झारखंड में एक विदेशी महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के कुछ ही दिनों बाद अब बेंगलुरु में एक विदेशी महिला की हत्या हो गई है. उज्बेकिस्तान की यह महिला बेंगलुरु के एक होटल में मृत पाई गई.
विज्ञापन
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 37 साल की इस महिला का शव बेंगलुरु के शेषाद्रीपुरम इलाके में जगदीश होटल में बुधवार शाम करीब 4.30 बजे मिला. महिला दरवाजे पर दस्तक का जवाब नहीं दे रही थी, जिस वजह से होटल के कर्मचारियों ने दूसरी चाबी से कमरे का दरवाजा खोला और उसे मृत पाया.
पुलिस को शक है कि महिला का दम घोंट कर उसे मारा गया है, लेकिन पुलिस अभी छानबीन कर रही है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक महिला चार दिन पहले पर्यटक वीजा पर बेंगलुरु आई थी.
विदेशी महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
इंडिया टुडे के मुताबिक बेंगलुरु सेंट्रल इलाके के डीसीपी शेखर एचटी ने संदेह व्यक्त किया है कि हो सकता है महिला का दम घोंटकर हत्या की गई हो. डीसीपी ने कहा, "ऐसा लगता है जैसे उसका दम घोंट कर उसे मार दिया गया हो. इस समय हमें बस इतना मालूम है कि वह वारदात के समय अकेली थी."
इस मामले में अभी तक और कोई जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन यह घटना झारखंड में एक और विदेशी महिला के साथ हुए अपराध के कुछ ही दिनों बाद हुई है.
28 साल की ब्राजीलियाई-स्पेनिश मूल की एक महिला ने इंस्टाग्राम पर अपने हैंडल से एक वीडियो डाला था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि एक मार्च को झारखंड के दुमका में सात लोगों ने उनके साथ बलात्कार किया. महिला और उनके पति के पास ब्राजील और स्पेन की नागरिकता है.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने उन्हें और उनके पति को लूटा और उन दोनों के साथ मार-पीट भी की. महिला ने एक स्पेनिश टीवी चैनल को बताया था कि उन लोगों ने दो घंटों तक, बारी-बारी उनके साथ बलात्कार किया.
हर घंटे अपराध के 51 मामले
पुलिस ने अभी तक इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने पत्रकारों को बताया कि सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस ने उनके बयान ले लिए हैं और अब आरोप तय किए जा रहे हैं.
"महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित दिल्ली"
एनसीआरबी ने साल 2021 के आंकड़े जारी कर दिए हैं. इन आंकड़ों से पता चलता है कि महिलाओं के लिए महानगर कितने असुरक्षित हैं. देश की राजधानी दिल्ली को एनसीआरबी ने अपनी रिपोर्ट में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित बताया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/C. Khanna
औसतन रोज दो बच्चियों से बलात्कार
एनसीआरबी की साल 2021 की रिपोर्ट कहती है कि दिल्ली में औसतन हर रोज दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार किए गए. इस रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर जो जानकारी सामने आई है वह काफी चौंकाने वाली है.
तस्वीर: Anupam Nath/AP Photo/picture alliance
"महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित दिल्ली"
साल 2020 की तुलना में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध काफी बढ़ा है. एनसीआरबी के डेटा के मुताबिक दिल्ली में जहां 2020 में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के 9,782 मामले दर्ज किए गए वहीं यह 40 फीसदी उछाल के साथ 2021 में 13,892 हो गए.
तस्वीर: Aamir Ansari/DW
सबसे ज्यादा अपहरण भी दिल्ली में
महानगरों में सबसे ज्यादा अपहरण के मामले भी दिल्ली में ही दर्ज हुए हैं. 2021 में राजधानी दिल्ली में 3,948 अपहरण के मामले दर्ज हुए.
तस्वीर: Aamir Ansari/DW
हर तरह की क्रूरता
20 लाख से अधिक आबादी वाले अन्य महानगरों की तुलना में दिल्ली में पति द्वारा क्रूरता के 4,674 मामले दर्ज किए गए. 2021 में लड़कियों के रेप के 833 मामले दर्ज किए गए. एनसीआरबी के डेटा के मुताबिक दिल्ली में 2021 में दहेज हत्या के 136 मामले दर्ज किए गए.
तस्वीर: Mayank Makhija/NurPhoto/picture alliance
कम नहीं हो रहे अपराध
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक देश में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4,28,278 मामले दर्ज किए गए, जो 2020 की तुलना में 15.3 प्रतिशत (3,71,503 मामले) की वृद्धि दर्शाता है.
तस्वीर: Payel Samanta/DW
बच्चों के खिलाफ भी बढ़े अपराध
2021 के दौरान बच्चों के खिलाफ अपराध के कुल 1,49,404 मामले दर्ज किए गए, जो 2020 (1,28,531 मामले) की तुलना में 16.2 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है.
तस्वीर: Inderlied/Kirchner-Media/imago images
कम नहीं मुंबई-बेंगलुरू
19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध सबसे अधिक दिल्ली में दर्ज किए गए तो वहीं वित्तीय राजधानी मुंबई इस मामले में दूसरे स्थान पर रही. यहां 5,543 मामले दर्ज किए गए इसके बाद बेंगलुरू में 3,127 केस आए.
तस्वीर: Rafiq Maqbool/AP Photo/picture alliance
कुल घटनाओं में 15 फीसदी की वृद्धि
एनसीआरबी के मुताबिक भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज होने वाले मामलों में भी 2021 में बढ़ोतरी दर्ज की गई. 2019 में ऐसे मामले 2,94,653 थे, जो 2020 में घटकर 2,45,844 हुए थे, लेकिन 2021 में इनकी संख्या दोबारा बढ़कर 2,89,045 हो गई.
तस्वीर: Sajjad Hussain/AFP/Getty Images
8 तस्वीरें1 | 8
इस घटना के बाद एक बार फिर भारत में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे, लेकिन अब बेंगलुरु वाली घटना को भी लेकर विशेष रूप से विदेशी महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक 2021 के मुकाबले 2022 में महिलाओं के प्रति अपराध में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
पूरे देश में महिलाओं के प्रति अपराध के करीब साढ़े चार लाख मामले दर्ज किए गए, यानी औसतन हर घंटे करीब 51 मामले. सिर्फ बलात्कार के ही 31,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए.