500 अरब यूरो के पैकेज पर रज़ामंदी
१० मई २०१०यूरो मुद्रा का इस्तेमाल करने वाले यूरो ज़ोन देश इस समय कमज़ोर होती यूरो मुद्रा को बचाने के प्रयास में जुटे हैं. 16 देशों के यूरो ज़ोन को 440 अरब यूरो कर्ज़ गारंटी के रूप में उपलब्ध होंगे जबकि यूरोपीय आयोग की ओर से 60 अरब यूरो आपातकालीन फ़ंड के रूप में दिए जाने की सुविधा होगी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने भी 250 अरब यूरो का योगदान दे कर पैकेज की कुल क़ीमत बढ़ाकर 750 अरब यूरो तक पहुंचा दी है.
आर्थिक मामलों के कमिश्नर ओली रेहन ने कहा है कि यह समझौता दिखाता है कि यूरो मुद्रा को बचाने के लिए कोई भी फ़ैसला लिया जा सकता है. ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि अगर कड़े क़दम नहीं उठाए गए तो इस हफ़्ते वित्तीय बाज़ार में यूरो मुद्रा को भारी दबाव का सामना करना पड़ेगा. ग्रीस में जारी वित्तीय संकट और स्पेन, पुर्तगाल में संकट की आहत के चलते यूरो मुद्रा डॉलर के मुक़ाबले लगातार कमज़ोर हो रही है.
इससे पहेल यूरो ज़ोन के देश ग्रीस के लिए 110 अरब यूरो के पैकेज की घोषणा कर चुके हैं जिसे आईएमएफ़ और यूरोपीय संघ का समर्थन मिला हुआ है. यूरोपीयन सेंट्रल बैंक ने भी ग्रीस के वित्तीय संकट पर क़ाबू पाने के लिए क़दम उठाने की घोषणा की है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर पुर्तगाल, आयरलैंड और स्पेन को ग्रीस की तर्ज़ पर तीन साल के लिए बेल आउट पैकेज की ज़रूरत हुई तो उसकी कुल क़ीमत 500 अरब यूरो होगी. यूरोपीय संघ का कहना है कि अब बात सिर्फ़ ग्रीस तक सीमित नहीं रह गई है बल्कि यह पूरे यूरोप की स्थिरता का विषय है.
11 घंटों तक चली बातचीत के बाद स्पेन की वित्त मंत्री एलेना साल्गादो ने घोषणा की एक समझौते पर सहमति हो गई है जिसके ज़रिए यूरो मुद्रा और यूरो ज़ोन देशों की अर्थव्यवस्था को बचाने की कोशिश की जाएगी. इस सहायता योजना के तहत यूरोपीय कमीशन उन देशों को 60 अरब यूरो मुहैया कराएगा जो वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं.
इसके अलावा विशेष फ़ंड की भी व्यवस्था की गई है जिसे यूरोपीयन फ़ाइनेंशियल स्टेबलाइज़ेशन मैकेनिज़्म का नाम दिया गया है. इसकी क़ीमत 440 अरब यूरो होगी और इसे कर्ज़ के तौर पर तीन साल के भीतर दिया जा सकेगा. इस फ़ंड के लिए आईएमएफ़ भी 250 अरब यूरो देने पर सहमत हो गया है. एलेना साल्गादो का कहना है कि ये फ़ैसले दिखाते हैं कि यूरोप की स्थिरता के लिए बड़ी रक़म की व्यवस्था की जा रही है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह