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200 रन के बारे में नहीं सोचाः सहवाग

२० फ़रवरी २०११

भारत के तूफानी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भले ही वर्ल्ड कप के पहले मैच में छा गए हों लेकिन उन्होंने इसमें दोहरा शतक बनाने का नहीं सोचा था. वीरू ने अपनी सबसे बड़ी वनडे पारी खेली लेकिन 50 ओवर न खेल पाने का उन्हें मलाल है.

तस्वीर: UNI

मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद प्रेस से मुखातिब होते हुए वीरू से जब पूछा गया कि क्या आखिर में वह 200 रन बनाने की सोच रहे थे, तो उन्होंने कहा, "नहीं. सिर्फ तीन ओवर बच रहे थे और मुझे 25 रन और बनाने थे. इसलिए मैं 200 के बारे में नहीं सोच रहा था. मैं सिर्फ अपना प्राकृतिक खेल खेलने के बारे में सोच रहा था और पूरे 50 ओवर खेलने की सोच रहा था. अगर मैं 50 ओवर खेल लेता तो हो सकता है कि मैं दोहरा शतक बना लेता. हो सकता है नहीं बनाता."

तस्वीर: AP

सहवाग ने वनडे करियर में अपनी सबसे लंबी पारी खेली, जब वह 47 ओवर तक क्रीज पर रहे. हालांकि उन्हें मलाल है कि वह पूरे 50 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर पाए. उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य 30 से 40 ओवर खेलना था. लेकिन जब मैं 47 ओवर खेला तो मैं खुश था. पहली बार मैंने जीवन में 47 ओवर तक खेला. मैं पूरी पारी तक बल्लेबाजी करने की सोच रहा था लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया. उम्मीद करता हूं कि आने वाले गेम में मैं ऐसा कर पाऊं."

पारी के दौरान वीरेंद्र सहवाग के घुटने में गेंद से चोट भी लग गई, जिसके बाद उन्हें रनर बुलाना पड़ा. हालांकि इससे उनके खेल पर कोई असर नहीं पड़ा और उनके चौके छक्के लगते रहे. वीरू का कहना है कि पारी की शुरुआत में उन्होंने जरूरत से ज्यादा तेज खेला और उन्हें एक मौके पर जाकर डर लगने लगा कि कहीं ऐसे में विकेट गिर गया, तो आने वाले बल्लेबाजों को दिक्कत होगी. इसके बाद उन्होंने सचिन के साथ पारी धीमी कर दी.

दुनिया के सबसे विस्फोटक ओपनर समझे जाने वाले सहवाग का कहना है कि उनके मन में सिर्फ 30 से 40 ओवर तक खेलना था और वह अपने शतक के बारे में नहीं सोच रहे थे. उन्होंने कहा कि अगर वह क्रीज पर टिकेंगे, तो रन बनते ही रहेंगे.

वीरेंद्र सहवाग की गलती से बांग्लादेश के खिलाफ पहले वनडे में सचिन तेंदुलकर रन आउट हो गए. वीरू को इस बात का अफसोस है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसको लेकर सचिन नाराज या दुखी नहीं हैं. वीरू का कहना है, "जब उन्होंने (सचिन तेंदुलकर ने) मुझे रन लेने को कहा तो मैंने सुना ही नहीं. मैं गेंद की तरफ देख रहा था. एक क्षण के लिए मुझे लगा कि मैंने गलती कर दी. लेकिन जब मैं ड्रेसिंग रूम गया तो उन्होंने कहा कि कोई बात नहीं. जरूरी यह है कि टीम के लिए रन बने और हम देश के लिए जीत हासिल करें. यह जरूरी नहीं है कि कौन अच्छा खेल रहा है."

वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में शतक बनाने वाले विराट कोहली की तारीफ करते हुए दिल्ली के सहवाग ने कहा, "विराट कोहली ने निश्चित तौर पर बहुत अच्छा खेला. वह साबित कर रहे हैं कि वह एक परिपक्व बल्लेबाज बन गए हैं. वह अपना विकेट जान बूझ कर नहीं गंवा रहे हैं. वह जल्दी से सीख रहे हैं. भविष्य में भारत के लिए एक अच्छा विकल्प हैं."

सहवाग ने बांग्लादेश की टीम की भी सराहना की और कहा कि वह किसी भी टीम को परेशान करने का माद्दा रखती है. पिछले दौरे में सहवाग ने कहा था कि टेस्ट मैचों के लिए बांग्लादेश अच्छी टीम नहीं है क्योंकि वह पांच दिन में 20 विकेट नहीं ले सकती. इस बात पर खासा विवाद हुआ था. लेकिन सहवाग का कहना है कि वनडे में बांग्लादेश टक्कर दे सकता है.

रिपोर्टः अनवर जे अशरफ

संपादनः एमजी

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