संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से 10 लाख लोग देश छोड़कर भाग गए हैं. यूएनएचसीआर का कहना है कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोगों का भागकर जाना जारी है.
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संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) के प्रमुख ने बुधवार रात कहा कि एक सप्ताह पहले रूस का हमला शुरू होने के बाद से अब तक दस लाख से अधिक शरणार्थी यूक्रेन से भाग गए हैं. संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के उच्चायोग (यूएनएचसीआर) प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने ट्वीट किया, "केवल सात दिनों में हमने यूक्रेन से दस लाख शरणार्थियों का पड़ोसी देशों में पलायन देखा है. यूक्रेन के अंदर कई लाख लोगों की खातिर बंदूकों के शांत हो जाने का समय आ गया है, ताकि जीवन को बचाने वाली मानवीय सहायता दी जा सके."
जर्मनी में बर्लिन की मेयर राष्ट्रव्यापी समन्वय का आग्रह कर रही हैं, जिससे यूक्रेन से आने वाले शरणार्थियों की आमद को संभाला जा सके. उनका अनुमान है कि जर्मन राजधानी जल्द ही से कम से कम 20,000 लोगों को युद्धग्रस्त देश से आते देख सकती है.
जर्मनी मदद को तैयार
मेयर फ्रांत्सिस्का गिफ्फेय ने कहा कि बर्लिन निश्चित रूप से बड़ा केंद्र है और यहां आने वाले कई लोगों के लिए यह मंजिल भी है. उन्होंने कहा, "बर्लिन पर बहुत दबाव है. हम अपनी तरफ से भी जहां तक हो सके इसे संभालने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमें इसमें दूसरे राज्यों से भी सहयोग की जरूरत है." बर्लिन अन्य राज्यों के संपर्क में है ताकि जर्मनी पहुंचने वाले लोगों को अलग-अलग राज्यों में शरण दी जा सके.
दूसरी ओर जर्मन ट्रेन ऑपरेटर डॉयचे बान यूक्रेनी नागरिकों को निशुल्क पोलैंड से जर्मनी पहुंचा रही है. इस बीच जर्मनी से जल्द ही राहत सामग्री यूक्रेन और तीन पड़ोसी देशों में युद्ध शरणार्थियों के लिए रवाना होने वाली है. जर्मनी से मोल्डोवा को टैंट और कंबल मिलेंगे. पोलैंड ने टीके और दवाएं तथा स्लोवाकिया ने मास्क का अनुरोध किया है.
सैकड़ों मौतें
इस बीच संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बढ़ती मानवीय जरूरतों के लिए एक आपातकालीन अपील शुरू की, जिसमें 1.7 अरब डॉलर यानी करीब सवा खरब रुपये की मदद की मांग की गई. इस राशि का इस्तेमाल ऐसे लोगों की मदद के लिए किया जाएगा जो यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में चले गए हैं. खारकीव में फंसे भारतीय छात्रों के पास आज शाम तक का वक्त
मानवाधिकार के उच्चायुक्त (ओएचसीएचआर) निगरानी मिशन के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि उसने रूसी हमले के बाद से यूक्रेन में 752 नागरिकों की मौतें दर्ज की हैं. 525 के करीब लोग रूसी सैन्य कार्रवाई में घायल हुए हैं.
एए/वीके (डीपीए, रॉयटर्स, एएफपी)
रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का नतीजा सबसे पहले कंपनियों पर दिखा है. दर्जनों दिग्गज कंपनियों ने रूस से कारोबार समेटना शुरू कर दिया है. इनमें कार से लेकर ऊर्जा, तकनीक, खेल, डाक और फिल्म से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
डायमलर ट्रक
ट्रक बनाने वाली कंपनी डायमलर ने तत्काल प्रभाव से रूस में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है. इसमें रूसी ट्रक बनाने वाली कंपनी कमाज के साथ सहयोग भी शामिल है. डायमलर की पेरेंट कंपनी मर्सिडीज का कहना है कि वह कमाज में अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी को जितनी जल्दी हो सके बेचना चाहती है.
तस्वीर: Daimler AG
वॉल्वो कार
स्वीडन की कार कंपनी वॉल्वो का कहना है कि वह रुसी बाजार में अपनी कारें भेजना अगली सूचना जारी किए जाने तक रोक रही है. 2021 में वॉल्वो कंपनी ने रूसी बाजार में कुल 9,000 कारें बेची है.
तस्वीर: DW
जनरल मोटर्स
जनरल मोटर्स ने भी रूस को अगली सूचना तक गाड़ियों की सप्लाई रोकने का एलान किया है. अमेरिका के डेट्रॉयट की इस कंपनी का रूस में कोई प्लांट नहीं है. हर साल यह कंपनी रूस में लगभग 3,000 कारें बेचती है.
