पिछले एक शतक में कैसे बदले हैं भारतीय नारी के सजने-संवरने के अंदाज, देखिए इस डेढ़ मिनट के वीडियो में.
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बेहद लोकप्रिय हुए मेकअप और बालों की स्टाइल भी वक्त के साथ बदल ही जाती है. यूट्यूब पर समय समय पर ऐसे वीडियो डाले जाते हैं जिनमें किसी एक देश के बदलते ब्यूटी ट्रेंड्स को समेटने की कोशिश होती है. इस वीडियो में आप बीते सौ सालों में भारतीय नारी की सुंदरता के लोकप्रिय लुक को देख सकते हैं. 1910 से शुरु करके 2010 तक हर दशक में प्रचलित एक खास हेयर एंड मेकअप लुक को वीडियो में दिखाया है तृषा नाम की एक मॉडल ने.
यूट्यूब का 'कट वीडियो' चैनल इस तर्ज पर कई देशों के लिए ऐसे टाइम लैप्स वीडियो बनाता रहा है. इसके पीछे लंबा रिसर्च होता है और तब उस दशक के लिए सबसे ज्यादा स्वीकार्य किसी एक लुक को चुना जाता है. इसी चैनल पर भारत के अलावा अमेरिका, मैक्सिको, कोरिया, ईरान और फिलिपींस में 100 सालों में बदलते गए फैशन के अंदाज को भी दिखाया गया है. भारत के बारे में इस वीडियो को 70 लाख से भी अधिक बार देखा जा चुका है.
आरआर/आईबी
मेकअप सिर्फ लड़कियों के लिए?
कौन कहता है कि मेकअप और ब्यूटी पार्लर सिर्फ महिलाओं के लिए होता है. आजकल पुरुष भी इस साज सज्जा में पीछे नहीं. चाहे आइब्रो हो या वैक्सिंग.. या फिर फेशियल.. सभी पुरुषों के लिए भी है.
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ब्यूटी
किसी जमाने में पुरुषों के सीने पर बाल होना या पीठ पर बाल होना किसी को परेशान नहीं करता था. लेकिन आजकल इन्हें हटा देने का फैशन है. शेविंग से बचना ठीक है क्योंकि इससे बाल और कड़े और त्वचा संवेदनशील हो जाती है. ध्यान न रखा जाए तो स्किन एलर्जी भी हो सकती है.
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सुंदर भवें
वर्ल्ड कप फाइनल में जर्मनी को जिताने वाले मारियो गोएत्से का चेहरा हमेशा एकदम चमकता दमकता रहता है. उनकी भवें सुंदर बनी हुई और चेहरा एकदम सुंदर. फिर वो मैच खेलें या फिर विज्ञापन की शूटिंग.
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मोटी चमड़ी
कहा जाता है कि मर्दों की त्वचा मोटी होती है इसलिए उसे देखरेख की कोई जरूरत नहीं. वैज्ञानिक तौर पर यह सही भी है. डॉक्टरों के मुताबिक पुरुषों की त्वचा महिलाओं की तुलना में पांच गुना मोटी होती है. और उनकी त्वचा का पीएच मानक भी ज्यादा होता है. लेकिन उसकी देखभाल तो फिर भी जरूरी है.
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नियमित क्रीम जरूरी
त्वचा मोटी होने के कारण धूल धूप का असर मर्दों पर तुलनात्मक रूप से कम होता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि चेहरे का बिलकुल की ख्याल न रखा जाए. खासकर 40 के बाद चेहरे की त्वचा रूखी होने लगती है. ऐसे समय में नमी देने वाली क्रीम जरूरी है.
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ध्यान देना जरूरी
शेविंग के बाद अगर तुरंत साबुन और अति अल्कोहल वाले आफ्टरशेव का इस्तेमाल बार बार किया जाए, तो यह त्वचा को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए नमी देने वाली क्रीम और अच्छे आफ्टर शेव का इस्तेमाल जरूरी है. शेविंग के बाद त्वचा रूखी होती हो तो वैसलीन सबसे बढ़िया उपाय है.
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फेयर एंड हैंडसम!!
उपभोक्तावाद के इस दौर में जो दिखता है वही चलता है. इसी तर्ज पर अब ढीले, बुरी दाढ़ी और बालों वाले मर्द कम पसंद किए जाते हैं. यही कारण है कि हैंडसम और फेयर बनाने के वादे वाली क्रीम भारतीय बाजार में भरी पड़ी हैं.
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टैटू और पियर्सिंग
कान नाक छिदवाना आधुनिक समाज में लंबे समय तक महिलाओं से जुड़ा रहा. जबकि आदिवासी समाज दिखाता है कि पुरुष भी गुदना और पियर्सिंग करवाते रहे हैं. आजकल कई देशों में इनका खूब चलन है.
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सुंदरता का आकर्षण
साफ सुथरा चेहरा और उतने ही साफ हाथ और पैर के नाखून.. जितना यह पुरुषों को आकर्षित करते हैं उतना ही महिलाओं को भी. तो अपना ख्याल रख अपनी जीवन साथी को खुश करने में हर्ज ही क्या है...