ही नहीं दुनिया के खूबसूरत शहरों में शुमार बर्लिन में होटल इंडस्ट्री कम कीमत के दबाव से मुक्त होकर अपना प्रसार कर रही हैं.

बर्लिन की सबसे ऊंची इमारत एलेक्सतस्वीर: AP

हालांकि पर्यटन विशेषज्ञों को पहले से चल रहे पुराने होटलों के लिए कड़ी प्रतियोगिता के कारण भविष्य में मामूली सी परेशानी का सामना करने की आशंका है. हालांकि पहले से जमे जमाए सस्ते होटलों की वजह से नए होटलों भी इस चिंता से अछूते नहीं हैं. बर्लिन की खास पहचान ब्रांडेनबुर्ग गेट के पास मौजूद एडलन होटल को हाल ही में खरीदने वाले ओलिवर एलर ने बताया कि अब प्रतियोगिता बढ़ गई है और मंजिल आसान नहीं है. पांच सितारा होटल के संचालन में महारथ रखने वाले एलन का मानना है कि बर्लिन की सस्ते होटल की पहचान कायम रखने की चुनौती मंहगी भी साबित हो सकती है. लग्जरी सुविधाएं सस्ती कीमत पर मुहैया कराना आसान नहीं है.

उनका मानना है कि बर्लिन की दीवार गिरने बाद पिछले 20 सालों में शहर के स्वरूप में खासा बदलाव आया है और इसका असर होटल इंडस्ट्री पर भी पड़ा है. शहर में इस दौरान लगभग 20 पांच सितारा होटल वजूद में आए और कई अन्य पाइपलाइन में हैं. प्राइस वार के कारण अधिक से अधिक ग्राहकों को अपनी ओर खींचने की जद्दोजेहद का भी होटलों को सामना कर पड़ रहा है.

कुल मिलाकर बर्लिन शहर में होटल इंडस्ट्री के लिए इस दौर को "बूम" की स्थिति कहा जा सकता है. इसकी वजह से शहर में पर्यटन उद्योग लगातार उछाल पर है. इस वजह से वह दिन दूर नहीं जब बर्लिन के होटलों में रुकने वाले मेहमानों की संख्या सालाना 2 करोड़ तक पंहुचने का लक्ष्य हासिल कर ले.

रिपोर्टः डीपीए/निर्मल

संपादनः ओ सिंह

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें