8 साल की बच्ची को बनाया आत्मघाती हमलावर
२० जून २०११
मामले का पता लगने के बाद पुलिस ने इस बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया और एक प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के सामने पेश किया. सोहाना जावेद नाम की इस आठ साल की बच्ची की कहानी पाकिस्तानी टेलीविजन चैनलों पर लाइव प्रसारित की गई.
बच्ची ने बताया कि किस तरह उसके शहर पेशावर में दो महिलाओं और एक पुरुष ने उसका अपहरण कर उसे जबरदस्ती एक कार में बिठा लिया. सोहाना ने बताया, "उन्होंने मेरे मुंह पर रुमाल बांध दिया और मैं बेहोश हो गई. इसके बाद वे मुझे अनजान जगह ले गए. उन्होंने मुझे कुछ बिस्कुट दिए, जिन्हें खाकर मैं बेहोश हो गई." सोहाना ने वीडियो पर जो बात बताई, उसका अनुवाद करने के लिए एक ट्रांसलेटर की मदद ली गई.
इसके बाद उसे जबरन एक आत्मघाती बेल्ट पहनाया गया और नॉर्थ वेस्ट प्रांत के लोवर डीर जिले में एक सुरक्षा पोस्ट के सामने पहुंचाया गया. सोहाना ने कहा, "मैं चेकपोस्ट पर तो पहुंच गई लेकिन उसके बाद मैंने चिल्लाना शुरू कर दिया." समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि इस रिपोर्ट की स्वतंत्र रूप से जांच नहीं हो पाई है.
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पहले भी इस तरह के मामले उजागर किए हैं और टेलीविजन के सामने उन लोगों को लाया है, जिन्हें वह आत्मघाती हमलावर बनने की राह पर चल पड़े नौजवान बताते हैं. हालांकि पहले सिर्फ मर्द ही सामने आए हैं. आरोप है कि पाकिस्तान में तालिबान लोगों को जबरदस्ती आत्मघाती हमलावर बनने पर मजबूर कर रहा है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः आभा एम