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26/11 में मारे गए लोगों को देश की श्रृद्धांजलि

२६ नवम्बर २०१०

दो साल पहले मुंबई में आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को देश भर में याद किया जा रहा है. गमगीन माहौल के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हमले के जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने के लिए प्रयास दोगुने करने की बात कही.

तस्वीर: AP

मुंबई हमलों की दूसरी बरसी पर प्रधानमंत्री ने अपने बयान में कहा, "आज इस हमले में अपनी जान खो चुके लोगों को याद करने का दिन है. हम मुंबई के लोगों के साहस, एकता और संकल्प को सलाम करते हैं. निस्वार्थ भाव से हमारे सुरक्षा बलों ने साहस का प्रदर्शन किया और मैं उन्हें भी सलाम करता हूं. यह भारत की जनता का जज्बा और चारित्रिक ताकत ही है जो हमारे सामाजिक ताने बाने और जीवनशैली को निशाना बनाने वाले लोगों के मंसूबों को नाकाम करती है."

मनमोहन सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि भारत आतंकवादियों के नापाक इरादों को कभी कामयाब नहीं होने देगा. उन्होंने दोषियों को सजा दिलाने की बात भी कही. "मानवता के खिलाफ अपराध करने वाले लोगों को सजा दिलाने के लिए हम दोगुना प्रयास करेंगे." प्रधानमंत्री ने कहा कि इस जघन्य हमले में 150 से ज्यादा निर्दोष जानें गईं और दुख की इस घड़ी में पूरा देश अपने प्रियजनों को खो देने वाले परिवारों के साथ खड़ा है.

तस्वीर: AP

मुंबई हमले की बरसी पर नेताओं के अलावा हमले में मारे गए लोगों के परिवारों ने भी स्मृति समारोह में हिस्सा लिया. महाराष्ट्र पुलिस ने दक्षिण मुंबई से शुरू कर ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल तक परेड निकाली.

इस परेड में फोर्स वन, क्विक रिस्पॉन्स टीम और मुंबई पुलिस ने हिस्सा लिया. इस दौरान आतंकवादी हमलों के दौरान इस्तेमाल में लाए जाने वाले वाहनों को दिखाया गया. मुंबई के सैकड़ों छात्रों ने 1.3 किलोमीटर लंबा एक बैनर लेकर पदयात्रा की जिस पर द ग्रेट वॉल ऑफ मुंबई लिखा है.

26 नवंबर 2008 को मुंबई में 10 आतंकवादियों ने हमला किया जिसमें ताज होटल, रेलवे स्टेशन, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया गया. इस हमले में 166 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हमलों के दौरान एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया गया था और अजमल कसब जेल में बंद है. उसे मुंबई हमलों का दोषी करार दिया जा चुका है और मौत की सजा सुनाई गई है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: प्रिया एसलबोर्न

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