चीन में भूकंप से 118 लोगों की मौत
१९ दिसम्बर २०२३चीन के भूकंप नेटवर्क्स केंद्र के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.2 थी और वह गांसु प्रांत में सतह से बस 10 किलोमीटर नीचे आया. अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 5.9 थी.
गांसु और उसके पड़ोसी प्रांत सिंगहाई में तलाश और बचाव कार्य जारी है. सुदूर गांवों में बचाव कार्यकर्ता टूटे हुए मकानों के मलबे में जिंदा बचे लोगों की तलाश कर रहे थे. सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी के मुताबिक भूकंप की वजह से हजारों मकानों को नुकसान पहुंचा, जिसकी वजह से लोग खुद को बचाने के लिए ठंड से जमी हुई गलियों में बाहर निकल आए.
100 किलोमीटर दूर तक असर
सरकारी अखबार पीपल्स डेली के एक सोशल मीडिया अकाउंट पर डाले गए एक वीडियो में करीब 30 साल की एक महिला ने बताया, "मैं बहुत डर गई थी. देखिए कैसे मेरे हाथ और पैर कांप रहे हैं."
एक कंबल ओढ़े एक बच्चे को गोद में झुलाती इस महिला ने कहा, "मैं जैसे ही घर से भागी, पहाड़ की जमीन धंस गई और धड़ाम से मकान की छत पर गिरी." मंगलवार सुबह तक गांसु में 105 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी थी.
प्रांत के आपातकाल प्रबंधन विभाग के एक प्रवक्ता हान शुजुन ने एक समाचार वार्ता में बताया कि 397 लोग घायल थे, जिनमें 16 की हालत गंभीर थी. सरकारी मीडिया के मुताबिक सिंगहाई में 11 और लोग मारे गए थे और कम से कम 140 लोग घायल हो गए थे.
भूकंप को आस पास के अधिकांश इलाकों में भी महसूस किया गया था, जिनमें 100 किलोमीटर दूर स्थित गांसु की राजधानी लांशाऊ भी शामिल थी. सीसीटीवी का कहना है कि टेंट, फोल्डिंग बिस्तर और रजाइयां आपदाग्रस्त इलाके में भेजी जा रही हैं.
20 करोड़ युआन आबंटित
उसके मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जी-जान से तलाश और बचाव अभियान को चलाने के आदेश दिए हैं, ताकि मरने वालों की संख्या को न्यूनतम रखा जा सके. चीन के मौसम विभाग ने बताया कि इस इलाके में रात में तापमान माइनस 15 से माइनस नौ डिग्री सेल्सियस के बीच था.
बचाव कार्य के लिए कम से कम 4,000 दमकल कर्मियों, सैनिकों और पुलिस अधिकारियों को भेज दिया गया था. चीन की सेना पीएलए की पश्चिमी कमान ने बचाव और राहत कार्य के निर्देशन के लिए वहां एक कमांड पोस्ट की स्थापना की है.
प्रवक्ता हान का कहना था कि बचाव कार्य अनुशासित तरीके से चल रहा था. उन्होंने लोगों से कहा की वो उस इलाके में ना जाएं, ताकि ट्रैफिक जाम न हो. सीसीटीवी के मुताबिक पानी, कंबल, स्टोव और इंस्टेंट नूडल भी इलाके में भेजे जा रहे हैं.
उसने यह भी कहा कि केंद्रीय सरकार ने राहत कार्य के लिए प्राथमिक रूप से 20 करोड़ युआन आबंटित कर दिए हैं. हजारों लोगों को गांसु से निकाल लिया गया है.
पश्चिमी चीन का पहाड़ी इलाका ऊपर उठ कर तिब्बती पठार का पूर्वी कोना बन जाता है और इस इलाके में भूकंप दुर्लभ नहीं हैं. पिछले साल सितंबर में दक्षिण पश्चिमी प्रांत शिशुआं में 6.8 तीव्रता के भूकंप के आने के बाद 74 लोग मारे गए थे. चीन का सबसे खतरनाक भूकंप इसी प्रांत में 2008 में आया था. 7.9 तीव्रता के इस भूकंप ने करीब 90,000 लोगों की जान ले ली थी.
सीके/एए (एपी, एएफपी)