513 रन बना इंग्लैंड जीत के पास
२८ दिसम्बर २०१०ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड के स्कोर से 246 रन पीछे है और दूसरी पारी में उसके सिर्फ चार विकेट बचे हैं. यानी इंग्लैंड और जीत में सिर्फ तीन विकेट का फासला है और उसके पास दो पूरे दिन बचे हुए हैं. सही मायनों में फासला तीन विकेट का ही लगता है क्योंकि रयान हैरिस को चोट लगी हुई है और उनका बल्लेबाजी करना मुश्किल है. हैरिस सिडनी में पांचवें और आखिरी टेस्ट में भी नहीं खेल पाएंगे.
पहली पारी में ताश के पत्तों की तरह ढह जाने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाई. वाटसन और ह्यूज्स ने पारी की शुरुआत तो ठीक ठाक की लेकिन रन लेते वक्त हुई गलती में 53 रन के कुल योग पर ह्यूज्स रन आउट हो गए. इसके बाद थोड़ी देर सब ठीक चला पर बाद में तू चल मैं आया शुरू हो गया. ऑस्ट्रेलिया के छह विकेट 158 रन पर गिर गए और टीम एक बड़े दबाव की स्थिति में पहुंच गई. सिर्फ वाटसन ने 54 रन बना कर कुछ संघर्ष किया. वरना कप्तान पोंटिंग सहित ज्यादातर बल्लेबाज नाकाम रहे.
अब ऑस्ट्रेलिया को किसी चमत्कार की उम्मीद है कि दो दिन का खेल काटा जाए लेकिन यह आसान नही होगा. दरअसल पहली पारी में दोहरे अंक पर ही बंध जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की हार की कहानी भी पहले दिन ही शुरू हो गई. बाद में ट्रॉट की बेहतरीन 168 रन का पारी ने उसके घावों पर नमक डाल दिया. इंग्लैंड ने 513 रन का भारी भरकम स्कोर खड़ा कर पोंटिंग की टीम का कचूमर निकाल दिया.
पहली पारी में 415 रन का पहाड़नुमा घाटा लेकर दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम कुछ खास नहीं कर पाई. रिकी पोंटिंग बल्ले से पूरी तरह नाकाम हैं और दोनों पारियों में कुल 30 रन ही बना पाए. ब्रेसनन की गेंदें कहर बरपा रही हैं और उन्होंने छह में से तीन विकेट ले लिए हैं. एक बार तो लगा कि इंग्लैंड तीसरे दिन ही मैच जीत लेगा. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों स्मिथ और हैडिन ने पारी को बचाने की पूरी कोशिश की. स्मिथ बाद में 38 रन बना कर आउट हो गए.
मौजूदा एशेज सीरीज में दोनों टीमें 1-1 से बराबर हैं और पांच टेस्ट मैचों का यह चौथा टेस्ट है. इंग्लैंड अगर यह मैच जीत जाता है तो एशेज में उसकी हार का कोई खतरा नहीं रहेगा और एशेज उसी के पास रहेगा. सिडनी में पांचवां और आखिरी टेस्ट खेला जाना है. ऑस्ट्रेलिया अगर पांचवें टेस्ट में जीत हासिल करता है, तो वह सिर्फ सीरीज बराबर कर अपनी इज्जत बचा सकता है. दो साल पहले वह इंग्लैंड में एशेज हार चुका है और ऐसे में एशेज ट्रॉफी इंग्लैंड के पास ही रहेगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार