गुजरात: विदेशी छात्रों के साथ मारपीट में दो गिरफ्तार
१८ मार्च २०२४मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अहमदाबाद में गुजरात विश्वविद्यालय के हॉस्टल कैंपस में जब विदेशी छात्र नमाज पढ़ रहे थे तब 20-25 लोगों के एक समूह ने उन पर हमला कर दिया. कैंपस में पथराव किया गया और हॉस्टल के कमरों में तोड़फोड़ की गई.
नमाज अदा करने पर मारपीट
इस हमले में दो छात्र घायल हुए. गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस को दोषियों को पकड़ने और मामले की जांच का आदेश दिया. जोन 7 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) तरुण दुग्गल ने मीडिया से कहा, "गुजरात विश्वविद्यालय में हुई घटना में 20-25 लोगों के एक समूह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. आरोपियों को पकड़ने के लिए नौ टीमों का गठन किया गया था."
उन्होंने कहा, "उनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी पहचान हितेश मेवाड़ा और भरत पटेल के रूप में की गई है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है."
दुग्गल ने बताया कि विदेशी छात्रों पर हमले के आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई है और गिरफ्तार किए गए लोगों को आगे की जांच के लिए गुजरात विश्वविद्यालय पुलिस स्टेशन को सौंप दिया जाएगा.
विदेशी छात्रों से मारपीट के मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी प्रतिक्रिया दी है. रविवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "कल अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी में हिंसा की घटना हुई है. राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है."
बयान में आगे कहा गया है, "शनिवार को हुई झड़प में दो विदेशी छात्र घायल हुए थे. उनमें से एक छात्र को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. मामले को लेकर विदेश मंत्रालय गुजरात सरकार के संपर्क में है."
"कमरों में घुस आई भीड़"
पीड़ित छात्रों के मुताबिक लाठी-डंडों और चाकुओं से लैस भीड़ जबरन हॉस्टल में घुस गई और उन पर हमला किया. उन्होंने मीडिया से कहा भीड़ ने संपत्ति को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया. छात्रों का कहना है कि हॉस्टल के सुरक्षाकर्मी हमले को रोकने में नाकाम रहे.
घटना के बारे में बताते हुए अहमदाबाद शहर के पुलिस आयुक्त जीएस मलिक ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय में लगभग 300 विदेशी छात्र पढ़ते हैं और उनमें से लगभग 75 छात्र हॉस्टल के ए ब्लॉक में रहते हैं.
विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीरजा गुप्ता ने कहा, "हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. हम जल्द ही कुछ प्रशासनिक फैसले लेंगे. पुलिस भी इस मामले को सुलझाने के लिए हमारे साथ काम कर रही है. अभी इस बात की जांच होनी बाकी है कि हमला करने वाले विश्वविद्यालय के छात्र थे या नहीं. नमाज एक निजी फैसला है. वह नमाज अपने कमरे में या मस्जिद में अदा कर रहे हैं, और उनके लिए क्या आदर्श है. इसका जवाब केवल छात्र ही दे सकते हैं."
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक विदेशी छात्रों का हॉस्टल परिसर स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्ट्डीज एंड डायस्पोरा के कार्यक्षेत्र में आता है. बताया जा रहा है कि विदेशी छात्रों को नए हॉस्टल में शिफ्ट किया जाएगा.
गुजरात विश्वविद्यालय के हॉस्टल में अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, भूटान, सीरिया और अफ्रीकी देश के छात्र रहकर पढ़ाई करते हैं.