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मित्सुबीशी
जापान की मित्सुबिशी मोटर्स भी रूस में कारों का उत्पादन और बिक्री बंद कर सकती है. कंपनी को डर है कि आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कंपनी के सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है.
तस्वीर: AP
रेनॉ
फ्रांस की कार कंपनी रेनॉ रूस के कार असेंबली प्लांट में कुछ गतिविधियां बंद करने जा रही है. इसके पीछे मुख्य तौर पर लॉजिस्टिक दिक्कतों को वजह बताया जा रहा है. रेनॉ पश्चिमी देशों की उन कंपनियों में है जिस पर प्रतिबंधों का बहुत ज्यादा असर होने की आशंका है. कंपनी की 8 फीसदी कमाई रूस से होती है और रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी अवटोवाज का नियंत्रण भी रेनॉ के पास है.
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हार्ले डेविडसन
मोटरसाइकिल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है. कंपनी अपनी मोटरबाइकों की अगली खेप भी रूस नहीं भेज रही है.
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फोर्ड मोटर्स
फोर्ड मोटर्स ने रूसी कंपनी के सोलर्स के साथ अपने संयुक्त उपक्रम को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने रूस में अपना सारा कामकाज अगली सूचना तक बंद करने का एलान किया है. फोर्ड पहली अंतरराष्ट्रीय कार कंपनी है जिसने रूस में अपनी असेंबली लाइन शुरू की थी.
तस्वीर: picture-alliance/DPPI
जगुआर लैंड रोवर
ब्रिटेन की लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने रूस में कार भेजना तत्काल प्रभाव से रोक दिया है. इस कंपनी का नियंत्रण भारत की टाटा मोटर्स के पास है.
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एस्टन मार्टिन
ब्रिटेन की एक और लग्जरी कार कंपनी एस्टन मार्टिन ने भी रूस के लिए कारों की सप्लाई बंद कर दी है. कंपनी के कुल कामकाज का महज एक फीसदी से भी कम बाजार रूस और यूक्रेन में है.
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बीएमडब्ल्यू
जर्मन ऑटो कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भी रूस में अपनी कारें भेजने से इनकार कर दिया है. कंपनी रूस में मौजूद अपने प्लांट से उत्पादन भी बंद कर रही है.
तस्वीर: Joe Buglewicz/AP/dpa/picture alliance
बोइंग
विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि वह रूसी एयरलाइनों को नए विमानों की डिलीवरी, लीजिंग के साथ ही पार्ट्स, मेंटेनेंस और टेक्निकल सपोर्ट बंद कर रही है. कंपनी ने कीव में अपना दफ्तर भी फिलहाल बंद कर दिया है.
दुनिया में लीज पर विमान देने वाली सबसे बड़ी कंपनी एअरकैप होल्डिंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए लीजिंग की सभी गतिविधियां बंद करने एलान किया है. रूस की एयरलाइनों के आधे से ज्यादा विमान लीज पर लिए गए हैं. 2021 में एयरकैप होल्डिंग के 5 फीसदी विमान रुस में लीज पर थे.
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एचएसबीसी
अंतरराष्ट्रीय बैंक एचएसबीसी ने कहा है कि वह रूसी बैंकों के साथ अपना कारोबारी रिश्ता खत्म कर रही है. रूस के दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी समेत कई और बैंक एचएसबीसी के साथ साझेदारी में हैं. हालांकि कंपनी के महज 200 कर्मचारी ही रूस में हैं और 50 अरब डॉलर का कारोबार करने वाली कंपनी में रूस की हिस्सेदारी महज 1.5 करोड़ डॉलर है.
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ब्रिटिश पेट्रोलियम
ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी 19.75 फीसदी हिस्सेदारी को खत्म करने का फैसला किया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/Zuma/picture alliance
शेल
अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी शेल ने रूस के कारोबार से बाहर निकलने का एलान किया है. इसमें सखालिन 2 एलएनजी प्लांट भी शामिल है. इसमें शेल की 27.5 फीसदी की हिस्सेदारी है जबकि रूसी कंपनी गाजप्रोम इसके संचालन और मालिकाना हक में 50 फीसदी की हिस्सेदार है.
तस्वीर: Ben Stansall/AFP
इक्विनॉर
नॉर्वे की ऊर्जा कंपनी इक्विनॉर भी रूस के संयुक्त उपक्रमों से बाहर निकल रही है. यह कंपनी रूस में 30 से ज्यादा सालों से मौजूद है और 2012 में इसने रोजनेफ्ट के साथ व्यापक साझीदारी की शुरूआत की थी. तस्नवीर में इक्विनॉर का फ्लोटिंग विंड फार्म दिख रहा है जो अपनी तरह का पहला विंड फार्म है.
तस्वीर: Michal Wachucik/Abermedia
ओर्सटेड
डेनमार्क की ओर्सटेड कंपनी ने रूस के बिजली घरों के लिए कोयला और बायोमास की सप्लाई बंद करने का एलान किया है. हालांकि कंपनी गाजप्रोम से हर साल दो अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस खरीदना जारी रखेगी. गैस की खरीदारी के लिए कंपनियों के बीच लंबे समय का करार है. तस्वीर में दिख रहे विंड फार्म का संचालन ओर्स्टेड कंपनी करती है.
तस्वीर: Phil Noble/REUTERS
एक्सॉन मोबिल
एक्सॉन मोबिल ने रूस के तेल और गैस सेक्टर में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है. इस समय इस कंपनी की रूसी बाजार में 4 अरब डॉलर कीमत बताई जा रही है. कंपनी रूस में अब नया निवेश नहीं करेगी.
तस्वीर: Kathleen Flynn/REUTERS
ईएनआई
इटली की ऊर्जा कंपनी ईएनआई ने ब्लू स्ट्रीम पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. यह पाइपलाइन रूसी गैस को तुर्की तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है और इसमें रूसी कंपनी गाजप्रोम की भी हिस्सेदारी है. 2020 में ईएनआई ने रूस से लगभग 22.5 अरब क्यूबिक मीटर गैस खरीदा.
तस्वीर: David Niviere/abaca/picture alliance
ओएमवी
ऑस्ट्रिया की ऊर्जा कंपनियों के समूह ओएमवी ने गाजप्रोम के गैस फील्ट प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने की योजना रद्द कर दी है और नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर रही है. यह पाइपलाइन बाल्टिक सागर से रूसी गैस जर्मनी तक लाने के लिए बनाई गई और इसकी सप्लाई शुरू करने से जर्मनी ने पहले ही इनकार कर दिया है.
तस्वीर: Helmut Fohringer/Apa/picture alliance
हॉलीवुड
हॉलीवुड की डिज्नी, वॉर्नर ब्रदर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने कहा है कि वे अपनी आने वाली फिल्मों को रूस के थिएटरों में नहीं दिखाएगे.
यूपीएस, फेडेक्स, डीएचएल
दुनिया में माल ढुलाई की दो सबसे बड़ी कंपनियां यूपीएस और फेडेक्स ने कहा है कि वे रूस और यूक्रेन में माल की डिलीवरी रोक रहे हैं. जर्मन डाक कंपनी डॉएचे पोस्ट ने कहा है कि डीएचएल रूस में डाक और पार्सल की डिलीवरी बंद कर रहा है.
तस्वीर: Jochen Tack/picture alliance
कुएह्ने उंड नागेल
स्विटजरलैंड की माल ढुलाई कंपनी कुएह्ने उंड नागेल ने तत्काल प्रभाव से रूस में माल की ढुलाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है. इसमें मेडिकल, हेल्थकेयर और मानवीय सहायता की चीजों को शामिल नहीं किया गया है.
तस्वीर: Jan Woitas/dpa/picture alliance
एप्पल
टेक कंपनी एप्पल ने रूस के बाजार में अपने सारे सामानों की बिक्री रोकने का फैसला किया है. कंपनी यूक्रेन के आम लोगों की मदद के लिए अपने मैप में भी बदलाव कर रही है.
तस्वीर: Sergi Reboredo/picture alliance
गूगल
अल्फाबेट की कंपनी गूगल का कहना है कि वह रूसी ब्रॉडकास्टर आरटी और स्पुतनिक से जुड़े मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर रही है. कंपनी ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों को पहले ही समाचार से जुड़ी सेवाओं से हटा दिया है.
तस्वीर: Andre M. Chang/ZUMA Press Wire/dpa/picture alliance
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनी आरटी के ऐप को विंडोज ऐप स्टोर से हटा दिया है और सरकारी मीडिया कंपनियों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
तस्वीर: Pavlo Gonchar/ZUMA Wire/imago images
नोकिया
फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने प्रतिबंधों को लागू करते हुए रूस में सप्लाई बंद करने का एलान किया है. कंपनी रूस के एमटीएस, विंपलकॉम, मेगाफोन और टेली2 को सामान की सप्लाई करती है.
तस्वीर: Arne Dedert/dpa/picture alliance
एडीडास
खेल के कपड़े और जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी एडीडास ने रूस के फुटबॉल संघ के साथ अपनी साझेदारी तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी है.
तस्वीर: Kevin Frayer/Getty Images
नाइकी
नाइकी ने वेबसाइट और ऐप के जरिए होने वाले अपने सामानों की खरीदारी रूस में बंद कर दी है क्योंकि रूस में यह डिलीवरी की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ले सकती है.