20 साल पहले शुरू हुए ईएसए क मार्स एक्सप्रेस मिशन ने मंगल ग्रह के बारे में हमारी समझ को बदल दिया है. हाई-रेजॉल्यूशन तस्वीरों से पता चला कि मंगल पर कभी नदियां बहती थीं, ध्रुवों के नीचे बर्फ है, ज्वालामुखियों पर पाला जमता है और सतह के नीचे तरल पानी के संकेत भी हैं. इस मिशन ने नासा के पर्सवेरेंस रोवर की लैंडिंग में भी अहम भूमिका निभाई. अब जापान के 2026 के फोबोस मिशन जैसे नए अभियानों से सहयोग करेगा.