3डी प्रिंटर से जेट इंजन
२७ फ़रवरी २०१५मेलबर्न की मोनाश यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ऑस्ट्रेलियन इंटरनेशनल एयरशो के दौरान यह जेट इंजन पेश किया. मोनाश यूनिवर्सिटी के अधिकारी इयान स्मिथ के मुताबिक, "यह पूरी तरह काम करने वाला जेट इंजन है. यह ऐसा नहीं है कि आप इसे ए380 में लगा दें, लेकिन ऐसा भी होगा."
3डी प्रिंटर से बना नया इंजन उड़ान क्षेत्र को फटाफट नए मॉडल बनाने और उनकी समीक्षा करने का मौका देगा. यह काफी किफायती भी होगा. स्मिथ ने कहा, "आप चीजों को बड़ी तेजी से बेहतर कर सकते हैं और आपको पूरे हिस्से को बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी."
तीन साल पहले बाजार में आई 3डी प्रिटिंग तकनीक का अब बड़े पैमाने पर उपयोग हो रहा है. इंजीनियरिंग डिजाइन और परीक्षण के लिए इसका बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है. ऑस्ट्रेलियाई रिसर्चरों ने प्रिटिंग के लिए हल्की धातु का पाउडर लिया. इसकी मदद से बेहद गर्मी में काम करने वाला जेट इंजन बनाया जा सका.
उम्मीद है कि यह तरीका विमान निर्माण के क्षेत्र में बदलाव लाएगा. स्मिथ का दावा है कि 3डी प्रिंटर से भविष्य में 40 फीसदी हल्के जेट इंजन बनाए जा सकेंगे. इसकी मदद हफ्तों तक चलने वाला काम कुछ घंटों में सिमट जाएगा.
रिसर्चर टीम ने अपनी खोज के साथ बाजार में उतरने का फैसला भी किया है. रिसर्चर टीम ने एमायरो नामकी कंपनी बनाई है. फ्रांस की बहुराष्ट्रीय कंपनी साफ्रां और एयरबस ने प्रोजेक्ट में दिलचस्पी दिखाई है.
ओएसजे/आरआर (डीपीए)