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1026 यूक्रेनी सैनिकों के समर्पण का रूस ने किया दावा

१३ अप्रैल २०२२

रूस का दावा है कि यूक्रेन के 1,000 से ज्यादा सैनिकों ने समर्पण किया है. यूक्रेन ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका जताते हुए कहा है कि मारियोपोल पर हमले के लिए रूस बड़ी सेना जुटा रहा है.

मारियोपोल पर कब्जे की लड़ाई तेज हो गई है
मारियोपोल पर कब्जे की लड़ाई तेज हो गई हैतस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

रूस का कहना है कि दक्षिणी शहर मारियोपोल में 1,000 से ज्यादा यूक्रेनी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेंकोव के मुताबिक, यूक्रेन की 36 मरीन ब्रिगेड के 1,026  सैनिकों ने शहर के एक संयंत्र में समर्पण किया है. रूसी सैनिक फरवरी के आखिर में मारियोपोल के भीतर घुस आए थे और तभी से यह शहर जरूरी चीजों के अभाव से जूझ रहा है.

कोनाशेंकोव का कहना है कि समर्पण करने वालों में 162 अधिकारी और 47 महिला सैनिक हैं. इनमें से 151 जख्मी हैं, जिन्हें इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई है. रूसी टेलिविजन चैनल ने इससे जुड़ी कुछ तस्वीरें दिखाईं है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि मरीन समर्पण कर रहे हैं. कुछ तस्वीरें दिखाकर यह भी कहा गया है कि यूक्रेनी सैनिक सड़क पर हाथ ऊपर किए मार्च कर रहे हैं. एक सैनिक  यूक्रेनी पासपोर्ट दिखाता भी नजर आया है.

अजोव्सताल पर कब्जे के लिए रूसी सेना ने अभियान तेज कर दिया हैतस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि एक ट्विटर पोस्ट में उन्होंने यह जरूर कहा है कि 36 मरीन ब्रिगेड कै सैनिक "एक जोखिम भरी कोशिश के बाद" शहर में मौजूद यूक्रेनी सेना से संपर्क जोड़ने में सफल हुए हैं. 

मारियोपोल पर कब्जे की जंग

अजोव्सताल इंडस्ट्रियल एरिया में मरीन सैनिकों के समर्पण करने की बात कही जा रही है. अगर रूसी सैनिक इस इलाके पर नियंत्रण कर लेते हैं, तो उनका पूरे मारियोपोल पर कब्जा हो जाएगा. मारियोपोल रूसी नियंत्रण वाले पश्चिमी इलाके और यूक्रेन के पूर्वी इलाकों के बीच है. मारियोपोल पर नियंत्रण का मतलब है कि रूस को दोनों इलाकों को जोड़ने वाला जमीनी रास्ता मिल जाएगा. इनके जरिए वह अपने सैनिक और उनके लिए सप्लाई लाइन बना सकता है. अगर ऐसा हुआ, तो 24 फरवरी के हमले के बाद रूसी कब्जे में जाने वाला मारियोपोल यूक्रेन का पहला प्रमुख शहर होगा.

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सैनिकों बहुत बड़ा जत्था नए हमले के लिए यहां जमा हो रहा है. मारियोपोल में फंसे आम लोग जरूरी चीजों की भारी कमी का सामना कर रहे हैं. यूक्रेन का आरोप है कि रूस उन्हें बाहर निकलने नहीं दे रहा है.  मारियोपोल के मेयर वादिम बोइशेंको का कहना है कि मारियोपोल शहर में अब भी एक लाख से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं और वहां से बाहर निकलने के इंतजार में हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि मारियोपोल की घेरेबंदी में अब तक 21,000 लोग मारे गए हैं. स्वतंत्र रूप से इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं हो सकी है.

मारियोपोल में एक लाख आम लोग अब भी फंसे हुए हैंतस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूसी सैनिक अजोव्सताल और बंदरगाह पर हमले के साथ आगे बढ़ रहे हैं. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने समर्पण के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है. रूस समर्थित अलगाववादियों के साथ चल रहे पत्रकारों ने मंगलवार को ही अजोव्स्ताल में कई जगह आग की लपटें निकलती देखीं.

रासायनिक हथियारों की आशंका

यूक्रेन के उत्तरपूर्वी शहर खारकीव में बीते 24 घंटे के दौरान हुए हमलों में कम-से-कम सात लोग मारे गए हैं और 22 लोग घायल हुए हैं. इलाके के गवर्नर ओलेह सिनेगुबोव ने यह जानकारी दी है. यूक्रेनी अधिकारी मारियोपोल में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की भी आशंका जता रहे हैं. अमेरिका ने कहा है कि वह रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की जांच करेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहली बार यूक्रेन में "नरसंहार" की बात कही है. बाइडेन का कहना है कि रूसी सेना यूक्रेन में नरसंहार  कर रही है. पिछले हफ्ते ही बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को "युद्ध अपराधी" कहा था.

यूक्रन में युद्ध अपराधों की जांच के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैंतस्वीर: Carol Guzy/Zumapress/picture alliance

रासायनिक हथियारों के बनाने, इस्तेमाल और भंडार करने पर 1997 के "केमिकल वीपंस कंवेंशन" के तहत पाबंदी है. रूस ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से इनकार किया है. उसका कहना है कि 2017 में ही उसने अपने रासायनिक हथियारों के आखिरी जखीरे को खत्म कर दिया था.

यह भी पढ़ेंः रूस को अलग थलग करने की कोशिश सफल नहीं होगी

बुधवार सुबह यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने जानकारी दी कि राजधानी कीव के उपनगर बूचा पर रूसी कब्जे के दौरान कम-से-कम 720 लोग मारे गए हैं और 200 से ज्यादा लोग लापता हैं. बूचा के मेयर अनातोली फेदोरुक का कहना है कि अब तक 403 शव मिल चुके हैं और यह संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि इलाके की गहन तलाशी अभी भी जारी है. यूक्रेन के महाभियोजक के दफ्तर का कहना है कि उत्तर-पूर्व में मौजूद ब्रोवरी जिले में हुई घटनाओं पर भी नजर रखी जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि शेवशेंकोव गांव के एक घर के तहखाने से छह आम लोगों के शव मिले हैं. इनकी मौत गोली मारे जाने के कारण हुई है. इसके लिए रूसी सैनिकों पर आरोप लगाए जा रहे हैं.

बूचा से शवों के मिलने का सिलसिला जारी हैतस्वीर: Mykhaylo Palinchak/ZUMA PRESS/picture alliance

यूक्रेनी ओलिगार्क गिरफ्त में

यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि देश की खुफिया सेवा एसबीयू के एक विशेष अभियान में भगोड़े यूक्रेनी ओलिगार्क विक्टर मेदवेदचुक को गिरफ्तार कर लिया गया है. मेदवेदचुक रूस समर्थित विपक्षी दल के पूर्व नेता हैं और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी लोगों में शामिल हैं.

मंगलवार की रात को देश के नाम संबोधन में यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस मेदवेदचुक को रूसी जेल में बंद यूक्रेनी लोगों की रिहाई के बदले आजाद करा सकता है. मेदेवेदचुक को युद्ध शुरू होने से पहले नजरबंद किया गया था, लेकिन युद्ध शुरू होते ही वह वहां से भाग निकले थे. व्लादिमीर पुतिन मेदेवेदचुक की छोटी बेटी के गॉडफादर हैं.

पोलैंड, लिथुआनिया, लातविया और एस्तोनिया के राष्ट्रपतियों ने कहा है कि वे यूक्रेन में राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने कीव जा रहे हैं. ट्विटर पोस्ट पर इनकी रवानगी की जानकारी दी गई है. इधर ब्रिटेन ने कहा है कि वह रूस के 206 लोगों पर नए प्रतिबंध लगा रहा है. इनमें वो 178 लोग भी शामिल हैं, जिनपर रूस समर्थित इलाकों को यूक्रेन से अलग करने में साथ देने का आरोप है.

मारियोपोल में हर तरफ बस मलबे का ढेर ही नजर आता हैतस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

जर्मनी ने रूसी तेल के आयात पर फिलहाल यूरोपीय संघ में बैन लगाने से इनकार कर दिया है. जर्मनी का यह भी कहना है कि वह रूसी ऊर्जा के लिए रूबल में भुगतान नहीं करेगा. जर्मनी के आर्थिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि जर्मन कंपनियां रूसी गैस के लिए यूरो में भुगतान करना जारी रखेंगी.

लातविया ने कहा है कि वह यूक्रेनी सैनिकों को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग देगा. लातविया के रक्षा मंत्री आर्टिस पाब्रिक्स ने यह जानकारी दी. उन्होंने यह भी कहा कि लातविया की दो कंपनियों ने यूक्रेन को ड्रोन दिए हैं. लातविया इसके अतिरिक्त स्टिंगर मिसाइलों समेत और भी कई तरह से यूक्रेन को मदद दे रहा है. इस सहायता में हथियार, पर्सनल इक्विपमेंट, ड्राइफूड की सप्लाई, गोला बारूद और टैंक रोधी हथियार भी शामिल हैं.

एनआर/एसएम (रॉयटर्स, एपी, एएफपी)

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