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26/11पर बन रही है बड़े बजट की फिल्म

१७ मार्च २०१२

गैंगवार और अंडरवर्ल्ड पर फिल्म बनाने के लिए मशहूर रामगोपाल वर्मा मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले पर फिल्म बना रहे है. वर्मा की अब तक की सबसे बड़े बजट की इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है.

तस्वीर: AP

वर्मा ने ट्वीटर पर किए गए पोस्ट में कहा है कि यह मेरे करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्म है. 40 करोड़ की लागत वाली इस फिल्म की शूटिंग मुंबई में ही होगी. वर्मा के अनुसार फिल्म में आतंकवादी हमले से जुड़े हर पहलू को शामिल करने का प्रयास किया गया है. इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने की योजना है.

26 नवंबर 2008 को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर 10 सशस्त्र आतंकियो ने हमला किया था. सीएसटी, ओबेराय होटल, नरीमन हाउस, लिओपोल्ड कैफे पर कहर बरपाने के बाद आतंकियों ने होटल ताज पर हमला किया था. 60 घंटे तक हुई गोलीबारी में 166 लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों घायल हुए थे. सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 9 आतंकी मारे गए थे और एक को जिंदा पकड़ा गया था. भारत की ओर से इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्करे तैयबा को ठहराया गया था. इन आतंकियों पर पाकिस्तानी सेना के सहयोग से आतंकी हमला करने के आरोप भी लगाए गए थे.

मुंबई हमले पर 2010 में भी एक कम बजट की फिल्म बनी थी लेकिन आलोचकों ने उसे खास महत्व नहीं दिया और न ही वह चल सकी थी.

वर्मा के अनुसार थिएटर अभिनेता संजीव जयसवाल की हमले के दौरान ली गई एक फोटो ने काफी महत्वपूर्ण रोल अदा किया. संजीव ने मोहम्मद कसाब की तस्वीर तब ली थी जब वह रेलवे स्टेशन पर लोगों पर गोलियां बरसा रहा था. उसी के आधार पर पकड़े गए आतंकी कसाब को भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने और लोगों की हत्या करने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई. उसकी अपील फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.

रामगोपाल वर्मा विवादों में घिर गए थे जब वो हमले के कुछ ही दिन बाद ताज होटल के उस हिस्से को देखने पहुंचे थे जो आतंकी हमले से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ था. तब यह आरोप भी लगा था कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उनके अभिनेता बेटे रितेश देशमुख ने उन्हें होटल का वह हिस्सा दिखाया था ताकि वे फिल्म बना सके. लेकिन वर्मा ने उस समय फिल्म बनाने की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया था. वर्मा की फिल्म के किरदार स्थानीय भाषा के अलावा हिंदी और अंग्रेजी के मिले जुले संवाद बोलते नजर आएगें.

शुटिंग की शुरूआत उस समय हुई है जब पाकिस्तानी जांच कर्ताओं और वकीलों का दल मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी संदिग्धों के बारे मे पूछताछ करने और सबूत जुटाने भारत आया है.

रिपोर्टः एएफपी /जितेन्द्र व्यास

संपादनः एन रंजन

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