20-20 में जिम्बाब्वे से बदला लेगी टीम इंडिया
११ जून २०१०वनडे ट्राई सीरीज मे भारत की तरफ से गई दूसरे नंबर की टीम ने देश का नाम पूरी तरह से डुबो दिया. हालांकि बीच में मिली छुट्टी ने भारतीय खिलाड़ियों को टी-20 में जीत की रणनीति बनाने के लिए भी पूरा मौका दिया है.
भारत की जीत में बड़ी भूमिका बल्लेबाज़ों की होती है जो पूरी सीरीज़ के दौरान कभी भी लय में नहीं दिखे. भारत के बेहतरीन बल्लेबाज़ सीरीज़ के दौरान आराम करते रहे और टीम इंडिया एक के बाद एक कर हार का मुंह देखती रही. दिनेश कार्तिक और मुरली विजय की ओपनिंग जोड़ी टी-20 की शुरूआत करने के काबिल एक दम नहीं है. इन दोनों खिलाड़ियों को गेंद पर नज़रें टिकाने के लिए कुछ समय की जरूरत होती है. पूरी सीरीज़ में ये जोड़ी कोई ख़ास कमाल नहीं कर पाई. रोहित शर्मा, विराट कोहली और दौरे के लिए कप्तान बनाए गए सुरेश रैना फॉर्म में हैं और टी-20 के दोनों मुकाबलों में रन बटोरने का जिम्मा इन्हीं पर होगा.
20-20 के बेहतरीन खिलाड़ी माने जाने वाले यूसुफ पठान से भी टीम को काफी उम्मीदें हैं. वनडे सीरीज़ में खराब प्रदर्शन के बाद एशिया कप से बाहर किये जाने के बाद पठान भी अपनी काबिलियत जरूर दिखाना चाहेंगे.गेंदबाजी के मोर्चे पर पियूष चावला के आने से थोड़ा सहारा जरूर मिला है क्योंकि अमित मिश्रा औऱ प्रज्ञान ओझा अब तक नकारा ही साबित हुए हैं.यही हाल तेज गेदबाजों का भी रहा है. अशोक डिंडास और उमेश यादव ने विकेट तो लिए लेकिन ढेरों रन देने के बाद.
उधर वनडे में भारत को परास्त करने के बाद जिम्बाब्वे के हौसले बुलंदी पर है. फाइनल में हार का गम भारत पर मिली जीत में कहीं खो गया है. जिम्बाब्वे की टीम इसी बुलंद हौसले के साथ 20-20 खेलने भी उतरेगी. जिम्बाब्वे को भरोसा है कि वो 20-20 में भी अपना प्रदर्शन कायम रखेगा. मेजबान देश के बल्लेबाज पूरी तरह फॉर्म में हैं और अब 20-20 में थोड़ा औऱ आक्रामक होकर खेलने की तैयारी में हैं। उधर हैमिल्टन मसकाजा, टटेंडा टायबू और चार्ल्स कॉवेट्री की तिकड़ी भी टीम इंडिया को कुछ और चौंकाने के मूड में है.
रिपोर्टः पीटीआई/एन रंजन
संपादनः आभा मोंढे